लखनऊ: गोरखपुर में पुलिस की कथित पिटाई से एक करोबारी की हुई मौत को लेकर कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) योगी सरकार पर हमलावर हो गई है| कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बुधवार को ट्वीट किया, ‘‘गोरखपुर में एक कारोबारी को पुलिस ने इतना पीटा कि उनकी मृत्यु हो गई। इस घटना से पूरे प्रदेश के आमजनों में भय व्याप्त है।" उन्होंने कहा, "इस सरकार में जंगलराज का ये आलम है कि पुलिस अपराधियों पर नर्म रहती है और आमजनों से बर्बर व्यवहार करती है।"
करोबारी मनीष गुप्ता की मौत पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा' ,''जरा सोचिए परिवार पर क्या बीत रही होगी? योगी सरकार की 'ठोको नीति' ने एक महिला से उसका पति और एक छोटे बच्चे से उसका पिता छीन लिया।खबरों के अनुसार गोरखपुर में एक कारोबारी को पुलिस ने इतना पीटा कि उनकी मृत्यु हो गई। इस घटना से पूरे प्रदेश के आमजनों में भय व्याप्त है। इस सरकार में जंगलराज का ये आलम है कि पुलिस अपराधियों पर नर्म रहती है और आमजनों से बर्बर व्यवहार करती है।
समाजवादी पार्टी (सपा) ने कहा''मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर में "ठोको नीति" का शिकार हुए कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता जी को न्याय दिलाने के वास्ते समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने गोरखपुर और प्रयागराज में निकाला कैंडल मार्च। पीड़ित परिवार के न्याय संघर्ष में साथ खड़े हैं समाजवादी।
बसपा अध्यक्ष मायावती ने बुधवार को ट्वीट किया, ‘यूपी सीएम के गृह जनपद गोरखपुर की पुलिस द्वारा होटल में रात्रि रेड करके तीन व्यापारियों के साथ बर्बर व्यवहार व उसमें से एक की मौत अति-दुःखद व शर्मनाक घटना, जो राज्य में भाजपा सरकार के कानून-व्यवस्था के दावों की पोल खोलता है। वास्तव में ऐसी घटनाओं से पूरा प्रदेश पीड़ित है। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार से पीड़ित परिवार को हर स्तर पर समुचित न्याय देने के साथ-साथ ऐसी अन्य जघन्य घटनाओं को भी अति-गंभीरता से लेकर इनकी पुनरावृति को रोकना सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी उपाय करने की बीएसपी की माँग।
वहीं,''सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, ''गोरखपुर में पुलिस की बर्बरता ने एक युवा व्यापारी की जान ले ली। ये बहुत ही दुखद और निंदनीय है। उप्र की भाजपा सरकार ने एनकाउंटर की जिस हिंसक संस्कृति को जन्म दिया है, ये उसी का दुष्परिणाम है। संलिप्त लोगों पर हत्या का मुक़दमा चले और उप्र को हिंसा में धकेलनेवाले इस्तीफ़ा दें। झूठ_का_फूल
गौरतलब हैं कि,'' गोरखपुर में सोमवार-मंगलवार रात संदिग्धों की तलाश में होटल में दबिश के दौरान एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी| । युवक के साथ रुके दोस्तों ने पुलिस पर पिटाई का आरोप लगाया तो इस मामले में पुलिसकर्मियों का बचाव करते हुए गोरखपुर के एसएसपी ने दबिश के दौरान हड़बड़ाहट में गिरने से सिर में चोट लगने की बात कही| SSP विपिन टाडा ने बताया, "युवक की मृत्यु के मामले में 6 पुलिसकर्मियों को निलम्बित किया गया है। मामले की जाँच SP नॉर्थ मनोज अवस्थी को दी गई है|
सोमवार रात रामगढ़ताल थाना क्षेत्र में एक होटल में कानपुर निवासी 30 वर्षीय रियल एस्टेट कारोबारी मनीष गुप्ता अपने दो दोस्तों प्रदीप और हरदीप सिंह चौहान के साथ ठहरे थे। देर रात पुलिस होटल में निरीक्षण के लिए पहुंची थी। निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि तीन लोग गोरखपुर के सिकरीगंज स्थित महादेवा बाजार के निवासी चंदन सैनी के पहचान पत्र के आधार पर एक कमरे में ठहरे हुए हैं। पूछताछ के दौरान कथित रूप से पुलिस द्वारा पिटाई के बाद घायल मनीष की संदिग्ध हालात में गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई थी।
मनीष के साथ कमरे में ठहरे उसके दोस्तों ने बताया कि वे लोग गोरखपुर के रहने वाले कारोबारी चंदन सैनी के बुलावे पर आए थे। सिकरीगंज के महादेवा बाजार के रहने वाले चंदन सैनी ने बताया कि वह बिजनेस करते हैं| उनके तीन दोस्त गुरुग्राम से प्रदीप चौहान (32) और हरदीप सिंह चौहान (35) और कानपुर से मनीष गुप्ता (30) गोरखपुर घूमने आए थे| 27 सिंतबर की रात रामगढ़ताल थाना पुलिस होटल व सरायों की जांच पर निकली थी| थाने से कुछ दूरी पर स्थित कृष्णा होटल में पुलिस ने एक कमरे की तलाशी ली तो वहां मनीष अपने दो दोस्तों के साथ ठहरा हुआ था|
मनीष की पत्नी मीनाक्षी ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाते हुए कहा कि इसी वजह से उनके पति की मृत्यु हुई है। हालांकि, पुलिस ने इस आरोप से इनकार करते हुए कहा कि मनीष नशे की हालत में था और पूछताछ के दौरान जमीन पर गिरने से उसके सिर में चोट आ गई थी जिससे उसकी मृत्यु हुई।