लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के खिलाफ केस दर्ज कराने के बाद से बेहद चर्चा में रहे 1992 बैच के आइपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को अनिवार्य सेवानिवृति का आदेश दिया गया है। इनके साथ ही दो अन्य अफसरों को भी जबरिया रिटायर किया गया है।उत्तर प्रदेश गृह विभाग ने कहा,''IPS अधिकारी अमिताभ ठाकुर को गृह मंत्रालय (MHA) द्वारा एक आदेश के अनुसार सेवा से तत्काल स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) दी गई, क्योंकि उन्हें लोक सेवक के रूप में अपनी सेवाएं जारी रखने के लिए उपयुक्त नहीं पाया गया था| इनके साथ राकेश शंकर और राजेश कृष्ण की सेवा को रोक दिया गया है।
उत्तर प्रदेश गृह विभाग ने अपने बयान में कहा,'' गृह मंत्रालय, भारत सरकार, के आदेश संख्या-30012/16/2016-IPS.II, दिनांक 17.03.2021 द्वारा अमिताभ ठाकुर, आईपीएस, आरआर-1992 को लोकहित में सेवा में बनाये रखे जाने के उपयुक्त न पाते हुए, अखिल भारतीय सेवायें (डीसीआरबी) नियमावली-1958 के नियम16 के उप-नियम-3 के अन्तर्गत लोकहित में तात्कालिक प्रभाव से सेवा पूर्ण होने से पूर्व सेवानिवृत्त किये जाने का निर्णय लिया गया है।
अतएव, अब गृह मंत्रालय, भारत सरकार के आदेश संख्या-30012/16/2016IPS.II, दिनांक 17.03.2021 के क्रम में राज्यपाल नियमानुसार अमिताभ ठाकुर, आईपीएस, आरआर-1992 को लोकहित में तात्कालिक प्रभाव से सेवा पूर्ण होने से पूर्व सेवानिवृत्त किये जाने एवं उनको 03 महीने के उनके वेतन और भत्तों के बराबर की धनराशि, जो उनकी सेवानिवृत्ति के ठीक पूर्व उनके द्वारा अहरित की जा रही धनराशि के समान दर पर आगणित कर दिये जाने के निदेश देते हैं।
अखिल भारतीय पुलिस सेवा से जबरिया रिटायर किए गए अमिताभ ठाकुर ने इसके बाद एक ट्वीट भी किया है। अमिताभ ठाकुर ने कहा,''"अमिताभ ठाकुर को लोकहित में सेवा में बनाये रखे जाने के उपयुक्त न पाते हुए लोकहित में तात्कालिक प्रभाव से सेवा पूर्ण होने से पूर्व सेवानिवृत किये जाने का निर्णय लिया गया है."मुझे अभी-अभी VRS (लोकहित में सेवानिवृति) आदेश प्राप्त हुआ. सरकार को अब मेरी सेवाएँ नहीं चाहिये. जय हिन्द !
जबरन रिटायर किए जाने वाले पुलिस अफसरों की सूची के मुताबिक, राकेश शंकर इन दिनों उप-महानिरीक्षक (DIG) स्थापना पद पर तैनात थे|वे लंबे समय से देवरिया शेल्टर होम प्रकरण में फंसे हुए हैं| उनके खिलाफ भी जांच चल रही है| पुलिस अफसर राजेश कृष्ण इन दिनों बाराबंकी में मौजूद पीएसी की 10वीं बटालियन के सेना नायक (कमांडेंट) हैं| राजेश कृष्ण आजमगढ़ में हुए पुलिस भर्ती घोटाले में फंसे हुए हैं| उनके खिलाफ भी अभी तक जांच लंबित हैं|