लखनऊ:बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने लखनऊ के पार्टी कार्यालय में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन (Prabudh Sammelan' ) में हिस्सा लिया। कार्यक्रम में बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा भी मौजूद रहे। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के 'हिंदुओं-मुसलमानों के पूर्वज एक ही थे' बयान को लेकर मायावती ने RSS- BJP से सवाल पूछा| RSS- BJP से उन्होंने पूछा,''जब हिंदुओं और मुसलमानों के पूर्वज एक ही हैं, तो आरएसएस - बीजेपी हर स्तर पर मुसलमानों के साथ सौतेला रवैया क्यों अपना रही है|
दरअसल मोहन भागवत ने सोमवार को कहा कि हिंदुओं और मुसलमानों के पुरखे एक ही थे और हर भारतीय नागरिक ‘हिंदू' है| पुणे बेस्ड ग्लोबल स्ट्रेटेजिक पॉलिसी फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भागवत ने कहा कि हिंदुओं और मुसलमानों के पुरखे एक ही थे| भारतीय संस्कृति विविध विचारों को समायोजित करती है और अन्य धर्मों का सम्मान करती है|
मोहन भागवत के 'हिंदुओं-मुसलमानों के पूर्वज एक ही थे' बयान को लेकर आज यानी मंगलवार को बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा कि,''मुझे कल मीडिया के ज़रिए मालूम हुआ है कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है हिंदुओं और मुसलमानों के पूर्वज एक ही हैं। मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि, यदि हिन्दुओं व मुसलमानों के पूर्वज एक ही हैं तो आरएसएस की बीजेपी यहाँ हर स्तर पर मुसलमानों के साथ सौतेला रवैया क्यों अपना रही है|
मायावती ने कहा कि,''यह भी सोचने की बात है। इसके साथ ही मुसलमानों का वोट लेकर फिर इनको अपनी सरकार में तबाह व बर्बाद करने के मामले में भी सपा व कांग्रेस पार्टी भी कोई कम नहीं है। खासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश का मेरठ-मलियाना काण्ड व मुजफ्फरनगर काण्ड को यहाँ के मुस्लिम लोगों को जल्दी से भूलना नहीं चाहिये। यह भी मेरी इनसे खास अपील है। और इस मामले में वैसे यह बात भी सर्वविदित है कि बी.एस.पी. जो कहती है तो वह करके भी दिखाती हैं।
लखनऊ BSP कार्यालय में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन (Prabudh Sammelan' ) में मायावती ने कहा कि,दलित वर्ग के लोगों पर शुरू से गर्व रहा है कि उन्होंने बिना गुमराह और बहकावे में आए कठिन से कठिन दौर में भी पार्टी का साथ नहीं छोड़ा। ये लोग मज़बूत चट्टान की तरह पार्टी के साथ खड़े रहे हैं। उम्मीद है कि BSP से जुड़े अन्य सभी वर्गों के लोग इनकी तरह आगे कभी गुमराह नहीं होंगे|
मायावती ने कहा कि,'ब्राम्हण समाज के लोग भी कहने लगे हैं कि, हमने BJP के प्रलोभन भरे वादों के बहकावे में आकर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाकर बहुत बड़ी गलती की है। BSP की रही सरकार ने ब्राम्हण समाज के लोगों के सुरक्षा, सम्मान, तरक्की के मामले में हर स्तर पर अनेको ऐतिहासिक कार्य किए हैं|
मायावती ने कहा कि,''अब मैं मीडिया बन्धुओं को अपने खुद के बारे में भी यह बताना चाहती हूँ कि में दिनांक 2 फरवरी सन् 2021 से लगातार यहाँ लखनऊ में स्थित/मौजूद हूँ और आएदिन मैं पार्टी की छोटी-बड़ी बैठके लगातार यहाँ ले रही हूँ। मीडिया आदि में भी मैं बीच-बीच में जरूरत के अनुसार अपनी पार्टी का स्टैण्ड रखती रही , लेकिन फिर भी यहाँ ख़ासकर जातिवादी मानसिकता वाला मीडिया मेरे बारे में अक्सर यही चर्चा करता रहता है कि बी.एस.पी. प्रमुख अभी बाहर क्यों नहीं निकल रही हैं जबकि वास्तव में इसका मुख्य कारण कोरोना नियमों की आड़ में भाजपा की सरकारी मशीनरी द्वारा अपनी पार्टी के लोगों पर जान-बूझकर षड़यंत्र के तहत् की जाने वाली उनकी जबरदस्ती की कार्रवाई से उन्हें बचाना है जैसा कि पार्टी के किये गये प्रबुद्ध वर्ग के कार्यक्रमों में हमें ऐसा काफी कुछ होते हुये देखने के लिए मिला है।
इतना ही नहीं बल्कि पार्टी से जुड़े प्रबुद्ध वर्ग के लोगों को बहुत कम संख्या में इन कार्यक्रमों मे इन्हें आने दिया है। लेकिन वहीं दूसरी तरफ मेरे ऐसे कार्यक्रम में इनके लाख रोकने के बावजूद भी पार्टी के लोग बड़ी संख्या में आने से कतई भी रूकने वाले नहीं हैं और फिर यही हाता कि हमारी पार्टी के लोगों पर अब तक काफी भारी तादाद में एफ.आई.आर. दर्ज हो जाती और ऐसा हो जाने पर फिर हमारी पार्टी के ये लोग चुनाव के समय में अपने-अपने क्षेत्र के पार्टी के उम्मीदवारों को चुनाव जिताने की बजाय बल्कि वे ज्यादातर कोर्ट-कचेहरी व थानों आदि में ही अपना समय बर्बाद करते रहते, जिसे खास ध्यान में रखकर ही फिर मजबूरी में मुझे अपनी पार्टी की चुनावी तैयारी अपने लखनऊ पार्टी प्रदेश कार्यालय से या फिर अपने निवास स्थान पर बने पार्टी के कैम्प कार्यालय से ही करनी पड़ रही है|