नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चिकित्सक दिवस के अवसर पर चिकित्सकों को बधाई दी है। राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस पर Medical Fraternity को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा,.''डॉ बी. सी. रॉय की स्मृति में मनाया जाने वाला ये दिन हमारे डॉक्टर्स के, हमारी मेडिकल फ्रेटर्निटी के उच्चतम आदर्शों का प्रतीक है। खासतौर पर पिछले 1.5 साल में हमारे डॉक्टर्स ने जिस तरह देशवासियों की सेवा की है वह एक मिसाल है|
प्रधानमंत्री ने कहा,''मैं 130 करोड़ देशवासियों की तरफ से सभी डॉक्टर्स को धन्यवाद देता हूं, आभार प्रकट करता हूं। डॉक्टर्स को ईश्वर का दूसरा रूप कहा जाता है। कई बार ऐसा लगने लगता है कि क्या हम किसी हमारे अपने को खो देंगे, लेकिन डॉक्टर्स ऐसे मौकों पर किसी देवदूत की तरह जीवन की दिशा बदल देते हैं|
उन्होंने कहा,''डॉक्टर्स को ईश्वर का दूसरा रूप कहा जाता है, और वो ऐसे ही नहीं कहा जाता। कितने ही लोग ऐसे होंगे जिनका जीवन किसी संकट में पड़ा होगा, किसी बीमारी या दुर्घटना का शिकार हुआ होगा, या फिर कई बार हमें ऐसा लगने लगता है कि क्या हम किसी हमारे अपने को खो देंगे? लेकिन हमारे डॉक्टर्स ऐसे मौकों पर किसी देवदूत की तरह जीवन की दिशा बदल देते हैं, हमें एक नया जीवन दे देते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा,''आज जब देश कोरोना से जंग लड़ रहा है तो डॉक्टर्स ने दिन रात मेहनत करके लाखो लोगों का जीवन बचाया है। ये पुण्य कार्य करते हुए देश के कई डॉक्टर्स ने अपना जीवन न्योछावर कर दिया। मैं जीवन आहूत करने वाले सभी डॉक्टर्स को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं|
उन्होंने कहा,'',आप भली भांति जानते हैं कि पहले के समय में मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को किस तरह नजरअंदाज किया गया था। हमारे देश में जनसंख्या का दबाव इस चुनौती को और कठिन बना देता है| बावजूद इसके कोरोना के दौरान हम प्रति लाख जनसंख्या में संक्रमण, मृत्यु दर देखें तो भारत की स्थिति बड़े बड़े विकसित और समृद्ध देशों की तुलना में कहीं संभली हुई रही है। किसी एक जीवन का असमय समाप्त होना उतना ही दुखद है, लेकिन भारत ने कोरोना से लाखों का जीवन बचाया भी है|
यह समय यह भी सुनिश्चित करने का है कि आप के काम का, आपकी Scientific Studies का दुनिया संज्ञान ले और आने वाली पीढ़ी को उसका लाभ भी मिले। इससे दुनिया को जहां मेडिकल से जुड़े कई जटिल सवालों को समझने में आसानी होगी, वहीं उसके समाधान की दिशा भी मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा,''कोविड की यह महामारी इसके लिए एक अच्छा Starting Point हो सकता है। Vaccines किस प्रकार से हमारी मदद कर रही हैं, किस प्रकार से Early Diagnosis का लाभ मिल रहा है और एक Particular Treatment किस प्रकार से हमारी सहायता कर रहा है, क्या हम इसको लेकर ज्यादा से ज्यादा स्टडीज कर सकते हैं। पिछली शताब्दी में जब महामारी आयी थी आज उसका डॉक्युमेंटेशन बहुत उपलब्ध नहीं है।
उन्होंने कहा,'',आज हमारे पास technology भी है और हम अगर COVID से कैसे मुक़ाबला किया गया है इसके प्रैक्टिकल अनुभवो का डॉक्युमेंटेशन करते है तो वो भविष्य में पूरी मानवता के लिए बेहद मददगार साबित होगा। आपका ये अनुभव देश के मेडिकल रिसर्च को एक नई गति भी देगा। अंत में मैं यही कहूँगा की आपकी सेवा, आपका श्रम ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ के हमारे संकल्प को अवश्य सिद्ध करेगा। हमारा देश कोरोना से भी जीतेगा, और विकास के नए आयाम भी हासिल करेगा।