नई दिल्ली: ओडिशा में शुक्रवार शाम हुए भीषण रेल हादसे में आज दोपहर 2 बजे तक मृतकों का आंकड़ा 288 हो गया है। जबकि 750 के करीब लोग घायल हैं। हादसे की गंभीरता को देखते हुए युद्धस्तर पर बचाव और राहत कार्य चल रहे हैं और सेना को भी बचाव कार्यों में लगा दिया गया है। वहीं हादसे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेल दुर्घटना के संबंध में स्थिति की समीक्षा के लिए एक बैठक बुलाई है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ओडिशा के बालासोर जिले के बहानागा रेलवे स्टेशन के पास हुए 'ट्रिपल ट्रेन दुर्घटना' की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।
रेल मंत्री ने कहा कि यह एक दर्दनाक हादसा है। रेलवे, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और राज्य सरकार बचाव कार्यों में जुटी हैं। बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। मुआवजे का कल एलान कर दिया गया था। हादसे की जांच के लिए उच्च स्तरीय कमेटी बनाई गई है। साथ ही रेलवे सेफ्टी कमिश्नर भी घटनास्थल का दौरा करेंगे और इस बात की जांच करेंगे की हादसे की वजह क्या रही।
रेलमंत्री ने कहा कि फिलहाल हमारा फोकस राहत और बचाव कार्यों पर है। क्लीयरेंस के बाद जल्द ही मरम्मत का काम शुरू होगा। कबाड़ बन चुकी कई ट्रेन बोगियों में अभी भी कुछ शव फंसे हुए हैं, जिन्हें निकाला जा रहा है।
केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रावसाहेब पाटिल दानवे ने कहा कि,''हमारी पहली प्राथमिकता घायलों को अस्पताल में भर्ती कराना है...यह हादसा मानवीय गलती से हुआ है या तकनीकी कारण से हुआ है इसके लिए हाई लेवल जांच कमेटी का गठन किया गया है.
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने हादसे के चलते एक दिन के शोक का एलान किया है। इस दौरान कोई भी सेलिब्रेशन नहीं होगा।
Balasore Train Accident: ओडिशा के “बालासोर ट्रेन हादसे” में मृतकों की संख्या बढ़कर 288 हुई
बेंगलुरु हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन शुक्रवार शाम पटरी से उतर गई थी। जिसके चलते उसकी कुछ बोगियां बराबर वाली पटरी पर गिरीं। इसी बीच बराबर वाली पटरी पर शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस आ गई और वह पटरी पर गिरी बेंगलुरु हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस की बोगियों से टकरा गई। चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस टक्कर लगने के बाद पटरी से उतरी तो उसकी कुछ बोगियां एक माल गाड़ी से टकरा गईं।