लखनऊ: राज्यसभा चुनाव से पहले मायावती को बड़ा झटका देते हुए बसपा के 5 बागी विधायकों ने बुधवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की| BSP विधायकों के इस फैसले से यूपी की राजनीति में माहौल गर्म हो गया है| अब बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती समाजवादी पार्टी पर हमलावर हो गई है|
बसपा के कुछ विधायकों के पाला बदलकर सपा का दामन थामने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने गठबंधन के पूर्व सहयोगी अखिलेश यादव पर हमला बोला है| उन्होंने कहा कि सपा को हराने के लिए अगर BSP विधायकों को भाजपा को वोट करना पड़े तो वह भी किया जाएगा|
मायावती ने कहा कि यूपी के विधान परिषद चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को हराने के लिए जरूरी हुआ तो भाजपा के पक्ष में भी वोट करेंगी|
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने कहा कि,''इस बार लोकसभा चुनाव में NDA को सत्ता में आने से रोकने के लिए हमारी पार्टी ने सपा सरकार में मेरी हत्या करने के षड्यंत्र की घटना को भूलाते हुए देश में संकीर्ण ताकतों को कमजोर करने के लिए सपा के साथ गठबंधन करके लोकसभा चुनाव लड़ा था|
उन्होंने कहा कि,''सपा के मुखिया गठबंधन होने के पहले दिन से ही एससी मिश्रा जी को ये कहते रहे कि अब तो गठबंधन हो गया है तो बहनजी को 2 जून के मामले को भूला कर केस वापस ले लेना चाहिए, चुनाव के दौरान केस वापस लेना पड़ा| मायावती ने कहा कि सपा से गठबंधन की भलाई के लिए 1995 के गेस्ट हाउस कांड का केस वापस लेना उनकी भूल थी|
मायावती ने कहा कि,''चुनाव का नतीजा आने के बाद इनका जो रवैया हमारी पार्टी ने देखा है, उससे हमें ये ही लगा कि केस को वापस लेकर बहुत बड़ी गलती करी और इनके साथ गठबंधन नहीं करना चाहिए था|