कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को "सबसे बड़ा स्टॉक मार्केट घोटाले" की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने की मांग की। श्री गांधी ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री, उनके लिए काम कर रहे एक्जिट पोल्स्टर्स और मित्र मीडिया ने मिलकर हिंदुस्तान के सबसे बड़े ‘स्टॉक मार्केट स्कैम’ की साजिश रची है। 5 करोड़ छोटे निवेशक परिवारों के 30 लाख करोड़ रु डूबे हैं। हम मांग करते हैं कि JPC गठित कर इस ‘क्रिमिनल एक्ट’ की जांच की जाए। श्री गांधी ने कहा, " BJP को पता था कि Exit Polls गलत हैं और उन्हें बहुमत नहीं मिलने वाला। इसके बाद भी उन्होंने रीटेल इंवेस्टर्स को स्टॉक खरीदने के लिए कह दिया। नतीजा- 30 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ और कुछ चुनिंदा लोगों को हजारों करोड़ रुपए का फायदा हुआ। इसलिए हम नरेंद्र मोदी, अमित शाह, Exit Poll करने वालों और विदेशी निवेशकों के खिलाफ जांच की मांग करते हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को एक प्रेस वार्ता में कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शेयर बाजार में निवेश करने वाले पांच करोड़ परिवारों को विशेष निवेश सलाह क्यों दी? क्या निवेश सलाह देना उनका काम है? भाजपा नेताओं ने केवल एक मीडिया (गौतम अडानी मीडिया चैनल्स) को साक्षात्कार क्यों दिया?, जिसका स्वामित्व उसी व्यवसाय समूह के पास है, जो शेयर बाजार में हेराफेरी के लिए सेबी (SEBI) की जांच के दायरे में है?"
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, "चुनाव के समय PM नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्टॉक मार्केट पर टिप्पणी की। जहां प्रधानमंत्री ने स्टॉक मार्केट बढ़ने की बात कही, वहीं गृह मंत्री ने कहा कि 4 जून से पहले लोगों को शेयर खरीदने चाहिए। लेकिन 4 जून को बाज़ार गिरता है और करीब 30 लाख करोड़ का नुकसान होता है। यह घोटाला है। हम इस घोटाले में JPC जांच की मांग करते हैं।"
23 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद शेयर बाजार नई ऊंचाईयों को छुएगा। उन्होंने कहा था, "मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि 4 जून को जब भाजपा रिकॉर्ड संख्या में पहुंचेगी, तो शेयर बाजार भी नई ऊंचाईयों को छुएगा।"
राहुल गांधी ने कहा, "इसमें भाजपा के सबसे बड़े नेताओं ने कहा है और रिटेल इंवेस्टर को मैसेज दिया है... उनके पास जानकारी थी कि भाजपा को पूर्ण बहुमत नहीं मिलने वाला है, वे जानते थे की 3-4 जून को क्या होने वाला है... 30 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है और हज़ारों-लाखों करोड़ रुपए का चुने हुए लोगों को फायदा हुआ है, हम प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, जिन्होंने एग्जिट पोल किया उनपर और विदेशी निवेशक पर जांच चाहते हैं।"
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री जिनके पास वास्तविक चुनाव परिणामों का डेटा था, उन्होंने खुदरा निवेशकों को स्टॉक खरीदने की सलाह दी। उन्होंने कहा, "यह सिर्फ अडानी मुद्दे से कहीं बड़ा मुद्दा है। यह अडानी मुद्दे से जुड़ा हुआ है, लेकिन यह कहीं ज़्यादा बड़ा मुद्दा है। यह सीधे प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री हैं, जो वास्तविक चुनाव परिणामों के डेटा से अवगत हैं, जिनके पास आईबी रिपोर्ट हैं, जिनके पास अपना डेटा है, जो खुदरा निवेशकों को शेयर खरीदने की सलाह दे रहे हैं।"
श्री गांधी ने कहा,"ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। प्रधानमंत्री ने पहले कभी शेयर बाजार पर टिप्पणी नहीं की। यह पहली बार है जब प्रधानमंत्री ने बहुत ही दिलचस्प तरीके से और एक के बाद एक कई बार टिप्पणी की है, जिसमें उन्होंने कहा है कि शेयर बाजार में उछाल आने वाला है," । उन्होंने कहा, " नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने यह संदेश दिया कि 4 जून को शेयर मार्केट आसमान छुएगा। मगर नरेंद्र मोदी को मालूम था कि 4 जून को शेयर मार्केट गिरेगा, क्योंकि BJP के इंटरनल सर्वे में उन्हें 220 सीट मिल रही थीं। इसलिए जांच होनी चाहिए कि- नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने गलत जानकारी क्यों दी और वे विदेशी निवेशक कौन हैं, जिन्होंने इसका फायदा उठाया?''
राहुल गांधी ने कहा, "स्टॉक मार्केट घोटाले से जुड़े हमारे 3 सवाल:
1. PM नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने देश की जनता को बाजार में निवेश करने की सलाह क्यों दी?
2. प्रधानमंत्री, गृह मंत्री ने दोनों इंटरव्यू अडानी के उन चैनल्स को दिए , जिनके ऊपर SEBI की जांच जारी है। ऐसे में उन चैनल्स का क्या रोल है
3. BJP, फेक Exit Poll वालों और विदेशी निवेशकों के बीच क्या रिश्ता है? इसलिए हम इस घोटाले के खिलाफ JPC जांच की मांग चाहते हैं।