कोलकाता: हाल ही में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व भाजपा नेता यशवंत सिन्हा को तृणमूल कांग्रेस का उपाध्यक्ष और राष्ट्रीय कार्यसमिति का सदस्य नियुक्त किया गया है। 13 मार्च को वाजपेयी सरकार में मंत्री रह चुके यशवंत सिन्हा ने कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया था|
तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के बाद यशवंत सिन्हा ने कहा था कि,''प्रजातंत्र की ताकत प्रजातंत्र की संस्थाएं होती हैं। आज लगभग हर संस्था कमजोर हो गई है, उसमें देश की न्यायपालिका भी शामिल है। हमारे देश के लिए ये सबसे बड़ा खतरा पैदा हो गया है|
सिन्हा ने कहा था कि,''इसमें कोई शक नहीं है कि तृणमूल कांग्रेस बहुत बड़े बहुमत के साथ सत्ता में वापस आएगी। बंगाल से पूरे देश में एक संदेश जाना चाहिए कि जो कुछ मोदी और शाह दिल्ली से चला रहे हैं, अब देश उसको बर्दाश्त नहीं करेगा|
यशवंत सिन्हा ने कहा कि,'''मैं बहुत अफसोस के साथ कह रहा हूं कि चुनाव आयोग अब स्वतंत्र संस्था नहीं रही है। तोड़-मरोड़ कर चुनाव(8 चरणों में मतदान) कराने का फैसला मोदी-शाह के नियंत्रण में लिया गया है और भाजपा को फायदा पहुंचाने के ख्याल से लिया गया है|
यशवंत सिन्हा ने कहा कि,''बंगाल में तृणमूल कांग्रेस बीजेपी के साथ बहुत की भयानक संघर्ष में है। बीजेपी का आज देश में एक ही मकसद है, हर चुनाव को येन-केन-प्रकारेण जीतना। इसलिए ममता जी को अपंग करने के लिए नंदीग्राम में आक्रमण किया|