लखनऊ: यूपी में राज्यसभा चुनाव ने कहीं दूरियां घटाई हैं तो कहीं नफरत बढ़ा दी है। एक तरफ भाजपा और बसपा पास आते दिख रहे हैं तो दूसरी तरफ सपा-बसपा में दूरी और बढ़ती नजर आ रही है। एक साल पहले ही सपा के साथ गठबंधन कर लोकसभा चुनाव लड़ने वाली मायावती को अब भाजपा से परहेज नहीं है।
मायावती अब BJP के समर्थन में खुलकर सामने आ गई है| मायावती के भाजपा प्रेम पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने तंज कसा है। पूर्व सांसद राकेश सचान ने मायावती का एक फोटो शेयर करते हुए लिखा है- भाजपा को सपोर्ट करना पड़ा तो करेंगे : मायावती| राकेश सचान ने कहा कि B - भाजपा S - सहायक P - पार्टी|
कांग्रेस नेता अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि,''मायावती और बीजेपी एक है मैंने अगस्त में ही बता दिया था । आज मायावती ने खुद खुलासा कर दिया।
आराधना मिश्रा ने कहा कि,''बसपा भाजपा की B टीम है। आज मायावती जी के बयान से कि बसपा विधान परिषद चुनाव में भाजपा के प्रत्याषी का समर्थन करेगी से यह स्पष्ट भी है. यह एक डील का हिस्सा था। अपने राजनीतिक फायदे के लिए अपने सिद्धांतों से कोई किस प्रकार समझौता कर सकता है यह उसका सबसे बड़ा प्रमाण है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि ,''अब क्या देखने को बाकी है, हाथी अब सरकारी हो गया है। दलित - वंचित समाज के लोगों का दमन कर रही सरकार का साथी हो गया।
राज्यसभा सांसद पी एल पुनिया ने कहा कि ,'आज बसपा सुप्रीमो ने अपने दिल की बात जुबान से भी बोल दी। दरअसल लंबे समय से संसद में भाजपा की मदद करना व मीडिया में अघोषित प्रवक्ता के रूप में उनकी लिखी हुई स्क्रिप्ट पढ़ना तो वह कर ही रहीं थी। जब उनके विधायक हकीकत जान गए, तो मायावती जी ने खुलेआम भाजपा के समर्थन की घोषणा भी कर दी।आज प्रदेश में पूरा दलित समाज जिस तरह से पीड़ित प्रताड़ित और उपेक्षित है वह किसी से छिपा नहीं है ऐसे समय में मायावती जी द्वारा भाजपा के समर्थन की घोषणा समाज के साथ विश्वासघात है।