: यूपी STF ने रविवार (29-11-2021) को उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (UP-TET) का पेपर लीक मामले में प्रश्न पत्र के मुद्रण करने वाली कम्पनी के डायरेक्टर राय अनूप प्रसाद (Rai Anoop Prasad) को 1 दिसंबर को थाना सूरजपुर क्षेत्र, ग्रेटर नोएडा से गिरफ्तार किया था| उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (UP-TET) का पेपर लीक करने वाला राय अनूप प्रसाद बिहार की भाजपा विधायक रश्मि वर्मा का भाई है। राय अनूप प्रसाद की बहन रश्मि वर्मा बिहार की नरकटियागंज विधानसभा से भाजपा की विधायक हैं।
राजनीतिक पकड़ रखने वाले परिवार से जुड़े राय अनूप प्रसाद की परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव संजय कुमार उपाध्याय से डील हुई थी। गिरफ्तारी के बाद अब STF इससे पूछताछ कर रही है। STF रविवार से अभी तक यूपी से पेपर लीक मामले में अब तक करीब 36 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
UPTET पेपर लीक मामले में गिरफ्तार आरएसएम फिनसर्व कंपनी का डायरेक्टर राय अनूप प्रसाद पूछताछ के दौरान खुद को बिहार (Bihar) के नरकटियागंज से बीजेपी विधायक रश्मि वर्मा (MLA Rashmi Verma) का भाई बता रहा था| राय अनूप प्रसाद मूल रूप से गोरखपुर का रहने वाला है| एसटीएफ अब परीक्षा नियामक प्राधिकारी संजय उपाध्याय और राय अनूप प्रसाद के बीच कनेक्शन का पॉइंट भी तलाश रही है|
यूपी में TET (शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021) का पेपर लीक होने के मामले में मंगलवार को सरकार ने परीक्षा नियामक प्राधिकारी संजय उपाध्याय को सस्पेंड कर दिया गया है। उन पर ही परीक्षा कराने की जिम्मेदारी थी। सस्पेंड रहने के दौरान संजय उपाध्याय लखनऊ में यूपी बेसिक शिक्षा निदेशक के कार्यालय से अटैच रहेंगे।
TET के पेपर लीक का मुख्य सूत्रधार दिल्ली की प्रिंटिंग प्रेस RSM Finserv LTD का मालिक राय अनूप प्रसाद मुख्यमंत्री योगी के गृह क्षेत्र गोरखपुर की नामी-गिरामी सरहरी रियासत परिवार का सदस्य है। 1 दिसंबर को STF की नोएडा इकाई ने दिल्ली स्थित एक प्रिंटिंग प्रेस का मालिक गिरफ्तार किया है। SP राजकुमार मिश्रा ने बताया कि राय अनूप प्रसाद की दिल्ली के ओखला में प्रिंटिंग प्रेस है। वह मूल रूप से गोरखपुर के रहने वाले हैं।
दरअसल, थाना सूरजपुर में STF ने 5 प्रिंटिंग प्रेस के मालिकों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया है। जांच में पता चला है कि कोलकाता, नोएडा, दिल्ली में स्थित कई प्रिंटिंग प्रेस में TET की परीक्षा के प्रश्न पत्र छपवाए गए थे।
अबतक की जांच से साफ हो गया है कि एक साजिश के तहत 26 अक्टूबर को आरएसएम फिनसर्व नाम की कंपनी को पेपर प्रिंट कराने का ठेका दिया गया या फिर दिलाया गया| जिसके पास सुरक्षित तरीके से पेपर छापने का इंतजाम तक नहीं था| साजिश रचने वालों को ये मालूम था कि फिनसर्व के पास सुरक्षित तरीके से पेपर छापने का इंतजाम नहीं है और ये पेपर कुछ छोटी और असुरक्षित प्रेस में छपेंगे| पेपर लीक कराने वाले सिंडिकेट से जुड़े लोग ऐसी छोटी और असुरक्षित प्रेसों पर मौजूद थे| पेपर इन प्रेसों में छपा और यहीं से पेपर बेचने वालों के हाथ लग गया|
संजय उपाध्याय और राय अनूप प्रसाद की हुई थी मीटिंग
जिसके बाद यूपी के प्रमुख गैंग्स ने हाथ मिलाया और परीक्षा से कई घंटे पहले ही ये पेपर यूपी के कई शहरों में हज़ारों लोगों के पास पहुंच गया| जांच में साफ हो गया है कि पेपर छापने का ठेका मिलने से पहले ही संजय उपाध्याय और राय अनूप प्रसाद की एक मीटिंग नोएडा के एक नामी होटल में हुई थी| बताया जा रहा है कि इस मीटिंग में ही पेपर आउट कराने की साज़िश रची गई| इस मुलाकात का सीसीटीवी फुटेज भी जांच एजेंसियों के पास आ गया है|
सूत्रों का कहना है कि जांच एजेंसी एसटीएफ को जानकारी मिली है कि प्रश्नपत्र छपने का काम देने से पहले नोएडा के पांच सितारा होटल में संजय और अनूप के बीच मीटिंग भी हुई थी। यह काम 13 करोड़ रुपये का था, लेकिन काम देने से पहले न तो परीक्षा का काम लेने वाली कंपनी का टर्न ओवर देखा गया और न ही उसका सेटअप देखा गया। वहीं एसटीएफ के सूत्रों ने बताया कि आरएसएम को छपाई का काम मिलने के बाद से ही प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ी करने वाले कई गिरोह सक्रिय हो गए थे।