नई दिल्ली: प्रधानमंत्री ने फोन करके पश्चिम बंगाल में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर चिंता और दुख व्यक्त किया| पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने यह जानकारी दी है| मंगलवार को बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बताया कि इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें कॉल किया है| उन्होंने बताया,''प्रधानमंत्री ने फोन करके कानून और व्यवस्था की स्थिति पर चिंता और दुख व्यक्त किया|
उधर,''दिल्ली में भाजपा नेताओं ने पश्चिम बंगाल में चुनाव परिणाम के बाद हो रही हिंसा को लेकर पश्चिम बंगाल गेस्ट हाउस के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में भाजपा नेता आदेश गुप्ता, मीनाक्षी लेखी, प्रवेश सिंह वर्मा और रमेश बिधूड़ी ने हिस्सा लिया। BJP नेता मीनाक्षी लेखी ने कहा कि,'' जिस तरह रेप, हत्या, आगजनी हुई है वह मुस्लिम लीग के डायरेक्ट एक्शन डे की याद दिलाता है। ये लोग चंडी पाठ का भी मजाक उड़ाते हैं, क्योंकि असलियत में वे जिहादी ताकतों के साथ हैं। ये लोकतंत्र पर काला धब्बा है। लेफ्ट लिबरल इस पर आवाज तक नहीं निकाल रहे हैं|
वहीँ राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि,'सोशल मीडिया पर वीडियो आ रहे हैं जिसमें पश्चिम बंगाल में महिलाओं का उत्पीड़न हो रहा है। हमने कल स्वत: संज्ञान लिया, जिसमें मैंने DGP को एक पत्र लिखा और आज उनसे बात की। इसके लिए मैं एक टीम भेज रही हूं। हम पीड़ितों से मिलने की कोशिश करेंगे|
गौरतलब है कि,''पश्चिम बंगाल में चुनाव परिणाम आ चुके हैं और ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी की सभी उम्मीदों पर पानी फेरते हुए भारी जीत हासिल की है। हालांकि, चुनाव के परिणाम आने के बाद राज्य में हिंसा का दौर शुरू हो गया, जिसके लिए BJP ने तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है। जानकारी के अनुसार बंगाल के पूर्व बर्धमान जिले में तृणमूल और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हुए टकराव में कथित तौर पर चार लोगों की मौत हो गई है। इससे पहले राज्य के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा था कि चुनाव बाद हिंसा की घटनाओं में नौ लोगों की जान जा चुकी है।
तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया कि भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा मारे गए तीन लोग उसके समर्थक थे जबकि भाजपा ने आरोपों को खारिज किया। भाजपा ने कहा कि यह घटना लोगों की प्रतिक्रिया का नतीजा थी।
सूत्रों ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस के कुछ समर्थक मोटरसाइकिल पर सवार होकर जमालपुर पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले नबाग्राम की ओर जा रहे थे। उन्होंने बताया कि इसी दौरान ओडिशापारा इलाके में उन पर कथित तौर पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया।
स्थानीय सूत्रों ने बताया कि सभी घायलों को अलग-अलग अस्पताल ले जाया गया, जहां शाहजहां शाह, विभाष बाग और काकाली क्षेत्रपाल को मृत घोषित किया गया। पुलिस ने कहा कि इस घटना के संबंध में 23 लोगों को हिरासत में लिया गया है और इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ट्वीट में कहा, राज्य के कई हिस्सों से हिंसा और हत्याओं की रिपोर्ट्स को लेकर चिंतित हूं। पार्टी कार्यालयों, घरों और दुकारों पर हमले किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बंगाल के गृह विभाग, बंगाल पुलिस और कोलकाता पुलिस के साथ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से तुरंत कार्रवाई के लिए कहा है। वहीं गृह मंत्रालय ने भी हिंसा को लेकर रिपोर्ट मांगी है।
एक अन्य ट्वीट में राज्यपाल ने कहा कि चुनाव बाद हिंसा में नौ लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। इस तरह की राजनीतिक हिंसा और अव्यवस्था को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। राज्य के डीजीपी और कोलकाता पुलिस कमिश्नर राज्यपाल के समन पर पेश हुए। राज्यपाल ने उनसे कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जरूरी कदम उठाने को कहा। बता दें कि चुनावी नतीजे आने के बीच ही रविवार को राज्य के कई हिस्सों से हिंसा की घटनाएं सामने आने लगी थीं। इसके मद्देनजर ममता बनर्जी ने अपने कार्यकर्ताओं से राज्य में शांति बनाए रखने की अपील की थी।