राजधानी लखनऊ में निपुण का सर्वे तकरीबन 500 से अधिक प्राथमिक विद्यालयों में विभाग द्वारा कराया जा रहा है। इस सर्वे को करने के लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान लखनऊ के डीएलएड प्रशिक्षुओं की ड्यूटी लगाई गई है। जिस क्रम में प्रशिक्षु विभिन्न ब्लाकों में सर्वे करने हेतु जा रहे हैं। दिनांक 22 फरवरी 2025 दिन शनिवार को जब प्रशिक्षु ओम जी गुप्ता और प्रद्युम्न मिश्रा सर्वे करने के लिए गोसाईगंज ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय पर पहुँचे तो वहाँ पर उपस्थित शिक्षकों के साथ ए.आर.पी धर्मेंद्र सिंह सर्वे में सूची के अतिरिक्त अन्य बच्चों को शामिल करने लगे जिसका विरोध जब प्रशिक्षुओं के द्वारा किया गया तो अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए उन्हें विद्यालय को निपुण बनाने की धमकी दी गई। जब प्रशिक्षुओं के द्वारा सर्वे का कार्य रोक दिया गया तो ए.आर.पी धर्मेंद्र सिंह द्वारा खंड शिक्षा अधिकारी की उपस्थिति में कई अन्य बाहरी लोगों को बुलाकर प्रशिक्षुओं को माँ बहन की गाली देते हुए बंधक बनाकर मार पीट की गई और विद्यालय की महिला शिक्षिकाओं ने झूठे आरोप में फंसाने की धमकी भी दी।
हद तो तब पर हो गई जब इस विक्षिप्त ए.आर.पी धर्मेंद्र सिंह ने अपने ही शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों को गाली बकनी प्रारंभ कर दी।
मौके पर पहुँची स्थानीय पुलिस ने बीच बचाव किया। इस घटना से आहत होकर सर्वे करने वाले समस्त प्रशिक्षुओं ने सर्वे करने से मना करते हुए समस्त दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की माँग की है। डायट प्राचार्य अजय कुमार सिंह ने घटना के संबंध में बी.ई.ओ से बात की प्रशिक्षुओं से लिखित शिकायत देने को कहा। मामले की जांच के बाद उचित और कठोर कदम उठाए जाएंगे।
एक तरफ जहाँ उत्तर प्रदेश की सरकार जीरो टॉलरेंस की बात करती है वहाँ इस प्रकार के अधिकारी सरकार और विभाग की छवि धूमिल करने में लगे हुए हैं।