नई दिल्ली: स्वास्थ्य क्षेत्र में बजट प्रावधानों के प्रभावी कार्यान्वयन पर वेबिनार को संबोधित करते पीएम मोदी ने कहा कि,इस वर्ष के बजट में हेल्थ सेक्टर को जितना बजट आवंटित किया गया है, वो अभूतपूर्व है। ये हर देशवासी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है|Medical equipment से लेकर medicines तक, Ventilators से लेकर vaccines तक, Scientific research से लेकर surveillance infrastructure तक, Doctors से लेकर epidemiologist तक, हमें सभी पर ध्यान देना है ताकि देश भविष्य में किसी भी स्वास्थ्य आपदा के लिए बेहतर तरीके से तैयार रहे|
पीएम मोदी ने कहा कि,'कोरोना ने हमें ये सबक दिया है कि हमें सिर्फ आज ही महामारी से नहीं लड़ना है बल्कि भविष्य में आने वाली ऐसी किसी भी स्थिति के लिए भी देश को तैयार करना है इसलिए हेल्थ सेक्टर से जुड़े हर क्षेत्रों को मजबूत करना भी उतना ही आवश्यक है|कोरोना के दौरान भारत के हेल्थ सेक्टर ने जो मजबूती दिखाई है, अपने जिस अनुभव और अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है, उसे दुनिया ने बहुत बारीकी से नोट किया है। आज पूरे विश्व में भारत के हेल्थ सेक्टर की प्रतिष्ठा और भारत के हेल्थ सेक्टर पर भरोसा एक नए स्तर पर पहुंचा है|
पीएम मोदी ने कहा कि,''हमारी सरकार Health Issues को टुकड़ों के बजाय Holistic तरीके से देखती है। इसलिए हमने देश में सिर्फ Treatment ही नहीं Wellness पर फोकस करना शुरु किया। हमने Prevention से लेकर Cure तक एक Integrated अप्रोच अपनाई|
पीएम मोदी ने कहा कि,'भारत को स्वस्थ रखने के लिए हम 4 मोर्चों पर एक साथ काम कर रहे हैं। पहला मोर्चा- बीमारियों को रोकने, दूसरा मोर्चा- गरीब से गरीब को सस्ता और प्रभावी इलाज देने का है। आयुष्मान भारत योजना और प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र जैसी योजनाएं यही काम कर रही हैं| तीसरा मोर्चा है, हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर और हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स की क्वालिटी और क्वांटिटी में बढ़ोतरी करना,चौथा मोर्चा- समस्याओं से पार पाने के लिए मिशन मोड पर काम करना। मिशन इंद्रधनुष का विस्तार देश के आदिवासी और दूर-दराज के इलाकों तक किया गया है| चौथा मोर्चा है, समस्याओं से पार पाने के लिए मिशन मोड पर काम करना। मिशन इंद्रधनुष का विस्तार देश के आदिवासी और दूर-दराज के इलाकों तक किया गया है|
पीएम मोदी ने कहा कि,'देश से टीबी को खत्म करने के लिए हमने वर्ष 2025 तक का लक्ष्य रखा है। टीबी भी संक्रमित व्यक्ति के ड्रॉपलेट्ससे ही फैलती है। टीबी की रोकथाम में भी मास्क पहनना, बीमारी का जल्दी पता लगाना और इलाज, सभी अहम हैं| प्राइवेट सेक्टर, PMJAY में हिस्सेदारी के साथ-साथ public health laboratories का नेटवर्क बनाने में PPP मॉडल्स को भी सपोर्ट कर सकता है। नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन, नागरिकों के डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड और दूसरी Cutting Edge Technology को लेकर भी साझेदारी हो सकती है|
भारत को स्वस्थ रखने के लिए हम 4 मोर्चों पर एक साथ काम-
पहला मोर्चा है, बीमारियों को रोकने का यानि Prevention of illness और Promotion of Wellnes
दूसरा मोर्चा, गरीब से गरीब को सस्ता और प्रभावी इलाज देने का
तीसरा मोर्चा है, हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर और हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स की Quantity और Quality में बढ़ोतरी करना
चौथा मोर्चा है, समस्याओं से पार पाने के लिए मिशन मोड पर काम करना