नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उत्तर प्रदेश के 6.10 लाख लाभार्थियों को प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (PMAY-G) के अंतर्गत लगभग 2,691 करोड़ रुपये की सहायता राशि जारी की। पीएम द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के लाभार्थियों के लिए सहायता राशि जारी करने से पहले कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि,''ग्रामीण विकास मंत्रालय इस वर्ष 2 लाख करोड़ रुपए खर्च कर रहा है। मनरेगा का बजट 61 हजार करोड़ रुपए होता था पीएम ने इसे 1,11,500 करोड़ रुपए कर दिया है|
पीएम मोदी ने कहा कि,''5 साल पहले मुझे यूपी के आगरा से प्रधानमंत्री आवास योजना का शुभारंभ करने का सौभाग्य मिला था। इतने कम वर्षों में इस योजना ने देश के गांवों की तस्वीर बदल दी। प्रधानमंत्री आवास योजना ने गरीब से गरीब को भी ये विश्वास दिलाया है कि आज नहीं तो कल उनका घर हो सकता है|
आज एक साथ यूपी के 6 लाख से ज़्यादा परिवारों को सीधे उनके बैंक खाते में करीब-करीब 2,700 करोड़ रुपये ट्रांसफर की गई है। इनमें से 5 लाख से ज़्यादा परिवार ऐसे हैं जिन्हें घर बनाने के लिए उनकी पहली किस्त मिली है| आज 80 हज़ार परिवार ऐसे भी हैं जिन्हें उनके मकान की दूसरी किस्त मिल रही है। अब आपके परिवार के लिए अगली सर्दी इतनी कठिन नहीं होगी। अगली सर्दी में आपका अपना घर भी होगा और घर में सुविधाएं भी होंगी: पीएम मोदी
पहले जो सरकारें रही उस दौरान उत्तर प्रदेश में क्या स्थिति थी ये आप सभी ने देखा है। गरीब को ये विश्वास ही नहीं था कि सरकार भी घर बनाने में उसकी मदद कर सकती है। जो पहले की आवास योजनाएं थीं, जिस तरह से घर उनके तहत बनाएं जाते थें, वो भी किसी से छिपा नहीं है: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
देश ने आज़ादी के 75 वर्ष पूरे होने तक हर गरीब परिवार को पक्का घर देने का लक्ष्य तय किया था। बीते वर्षों में लगभग दो करोड़ घर सिर्फ ग्रामीण इलाकों में बनाए गए हैं। अकेले प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत भी करीब सवा करोड़ घरों की चाबी लोगों को दी जा चुकी है|आज योगी जी की सरकार की सक्रियता का परिणाम है कि यहां आवास योजना के काम की गति भी बदल गई और तरीका भी बदल गया है। यूपी में करीब 22 लाख ग्रामीण आवास बनाए जाने हैं। इनमें से 21.5 लाख घरों को बनाए जाने की स्वीकृति भी दी जा चुकी है: पीएम मोदी