लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने कहा,''केंद्र सरकार ने 14 अप्रैल तक COVID19 वैक्सीन लगाने को उत्सव के रूप में मनाने का जो विशेष अभियान चलाया है वो अच्छी बात है। लेकिन अगर ये उत्सव देश के गरीब और जरूरत मंद लोगों को फ्री में वैक्सीन लगाने के रूप में मनाया जाता तो ज़्यादा उचित होता| मायावती ने कहा,''मैं बाबासाहब डॉ.भीमराव अंबेडकर की जयंती पर केंद्र और राज्य सरकारों से अनुरोध करती हूं कि वो आज पूरे देश में गरीब और जरूरत मंद लोगों को वैक्सीन मुफ़्त में लगाने का निर्णय लें और ऐलान करें|
प्रेस कॉन्फ्रेंस में उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा,'''केन्द्र सरकार ने कोरोना वैक्सीन लगाने को लेकर जो इसे आज तक अर्थात् 14 अप्रैल तक उत्सव के रुप में मनाने का विशेष अभियान चलाया हुआ है यह अच्छी बात है, लेकिन यदि यह उत्सव खासकर यहाँ देश के गरीब एवं अन्य सभी जरुरतमन्द लोगों को फ्री में वैक्सीन लगाने के रुप में मनाया जाता तो यह ज्यादा उचित होता, जिसके लिए बी.एस.पी. शुरु से ही इसकी बराबर मांग भी करती आ रही है। इसलिए आज मैं बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की जयन्ती के शुभ अवसर पर केन्द्र व सभी राज्य सरकारों से भी यह विशेष अनुरोध करती हूँ कि वे आज 14 अप्रैल को यह वैक्सीन पूरे देश में गरीब एवं अन्य सभी जरुरतमन्द लोगों को मुफ्त/फ्री में लगाने का निर्णय लेकर इसका आज ही एलान भी करें।
मायावती ने कहा,''इसके इलावा, देश में इस वर्ष फिर से कोरोना महामारी की रफ्तार बढ़ने की वजह से जो लोग पलायन करके अपने-अपने राज्यों में लौटने का मन बना रहे हैं या लौट रहे हैं तो उन्हें वही रोककर वहाँ की राज्य सरकारे उनके ठहरने व खाने आदि की समुचित व्यवस्था करें तो यह ज्यादा उचित होगा। वरना ये लोग पलायन के दौरान काराना महामारी की भी चपेट में आ सकते है तो इससे ज्यादा मुश्किले बढ़ सकती है। ऐसी स्थिति में, उन्हें रोकने के लिए केन्द्र की सरकार राज्य सरकारों की हर प्रकार से मदद जरुर करे। बी.एस.पी. की यह मांग है और ऐसा किये जाने पर फिर यही बाबा साहेब के प्रति इनकी सच्ची श्रद्धा भी होगी।
इससे पहले,''बाबासाहब डॉ.भीमराव अंबेडकर की जयंती पर उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती जी ने आज मीडिया को सम्बोधित करते हुए कहा कि : "जैसाकि विदित है कि आज भारतीय संविधान के मूल निर्माता एवं दलितों, शोषितों व अन्य उपेक्षित वर्गों के मसीहा परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर जी की जयन्ती है और इस मौके पर पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी कोरोना प्रकोप के चलते तथा सभी सरकारी नियमों का अनुपालन करते हुये पूरे देश में बी.एस.पी. के लोग बहुत ही सादगी के साथ इनकी जयन्ती मना रहे हैं, उन सभी को मैं हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें देती हूँ तथा इसके लिए उनका आभार भी प्रकट करती हूँ। साथ ही, मैं अपनी व पार्टी के ओर से इनको पूरे तहेदिल से नमन करते हुये अपने श्रद्धा-सुमन अर्पित करती हूँ। हालांकि हर वर्ष आज का दिन हमारी पार्टी के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण व खास दिन होता है, क्योंकि आज के ही दिन अर्थात् बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की जयन्ती के शुभ अवसर पर ही दिनाँक 14 अप्रैल सन् 1984 को मान्यवर श्री कांशीराम जी द्वारा बी.एस.पी. की स्थापना की गई थी, जिन्होंने अपनी पूरी जिन्दगी बाबा साहेब के मिशन (कारवों) के लिए समर्पित की है।
इतना ही नहीं बल्कि पूरे देश में एक मात्र यही बी.एस.पी. पार्टी है जो यहाँ जातिवादी, पूँजीवादी व संकीर्ण मानसिकता रखने वाली पार्टियों की सभी चुनौतियों का तथा उनके सभी साम, दाम, दण्ड, भेद आदि हथकण्डों का भी मुकाबला करते हुये बाबा साहेब के मिशन (कारवाँ) को आगे बढ़ाने के लिए पूरे जी-जान से लगी हुई है जिसके लिए इन्हें बाबा साहेब की सोच के मुताबिक चलकर यहाँ केन्द्र व राज्यों में तथा अन्य सभी स्तर पर भी राजनैतिक सत्ता की मास्टर चाबी खुद अपने हाथों में लेनी होगी और इसी खास मकसद से ही बी.एस.पी. का गठन किया गया है। मुझे पूरी उम्मीद है कि बी.एस.पी. के लोग बाबा साहेब के इस सपने को जरुर पूरा करेंगे।