लखनऊ: उत्तर प्रदेश के डीजीपी मुकुल गोयल को विभागीय कार्यों में रुचि न लेने के आरोप में पद से हटा दिया गया, उनकी जगह पुलिस महानिदेशक अभिसूचना डॉ. देवेन्द्र सिंह चौहान को पुलिस महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया गया है| समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने डीजीपी गोयल को आरोप लगाकर हाटने पर योगी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाये|
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि,'उप्र के DGP को ये आरोप लगाकर हटाना कि वो शासकीय कार्य की अवहेलना करते थे, विभागीय कार्य में रुचि न लेते थे व अकर्मण्य थे, बेहद बचकाने बहाने हैं। इससे पुलिस बल का मनोबल गिरा है। क्या उनकी नियुक्ति के समय उनकी योग्यता की जाँच नहीं की गयी थी, ऐसे में उनका चयन करने वाले भी दोषी हुए।
मालूम हो कि यूपी के DGP मुकुल गोयल को बीते बुधवार रात हटा दिया गया था| उत्तर प्रदेश सरकार ने गुरुवार को 1988 बैच के आईपीएस देवेंद्र सिंह चौहान को डीजीपी अतिरिक्त प्रभार की जिम्मेदारी सौंपी है|
दरअसल, प्रदेश में ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी डीजीपी को विभागीय कार्यों में रुचि न लेने और अकर्मण्यता के चलते उनके पद से मुक्त कर दिया गया है, और उन्हें डीजी नागरिक सुरक्षा के रूप में तैनात किया गया है| जून 2021 में मुकुल गोयल यूपी के डीजीपी नियुक्त किए गए थे, लेकिन उन्होंने अपने पद एक साल भी पूरा नहीं किया कि, गंभीर आरोप के साथ पद से हटाए जाने का फरमान आ गया|