लखनऊ: कांग्रेस नेता पंखुड़ी पाठक के खिलाफ सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी करने वालों के खिलाफ हज़रतगंज कोतवाली में मुक़दमा हुआ दर्ज। हजरतगंज पुलिस ने कांग्रेस नेता पंखुड़ी पाठक के खिलाफ पर अभद्र टिप्पणी करने के लिए हजरतगंज कोतवाली में सपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुक़दमा दर्ज किया| बता दें , इस मामले में पंखुड़ी पाठक ने पुलिस कम्प्लेन दी थी|
वहीँ पंखुड़ी पाठक के पति व समाजवादी पार्टी नेता अनिल यादव ने पार्टी के सभी पदों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। अनिल ने अपने इस्तीफ़े में पत्नी पंखुड़ी पाठक पर सपा कार्यकर्ता द्वारा की गई अभद्र टिप्पणी से आहत की बात कही है | अनिल यादव ने कहा,''समाजवादी पार्टी के साथ मेरा सफ़र समाप्त हुआ।
अनिल यादव ने अपना इस्तीफा समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को भेजा है। अनिल यादव ने अपने इस्तीफ़े में कहा है कि,'' उनकी पत्नी और कांग्रेस की सोशल मीडिया इंचार्ज पंखुड़ी पाठक के खिलाफ सपा के कुछ नेताओं ने अभद्र टिप्पणियां कीं। जिन पर पार्टी की ओर से जवाब नहीं दिया गया बल्कि अनिल यादव पर ही चुप रहने के लिए दबाव बनाया गया है। इससे आहत होकर यह कदम उठाया है।
अखिलेश यादव को संबोधित अपने इस्तीफे में अनिल यादव ने लिखा है, "लगभग 10 साल का साथ यहीं समाप्त हुआ। सपा में मुझे बेहिसाब सम्मान और प्यार मिला। जिसका मैं आभारी हूं, लेकिन यकीन मानिए अपमान में भी कोई कसर नहीं छोड़ी।जिस पार्टी से अब हम अपने घर की महिलाओं के सम्मान की अपेक्षा नहीं कर सकते, उससे सर्व समाज के सम्मान और उत्थान की क्या उम्मीद रखें?"
अनिल यादव ने अपने इस्तीफ़े में कहा है कि, कल एक तस्वीर वाइरल हुई जिसमें अखिलेश जी पर आमजन को टीका टिप्पणी करने का मौक़ा मिला । कांग्रेस पार्टी ने भी उस तस्वीर को प्रियंका जी की तस्वीर के साथ लगा कर कटाक्ष किया और मेरी पत्नी पंखुड़ी ने अपनी पार्टी के एक कार्यकर्ता की पोस्ट को शेयर किया जिसके बाद बहुत सारे सपा के लोगों ने पंखुड़ी को अभद्र व अशोभनीय बातें लिखनी शुरू कर दी।
अनिल यादव ने कहा,''हालाँकि मैं सोशल मीडिया पर लिखी किसी चीज़ को महत्व नहीं देता लेकिन कुछ तो इतनी घटिया थी कि कोई आम आदमी अपने घर की महिला के बारे में ऐसा देखे तो सह ना सके। खैर, पंखुड़ी ने पुलिस कम्प्लेन कर दी जिसपर विधिवत कार्यवाही जारी है, लेकिन पार्टी की तरफ़ से उसपर कोई कार्यवाही नहीं हुई उल्टा मुझे लोगों ने पंखुड़ी को समझाने की नसीहत देनी शुरू कर दी और सुबह जब मैं उठा तो मैने देखा कि मुझे सपा के सभी अधिकारिक Watsapp groups से निकाल दिया गया| जिसका सीधा संदेश मुझे समझ आ गया है| इसीलिए मैं सपा की प्राथमिक व आजीवन सदस्यता से इस्तीफ़ा देता हूँ, लगभग 10 साल का साथ यहीं समाप्त हुआ।
अनिल यादव ने कहा,'सपा में मुझे बेहिसाब सम्मान और प्यार मिला जिसका मैं बहुत आभारी हूँ लेकिन यकीन मानिए अपमान में भी कोई कसर नहीं छोड़ी। जिस पार्टी से अब हम अपने घर की महिलाओं के सम्मान की अपेक्षा नहीं कर सकते उससे सर्वसमाज के सम्मान व उत्थान की क्या उम्मीद रखें ? 'ये सब बड़े भारी मन से लिख रहा हूँ क्यूँकि कभी सोचा नहीं था। की मैं सपा छोड़ पाऊँगा लेकिन अंत में यही कहूँगा की क्या सपा इतनी कमज़ोर है कि एक फ़ोटो से अस्तित्व ख़तरे में आ जाता है और किसी महिला को इस तरह गालियाँ दी जाती हैं ? जो साथी मुझसे इस सफ़र में जुड़े उनसे मेरे रिश्ते व्यक्तिगत थे और रहेंगे और मैं एक भाई की तरह आपके लिए हमेशा खड़ा रहूँगा। मेरी शुभकामनाएँ समाजवादी पार्टी व आ० अखिलेश जी को ।