लखनऊ: हाथरस गैंगरेप केस: हाथरस पीड़िता की मौत के बाद से पूरे देश में उबाल है। कई विपक्षी पार्टियां मामले में उत्तर प्रदेश की सरकार और यूपी पुलिस के रवैये को लेकर सवाल उठा रही हैं| हाथरस कांड पर सवालों से घिरी योगी सरकार ने हाथरस मामले में स्पेशल इन्वेस्टिगेटिंग टीम (SIT) की प्रारंभिक रिपोर्ट के बाद के हाथरस एसपी, डीएसपी, इंस्पेक्टर और कुछ अन्य अधिकारियों को निलंबित कर दिया है।
हाथरस के SP, DSP व अन्य पुलिसवालों के निलंबन पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने CM योगी पर निशाना साधा और सवाल उठाये है| उन्होंने CM योगी से पूछा,' कुछ मोहरों को सस्पेंड करने से क्या होगा? हाथरस की पीड़िता, उसके परिवार को भीषण कष्ट किसके ऑर्डर पर दिया गया? मुख्यमंत्री जी अपनी जिम्मेदारी से हटने की कोशिश न करें। देश देख रहा है.. योगी आदित्यनाथ इस्तीफा दो|
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट में लिखा,योगी आदित्यनाथ जी कुछ मोहरों को सस्पेंड करने से क्या होगा? हाथरस की पीड़िता, उसके परिवार को भीषण कष्ट किसके ऑर्डर पर दिया गया? हाथरस के डीएम, एसपी के फोन रिकार्ड्स पब्लिक किए जाएँ। मुख्यमंत्री जी अपनी जिम्मेदारी से हटने की कोशिश न करें। देश देख रहा है..योगी आदित्यनाथ इस्तीफा दो.. इस्तीफा दो..
यूपी CM योगी आदित्यनाथ ने हाथरस मामले में प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के आधार पर एसपी, डीएसपी, इंस्पेक्टर और कुछ अन्य अधिकारियों को निलंबित करने का निर्देश दिया है| हाथरस मामले में SIT प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के आधार पर हाथरस के एसपी विक्रांत वीर, सीओ राम शब्द, एसआई जगवीर सिंह, इंस्पेक्टर दिनेश कुमार वर्मा और हेड कांस्टेबल महेश पाल का निलंबन किया गया| शामली के एसपी विनीत जायसवाल को हाथरस का एसपी बनाया गया है| हाथरस के पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर लापरवाही व शिथिल पर्यवेक्षण के लिए निलंबित किये गए|