जयपुर. कांग्रेस विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत का निधन हो गया है|वह पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे| गजेंद्र सिंह शक्तावत के निधन पर सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट ने शोक जताया है| उदयपुर के वल्लभनगर से विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत (48 ) का आईएलबीएस अस्पताल दिल्ली में निधन हो गया। काफी समय से वे लिवर की समस्या को लेकर परेशान थे और उनका पिछले कई महीनों से इलाज़ चल रहा था। उन्होंने बुधवार सुबह 5 बजे अंतिम सांस ली।
शक्तावत को इलाज के दौरान ही कोरोना संक्रमण भी हो गया था, लेकिन वे कोरोना से उबर गए थे। साथ ही उनकी कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आ गई थी। लेकिन जब निधन के बाद उनके पार्थिव शरीर की जांच की गई तो वह कोरोना पॉजिटिव मिले। अब उनका अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकॉल के तहत होगा।
गजेंद्र सिंह शक्तावत के निधन पर अशोक गहलोत ने ट्वीट किया,''ईश्वर से प्रार्थना है शोकाकुल परिजनों को इस बेहद कठिन समय में सम्बल दें एवं दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें। कांग्रेस विधायक श्री गजेंद्र शक्तावत के असामयिक निधन पर मेरी गहरी संवेदनाएं। काफी समय से वे बीमार थे, उनके स्वास्थ्य को लेकर पिछले 15 दिन से मैं परिवारजन और डॉक्टर शिव सरीन के संपर्क में था।
सचिन पायलट ने कहा,''गजेंद्र सिंह शक्तावत जी अपने क्षेत्र एवं पार्टी के प्रति पूर्ण निष्ठा से समर्पित थे। उनके निधन से मुझे व्यक्तिगत क्षति पहुंची है। उनका साथ एवं सहयोग हमेशा हम सब को मिला। वे एक कर्मठ एवं जुझारू विधायक रहे।
PCC चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने भी शक्तावत के निधन पर शोक जताया है| डोटासरा ने ट्वीट किया,''वल्लभनगर से कांग्रेस पार्टी के विधायक श्री गजेंद्र सिंह शक्तावत के देहांत का दुखद समाचार मिला। मैं ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शान्ति प्रदान करने एवं उनके परिवारजनों को यह आघात सहने का संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूँ। ऊं शांति
गौरतलब है कि, गजेंद्र सिंह उदयपुर की वल्लभनगर विधानसभा सीट से दूसरी बार विधायक बने थे। इससे पहले 2008 में भी कांग्रेस पार्टी के टिकट पर सीट जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। इसके बाद पार्टी ने उन्हें संसदीय सचिव की भी जिम्मेदारी दी थी।
बता दें कि वह कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे पूर्व गृहमंत्री गुलाब सिंह शक्तावत के बेटे थे। गजेंद्र सिंह शक्तावत के निधन पर उनके समर्थक में दुःख का माहौल है। गुलाब सिंह शक्तावत राजस्थान में कांग्रेस के मजबूत स्तंभ थे| मेवाड़ अंचल में उन्हें मेवाड़ के शेर के नाम से जाना जाता था| गुलाब सिंह शक्तावत राजस्थान के गृहमंत्री रहे थे| वे मेवाड़ के कई दिग्गज नेताओं को उंगली पकड़ कर राजनीति में लेकर आए थे|गुलाब सिंह शक्तावत के बाद गजेंद्र सिंह शक्तावत ने राजनीति में शक्तावत परिवार के वर्चस्व को जिंदा रखा और वल्लभनगर में युवा चेहरा के रूप में उभरे|