सरकार भी 5 सालों के लिए चुनी जाती है, फिर युवाओं को सिर्फ 4 साल क्यों?: अग्निपथ भर्ती योजना पर वरुण गांधी ने उठाया सवाल

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) क सांसद वरुण गांधी ने मोदी सरकार की 'अग्निपथ स्कीम' पर सवाल खड़े किये हैं| सेना में भर्ती के लिए आई 'अग्निपथ योजना' पर सवाल करते हुए गांधी ने कहा,'' सरकार 5 सालों के लिए चुनी जाती है। फिर युवाओं को सिर्फ 4 साल सेवा करने का मौका क्यों?
वरुण गांधी ने अपने ट्वीट में कहा,''अग्निपथ योजना को लेकर युवाओं के मन में कई सारे सवाल और संशय हैं। वरुण गांधी ने लोगों से पूछा,''इस योजना को लेकर आपकी क्या राय है मुझे बताएं।
एक अन्य ट्वीट में गांधी ने कहा,'' सरकार भी 5 सालों के लिए चुनी जाती है। फिर युवाओं को सिर्फ 4 साल देश की सेवा करने का मौका क्यों?
वहीँ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, ‘बुधवार 14 जून, 2022 को मोदी मंत्रीमंडल ने देश की तीनों सेनाओं में चार साल की सेना भर्ती की घोषणा की व अपने चिर-परिचित अंदाज में इसकी पैकेजिंग करते हुए चार साल की "कॉन्ट्रैक्ट फौज भर्ती" को "अग्निवीर" बताया।
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा,तीनों सेनाओं में की जाने वाली इस चार साल की 'कॉन्ट्रैक्ट फौज भर्ती' के प्रावधान देखें।
1. ट्रेनिंग समेत फौज में कुल सेवा केवल चार साल होगी।
2. पहले साल में मासिक तनख्वाह केवल ₹30,000 होगी, जो आखिरी साल में ₹40,000 हो जाएगी। चार साल के आखिर में एकमुश्त पाँच लाख रुपया दिया जाएगा।
3. चार साल की सेवा के बाद वापस जाने पर कोई ग्रेच्युइटी या पेंशन नहीं मिलेगी।
4. चार साल की इस भर्ती वाले व्यक्ति को सैन्य कैंटीन का लाभ नहीं मिलेगा और न ही ECHS यानि किसी प्रकार की स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिलेगा।
5. चार साल की सेवा के बाद केवल 25 प्रतिशत व्यक्तियों को ही सेना में रैग्युलर सेवा करने का मौका मिल सकता है। 75 प्रतिशत को घर वापस जाना पड़ेगा।
6. चार साल की भर्ती वाले लोगों को सेना की रैंक नहीं मिलेगी, बल्कि इन्हें केवल 'अग्निवीर' कहा जाएगा।
‘‘सैन्य विशेषज्ञों, तीनों सेनाओं के उच्चतम अधिकारियों व रक्षा क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों ने मोदी सरकार की इस पूरी स्कीम पर गहन चिंता जताई है। एक से अधिक सैन्य अधिकारियों व विशेषज्ञों ने कहा है कि मोदी सरकार का यह फैसला भारतीय सेनाओं की गरिमा, परंपरा, जुड़ाव की भावना व अनुशासन की परिपाटी के साथ खिलवाड़ है।
‘‘रक्षा विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि 4 साल की कॉन्ट्रैक्ट भर्ती देश की सुरक्षा के लिए उचित संदेश नहीं। यह निर्णय कहीं न कहीं तीनों सेनाओं की कार्यक्षमता, निपुणता, योग्यता, प्रभावशीलता व सामर्थ्य पर समझौता करने वाला है। सबसे चिंता का विषय है कि चार साल के बाद इन युवा सैनिकों के भविष्य का क्या होगा? यह सब तब किया जा रहा है, जब भारत के दो एक्टिव बॉर्डर हैं तथा देश पाकिस्तान व चीन के साथ जुड़ी सीमा पर लगातार संघर्षरत है।
गौरतलब है कि ‘बुधवार 14 जून, 2022 को सरकार ने सशस्त्र बलों के लिए 'अग्निपथ' नामक एक नई भर्ती योजना लॉन्च की है| योजना के अंतर्गत 17.5 वर्ष से 21 वर्ष की आयु के युवाओं को सशस्त्र बल- सेना, नौसेना और वायु सेना में 4 साल के लिए अग्निवीर के रूप में शामिल किया जाएगा| 4 साल की सेवा के बाद एक्जिट पर सेवा निधी पैकेज एवं एक लिबरल डेथ और डिसेबिलिटी पैकेज की व्यवस्था की गई है|
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