लखनऊ: लखनऊ के पारा के सलेमपुर पतौरा गांव में शुक्रवार को संदीप पाल (32) की बदमाशों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी| थाना पारा पुलिस ने संदीप पाल हत्याकाण्ड का 48 घंटे के अन्दर आज यानी सोमवार को हत्या में शामिल 3 शातिर हत्यारों व एक अपचारी किशोर को गिरफ्तार खुलासा कर दिया है जबकि मुख्य हत्यारोपी संतोष लोधी अभी भी फरार है| संदीप पाल की हत्या जेल से छूटे शातिर बदमाश ने दोस्तों के साथ मिलकर की थी। सोमवार को पुलिस ने चार हत्यारोपियों को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने बताया कि,'' संदीप पाल हत्याकाण्ड में मनीष गौतम पुत्र रामवरन गौतम निवासी नरौना थाना काकोरी लखनऊ विकास गौतम पुत्र लालता प्रसाद निवासी नरौना थाना पारा लखनऊ , सचिन रावत पुत्र प्रकाश रावत निवासी वादर खेड़ा बुद्धेश्वर थाना पारा लखनऊ को गिरफ्तार किया गया व एक अपचारी किशोर उम्र करीब 16 वर्ष को संरक्षण में लिया गया। पूछताछ में सामने आया कि मुख्य आरोपी संतोष लोधी जेल में था। संदीप जेल में कभी उसे सलाम करने नहीं गया। इसलिए जेल से बाहर निकलते ही उसने संदीप की हत्या कर दी।
लखनऊ पुलिस ने बताया कि,''अभियुक्तगण की निशादेही पर उनके द्वारा मृतक के शव को छिपाने के लिये घटना में कार अल्टो- VX संख्या - UP32 BR 0370 (सफेद रंग) व 04 अदद मोबाइल बरामद किया गया व अभियुक्तगण द्वारा मृतक का मोबाइल तोड़ कर फेक दिया गया था जिसे भी बरामद किया गया। शेष अभियुक्त व आला कत्ल की तलाश जारी है।
लखनऊ पुलिस ने बताया कि,''दिनांक 22.01.2022 को वादी विक्रम पाल पुत्र कल्लू पाल निवासी नरौना थाना काकोरी जनपद लखनऊ द्वारा थाना स्थानीय पर अपने भाई संदीप पाल की हत्या अज्ञात व्यक्तियो द्वारा किये जाने के सम्बन्ध में सूचना दी गयी, जिसके आधार पर थाना स्थानीय पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था।
पारा SHO दधिबल तिवारी के नेतृत्व में पारा पुलिस टीम द्वारा संदीप पाल हत्याकाण्ड का सफल अनावरण करते हुए घटना कारित करने वाले 03 शातिर हत्यारोपी अभियुक्त मनीष गौतम पुत्र रामवरन गौतम , विकास गौतम पुत्र लालता प्रसाद, सचिन रावत पुत्र प्रकाश रावत को गिरफ्तार किया गया व एक अपचारी किशोर उम्र करीब 16 वर्ष को संरक्षण में लिया गया।
पारा इंस्पेक्टर दधिबल तिवारी ने बताया कि काकोरी के नरौरा गांव निवासी संदीप, कुछ साल पहले संतोष लोधी के साथ प्रॉपर्टी का काम करता था। इसी बीच संतोष हत्या के आरोप में जेल चला गया। संतोष इलाके में दबदबा कायम करना चाहता था। इसलिए जेल में रहते हुए भी अपने गुर्गों से जमीनों पर कब्जे करवाता रहा। उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि को देखकर संदीप ने उससे किनारा कसना शुरू कर दिया। वह संतोष से मिलने के लिए कभी जेल नहीं गया।
पुलिस के मुताबिक, संतोष 18 जनवरी को जेल से छूटकर बाहर आया था। उसी समय ही उसने संदीप की हत्या का तानाबाना बुनना शुरू कर दिया। 22 जनवरी को उसने संदीप के ही गांव के अपने खास गुर्गे मनीष गौतम के जरिए उसे बांगरखेड़ा स्थित मैदान में बुलाया। मनीष अपने दोस्त विकास गौतम, सचिन रावत और एक नाबालिग के साथ संदीप को लेकर तय जगह पहुंचा। यहां देर रात तक संतोष ने सभी को शराब पिलाई। इसी दौरान उसने मनीष की पिस्टल से संदीप को गोली मार दी।
पारा पुलिस ने बताया कि पारा के पतौरा गांव निवासी अजीत सिंह से संदीप के परिवार की पुरानी दुश्मनी थी। मनीष को इसकी जानकारी थी। इसलिए हत्या के बाद वह ऑल्टो कार से शव को पतौरा गांव लेकर गया और अजीत के घर के पास फेंककर फरार हो गए। उनका मकसद था कि पुरानी दुश्मनी की वजह से हत्या का शक अजीत पर जाएगा और पुलिस उसे गिरफ्तार कर लेगी।
पुलिस ने बताया कि शव मिलने के बाद संदीप की कॉल डिटेल खंगाली गई तो पता चला कि आखिरी बातचीत मनीष से हुई थी। संदीप का फोन गायब था और मनीष का फोन बंद था। इसी से सबसे पहला शक मनीष पर ही गहराया। इसी से कड़ियां जोड़ते हुए पुलिस ने मनीष, विकास, सचिन और उनके नाबालिग दोस्त को पकड़ लिया। मनीष के पास से वारदात में इस्तेमाल की पिस्टल और कार बरामद कर ली गई है|
मुख्य अभियुक्त की तलाश जारी
पुलिस ने बताया कि,'''' घटना में शामिल मुख्य अभियुक्त संतोष लोधी पुत्र नत्था सिंह राजपूत निवासी बादर खेड़ा थाना पारा जनपद लखनऊ की तलाश व आला कत्ल की तलाश जारी है। अभियुक्त की तलाश में टीम गठित कर दबिश दी जा रही है। मुख्य अभियुक्त की गिरफ्तारी के हर सम्भव प्रयास जारी है।
शनिवार सुबह संदीप पाल का मिला था शव
पारा के सलेमपुर पतौरा गांव में शुक्रवार देर रात संदीप पाल की बदमाशों ने गोली मार कर हत्या कर दी। एक खाली प्लाट में शनिवार सुबह उसका खून से लथपथ शव पड़ा मिला था। घटना की सूचना पर पारा पुलिस और अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण किया था। घटनास्थल से कुछ दूर पर संदीप की अपाचे बाइक खड़ी मिली थी।
दोस्त के साथ गया था पार्टी में
संदीप के भाई विक्रम पाल के मुताबिक वह शुक्रवार शाम को मनीष गौतम के साथ अपनी गाड़ी से निकला था। उसे रसूलपुर के रहने वाले आकाश गौतम ने कॉल कर बुलाया था। ADCP दक्षिणी राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया था कि संदीप काकोरी का रहने वाला है। शुक्रवार रात वह सरोजनीनगर इलाके में एक बर्थ-डे पार्टी में जाने की बात कहकर निकला था। देर रात वह घर लौट रहा था।