कोलकाता: नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के अवसर पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता में श्याम बाज़ार से रेड रोड तक आठ किलोमीटर लंबी पदयात्रा की| आठ किमी लंबी पदयात्रा के बाद बीजेपी पर जमकर बरसीं CM ममता बनर्जी| उन्होंने पहले पदयात्रा में शामिल होने के लिए सभी लोगों का शुक्रिया किया| केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए ममता ने कहा, 'बीजेपी लोगों को बांटना चाहती है| मेरी लड़ाई देश के लिए है|
पदयात्रा के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा, जब नेताजी ने भारतीय राष्ट्रीय सेना का गठन किया, तो उन्होंने गुजरात, बंगाल, तमिलनाडु के लोगों सहित सभी को लिया। वह अंग्रेजों की फूट डालो और राज करो की नीति के खिलाफ खड़े थे| आज से पहले कभी भी उनकी ( नेताजी सुभाष चंद्र बोस) जयंती नहीं मनाए जाने के केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ मैं अपनी असहमति व्यक्त करना चाहूंगा|
ममता बनर्जी ने कहा,'' हम आजाद हिंद स्मारक का निर्माण करेंगे। हम बताएंगे कि यह कैसे किया जाएगा। उन्होंने मूर्तियों के निर्माण और एक नए संसद परिसर में हजारों करोड़ रुपये खर्च किए हैं| उन्होंने कहा,'मेरा मानना है कि भारत में 4 रोटेटिंग राजधानियां होनी चाहिए। अंग्रेजों ने पूरे देश पर कोलकाता से शासन किया था। हमारे देश में केवल एक ही राजधानी क्यों होनी चाहिए।
सुभाष चंद्र बोस की जयंती समारोह पर ममता बनर्जी ने कहा,'''हम आज 'देशनायक दिवस' मना रहे हैं। रवींद्रनाथ टैगोर ने नेताजी को 'देशनायक' कहा था। क्या है ये 'पराक्रम'..? ममता ने कहा, "मैं पराक्रम शब्द को नहीं समझती... मैं उनके (नेताजी के) 'देश प्रेम' को समझती हूं| नेताजी एक दर्शन है... एक भावना... वह धर्मों की एकता में विश्वास करते थे| उन्होंने कहा, "हमने आज 'देशनायक दिवस' क्यों घोषित किया है? क्योंकि टैगोर ने उन्हें यह उपाधि दी थी...और नेताजी ने टैगोर के गीत को राष्ट्रगान के रूप में मान्यता दी थी| मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोगों को ठीक चुनाव से पहले ही नेताजी की याद आती है| उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के ठीक उलट वह हमेशा से नेताजी के परिवार के संपर्क में रही हैं|