नई दिल्ली: कोरोना संक्रमण से लोगों को आगाह करने के लिए शुरू से ही भारत सरकार ने फोन के माध्यम से लोगों को कोरोना से कैसे बचा जाए और कैसे सावधानी बरती जाए इसे लेकर जागरुक किया| कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए देश में जब लॉकडाउन हुआ था तब से ही किसी को फोन करने पर सबसे पहले एक आवाज सुनने को मिल रही है| इसके कुछ समय बाद अमिताभ बच्चन की आवाज में वो कॉलर ट्यून सुनाई देने लगी|
बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन कोरोना से बचाव के लिए लोगों को सुरक्षा मानक का पालन करने का संदेश देते हैं..लेकिन अब लोगों को अमिताभ बच्चन की आवाज रास नहीं आ रही है| जिसको लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है, जिसमें अभिनेता अमिताभ बच्चन की आवाज़ में कोविड 19 जागरूकता वाली कॉलर ट्यून को हटाने की मांग की गई है
गुरुवार को दिल्ली उच्च न्यायालय में दायर जनहित याचिका में अभिनेता अमिताभ बच्चन की आवाज में COVID19 जागरूकता पर मोबाइल कॉलर ट्यून हटाने की मांग|
कॉलर ट्यून में अमिताभ बच्चन बोलते हैं, नमस्कार, हमारा देश और पूरा विश्व आज कोविड-19 की चुनौती का सामना कर रहा है| कोविड-19 अभी खत्म नहीं हुआ है, ऐसे में हमारा फर्ज है कि हम सतर्क रहें.... इसलिए जब तक दवाई नहीं, तब तक कोई ढिलाई नहीं| कोरोना से बचाव के लिए जरूरी है, नियमित रूप हाथ धोना, मास्क पहनना और आपस में उचित दूरी बनाए रखना| याद रखिए दो गज दूरी, मास्क है जरूरी.... खांसी बुखार या सांस लेने में कठिनाई होने पर हेल्पलाइन नंबर 1075 पर संपर्क करें|
वर्तमान में बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन की आवाज में सुनाई दे रही कोरोना कॉलर ट्यून को हटाने की मांग को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई है। जनहित याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट 18 जनवरी को सुनवाई करेगा|
इस याचिका में ये भी कहा गया है कि अमिताभ बच्चन सामाजिक कार्यकर्ता नहीं है और ना ही उन्होंने कोविड-19 जागरूकता अभियान में राष्ट्र की सेवा करने के लिए कोई भागीदारी की है| बल्कि इसके लिए उनको सरकार के द्वारा मेहनताना दिया गया है... लिहाजा मोबाइल के कॉलर ट्यून पर अमिताभ बच्चन की आवाज को हटाया जाना चाहिए| दिल्ली हाईकोर्ट ने इस याचिका को सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया है| इस याचिका को राकेश नाम के व्यक्ति के द्वारा लगाया गया है.... हाईकोर्ट में ये याचिका एडवोकेट एके दुबे और पवन कुमार के माध्यम से दायर की गई है|