कानपुर में फर्जी कॉल सेन्टर का भंडाफोड़
क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने व रिवार्ड प्वाइन्ट्स रिडीम कराने के नाम पर ठगी करने वाले जीजा-साले गिरफ्तार
उ0प्र0 के अलावा देश के अन्य राज्यों में भी है साइबर ठगी की शिकायतें
पहले जीजा ने सीखा साइबर ठगी का तरीका फिर साले को बनाया ठगी का एक्सपर्ट
कानपुर के काकादेव में चलाया जा रहा था फर्जी कॉल सेन्टर
ठगी की रकम सीधे दिल्ली, बिहार, उडीसा आदि राज्यों में कर देते थे ट्रांसफर
कानपुर नगर: उत्तर प्रदेश के कानपुर नगर में साइबर ठगी करने वाले गैंग का भांडाफोड़ हुआ है| कानपुर के काकादेव में फर्जी कॉल सेंटर चलाकर क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने और रिवॉर्ड प्वाइंट भुनाने (रिवार्ड प्वाइन्ट्स रिडीम) के नाम पर क्रेडिट कार्ड धारकों से अंतरराज्यीय साइबर धोखाधड़ी करने वाले जीजा-साले को गिरफ्तार कर लिया गया। काकादेव में फर्जी कॉल सेंटर खोलकर लोगों को फोनकर उनकी क्रेडिट लिमिट बढ़ाने/रिवार्ड प्वाइन्ट्स रिडीम के नाम पर डिटेल ले लेते थे और फिर सारा पैसा उड़ा लेते थे|
कानपुर पुलिस को जब शिकायत मिली तो डीसीपी (क्राइम) की साइबर टीम की जांच में पता चला कि काकादेव के एक बिल्डिंग में फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा है| इसके बाद पुलिस ने कॉल सेंटर में छापा मारकर — 38 वर्षीय अरुण सिंह (जीजा) और उसके साले 28 वर्षीय अभिषेक सिंह को गिरफ्तार किया और साथ ही दो लड़कियां भी पकड़ी गईं| पकड़ी गईं लड़कियों के नाम — विभा सिंह (39 वर्ष) पत्नी सुरेन्द्र सिंह और शिवांशी सविता (23 वर्ष) पुत्री सुनील कुमार सविता हैं
9 जुलाई को गाजियाबाद जनपद के गोविन्दपुरम (एफ- 2/963 गौर होम्स) के रहने वाले गोविंद भारद्वाज पुत्र स्व0 बिशन कुमार भारद्वाज की लिखित तहरीर पर साइबर क्राइम थाना कमिश्नरेट कानपुर नगर में पंजीकृत कराया गया था। घटनाक्रम के अनुसार गोविंद भारद्वाज को अज्ञात मोबाइल नम्बर से महिला द्वारा काल करके क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने व रिवार्ड पाइन्ट्स को रिडीम करने के नाम पर क्रेडिट कार्ड का नम्बर, एक्सपायरी डेट, सीवीवी नम्बर एवं ओटीपी प्राप्त कर गोविंद के क्रेडिट कार्ड से 1,72.810/- रू0 की धोखाधडी कर ली गयी थी। इस पर पुलिस की कई टीमें काम भी कर रही थी
अपराध करने का तरीका -
साइबर अपराधी शोभा टावर, सर्वोदय नगर, काकादेव कानपुर नगर के 3rd फ्लोर पर फर्जी काल सेन्टर संचालित कर इण्डसइण्ड बैंक के क्रेडिट कार्ड धारकों को फोन करते थे और उन्हे क्रेडिट कार्ड के रिवार्ड प्वाइन्ट्स रिडीम करने के लिए 8 से 10 हजार रूपए के गिफ्ट वाउचर देने लालच देकर लोगो से उनके क्रेडिट कार्ड का डीटेल्स लेकर ओटीपी माँग लेते थे या फिर किसी थर्ड पार्टी एप को डाउनलोड कराकर खुद ओटीपी प्राप्त कर लेते थे। क्रेडिट कार्ड से एकाउंट में पैसे डालने के लिए विभिन्न पेमेन्ट सर्विस एप (नोब्रोकर/फोनपे/हाउजिंगडाटकाम/मोबिक्विक आदि) का उपयोग करके फर्जी खातों में पैसे ट्रांसफर कर लेते थे।
गिरफ्तार अभियुक्त अरूण ने दिल्ली में रहकर कॉल सेन्टर में दो साल काम किया था। अरुण वर्ष 2018 में साइबर फ्राड करने के मामले में तिहाड जेल जा चुका है। 2020 में कानपुर वापस चला आया । दिल्ली में ही इस काम के बारे में सीखा था बाद में कानपुर में आकर काम शुरू किया और बाद में अपने साले अभिषेक जो घर पर ही रहता था और कोई काम नही करता था जिसे अरूण ने इस काम को करने के लिए ट्रेंड किया और अपने साथ ले लिया और यह लोग मिलकर कॉल सेन्टर चलाकर घटना को अन्जाम देते थे। इनके द्वारा अब तक विगत 03 वर्ष मे सम्पूर्ण भारत मे करोडों रूपये की ठगी की गयी है।
गिरफ्तार अभियुक्तगण का नाम व पता-
1. अभिषेक प्रताप सिहं पुत्र रामेन्द्र प्रताप ―निवासी बी-1649 आवास विकास हंसपुरम नौबस्ता कानपुर नगर
2. अरूण प्रताप सिहं पुत्र करन सिहं ―निवासी गोवा गार्डन कल्याणपुर कानपुर नगर
3. विभा सिंह पत्नी सुरेन्द्र सिंह तोमर ―निवासी 116/815 रावतपुर गाँव कानपुर नगर
4. शिवांशी सविता पुत्री सुनील कुमार सविता ― निवासी हाउस न0 116/444 नई बस्ती आदर्श नगर रावतपुर गाँव कानपुर नगर