जयपुर:राजस्थान के घमासान के बीच सचिन पायलट को मंगलवार को डिप्टी सीएम पद से हटा दिया गया| उनसे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का दर्जा भी ले लिया गया है| सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि,''आखिरकार मजबूरी में हाई कमांड को फैसला करना पड़ा क्योंकि काफी समय से भाजपा षड़यंत्र कर रही थी। हम जानते थे कि ये षड़यंत्र बहुत बड़ा है होर्स ट्रडिंग हो रही है। ये स्थिति उसी वजह से पैदा हुई है। हमारे कुछ साथी गुमराह होकर दिल्ली चले गए|
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि,''सचिन पायलट के हाथ में कुछ भी नहीं है, जो पूरा कुनबा है वो भाजपा के हाथ में खेल रहा है। रिजॉर्ट बुक किया गया है, सारी व्यवस्था भाजपा की है। जो टीम पहले मध्य प्रदेश में व्यवस्था कर रही थी वही टीम इस बार व्यवस्था कर रही है|उनका जो रवैया रहा है 6 महीने से "आ बैल मुझे मार" जैसा रहा है। रोज ट्वीट करना स्टेटमेंट देना।
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि,'विधायकों के साथ मैंने कोई भेदभाव नहीं किया। सचिन पायलट को डिप्टी सीएम पद और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष से हटाने पर उन्होने कहा,खुशी किसी को नहीं है। पूरे प्रयास किए गए पर फिर भी देखा गया कि सौदे हो चुके हैं भाजपा के साथ नजदीकियां बढ़ चुकी हैं|
उधर,'राजस्थान विधानसभा में प्रतिपक्ष नेता और भाजपा नेता गुलाब चंद कटारिया ने कहा,मैं राजस्थान के मुख्यमंत्री जी से और राज्यपाल से निवेदन करना चाहता हूं, ये सरकार आज के दिन अल्पमत की सरकार है, अगर केवल सरकार को टिकाए रखने के लिए मंत्रिमंडल के झुनझुने बांटने का काम करेंगे तो ये लोकतंत्र के साथ न्याय नहीं है|
राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा,''अगर राज्य में गहलोत के पास बहुमत है तो क्या आवश्यकता आन पड़ी की वो अपने सारे विधायकों को पांच सितारा होटल में कैद रखे और वहां भी हर विधायक के कमरे के बाहर पुलिस का पहरा रखे,इससे स्पष्ट होता है कि गहलोत सरकार बहुमत खो चुकी है|