CM योगी ने पंचकोसी, चौदहकोसी तथा चौरासीकोसी परिक्रमा मार्गों को सुगमतापूर्वक विकसित करने का दिया निर्देश
लखनऊ: उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पंचकोसी, चौदहकोसी तथा चौरासीकोसी परिक्रमा मार्गों को सुगमतापूर्वक विकसित करने का निर्देश दिया| उन्होंने कहा कि,''पंचकोसी, चौदहकोसी तथा चौरासीकोसी परिक्रमा मार्गों को इस प्रकार विकसित किया जाए, जिससे श्रद्धालु सुगमतापूर्वक परिक्रमा कर सकें। कहा कि पूरे विश्व में अयोध्या, भगवान श्रीराम जी की नगरी के रूप में जानी जाती है। अयोध्या धाम का पौराणिक महत्व है। इसलिए इसकी पुरातन संस्कृति को अक्षुण्ण रखते हुए अयोध्या को विकसित किया जाए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या के विश्वस्तरीय प्रचार-प्रसार की बेहतर योजना तैयार की जाए। इसके साथ ही, अयोध्या में गाइड की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कार्यवाही प्रारम्भ की जाए| इससे जहां एक ओर पर्यटकों को सुविधा होगी, वहीं दूसरी ओर स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी सुलभ होंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि निकट भविष्य में अयोध्या में देश-दुनिया से आने वाले पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि सम्भावित है। इसके दृष्टिगत अयोध्या में अच्छे होटलों के निर्माण को बढ़ावा दिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए आवश्यक भूमि का चिन्हांकन किया जाए। धर्मशाला एवं विश्रामालय सुविधाओं का विस्तार कराया जाए। ड्रेनेज सिस्टम की व्यवस्था की जाए। उन्होंने अयोध्या में हवाई अड्डे के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही में तेजी लाने के निर्देश दिए।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लोक निर्माण विभाग को निर्देशित किया कि नगर के मुख्य मार्गों के चौड़ीकरण की कार्यवाही में अयोध्या विकास प्राधिकरण का सहयोग भी लिया जाए।कहा कि राम-जानकी मार्ग का निर्माण पूरी गुणवत्ता के साथ कराया जाए। पौराणिक महत्व से जुड़ी इस परियोजना के पूरा हो जाने पर पूर्वांचल के अनेक जनपदों में विकास की रफ्तार तेज होगी। कहा कि अयोध्या के सभी मार्गों का सुदृढ़ीकरण/चौड़ीकरण/मरम्मत, जो भी आवश्यक हो, उसे प्राथमिकता पर किया जाए।
उन्होंने कहा कि पर्यटकों तथा श्रद्धालुओं के लिए बाधारहित आवागमन पर विशेष ध्यान दिया जाए। अयोध्या में 2 बस अड्डों की व्यवस्था के लिए कार्यवाही की जाए। कहा कि पंचकोसी, चौदहकोसी तथा चौरासीकोसी परिक्रमा मार्गों को इस प्रकार विकसित किया जाए, जिससे श्रद्धालु सुगमतापूर्वक परिक्रमा कर सकें।
उन्होंने कहा कि,''अयोध्या में मल्टीलेवल पार्किंग ऐसी हो, जिससे इसका व्यावसायिक उपयोग किया जा सके। उन्होंने बिजली के तारों को अंडरग्राउंड करने की कार्यवाही तेजी से संचालित करने के निर्देश दिए।कहा कि निर्माण कार्यों में स्थानीय स्थापत्य की झलक दिखनी चाहिए। उन्होंने अयोध्या के सभी घाटों को संरक्षित करते हुए इनका सौंदर्यीकरण किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गुप्तार घाट से नए घाट तक रिवर फ्रण्ट विकसित किया जाए।उन्होंने यह भी कहा कि रिवर फ्रण्ट के विकास से अयोध्या में एक नवीन पर्यटन, आकर्षण स्थल उपलब्ध होगा। कहा है कि अयोध्या को सोलर सिटी के रूप में विकसित किए जाने की आवश्यकता है। इससे जहां एक ओर पर्यावरण संतुलित रहेगा, वहीं दूसरी ओर इस पवित्र नगरी को एक नई पहचान मिलेगी।
