लखनऊ: कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब हरियाणा के किसानों का आंदोलन रविवार को लगातार चौथे दिन जारी है। इस बीच UP की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा अध्यक्ष मायावती ने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों का समर्थन किया है| मायावती ने केन्द्र सरकार को कृषि कानूनों पर पुनर्विचार करने की नसीहत दी| उन्होंने कहा,''तीन कानूनों के खिलाफ पूरे देश में किसान काफी आक्रोशित व आन्दोलित भी हैं, अगर पुनर्विचार कर ले तो बेहतर।
मायावती ने ट्वीट किया कि ,''केन्द्र सरकार द्वारा कृषि से सम्बन्धित हाल में लागू किए गए तीन कानूनों को लेकर अपनी असहमति जताते हुए पूरे देश में किसान काफी आक्रोशित व आन्दोलित भी हैं। इसके मद्देनजर, किसानों की आम सहमति के बिना बनाए गए, इन कानूनों पर केन्द्र सरकार अगर पुनर्विचार कर ले तो बेहतर।
पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी किसानों के आंदोलन का समर्थन किया|उन्होंने कहा था कि किसानों पर इस तरह की लाठी किसी ने नहीं चलाई होगी और इस तरह का आतंकी हमला किसी सरकार ने नहीं किया होगा, जैसा भाजपा की सरकार में हो रहा है|उन्होंने कहा कि,''किसानों के साथ इस तरह का बर्ताव भाजपा को छोड़कर किसी भी पार्टी ने कभी नहीं किया। ये वही लोग हैं जिन्होंने किसानों से कहा था कि वे न केवल ऋण माफ करेंगे बल्कि ऐसी नीतियां लाएंगे जो किसानों की आय दोगुनी करेंगी।
अखिलेश यादव ने कहा कि,''किसान के ऊपर इतना अन्याय, ऐसी लाठी, इस तरीके से आतंकी हमला किसी सरकार के माध्यम से नहीं हुआ होगा जितना BJP की सरकार में हो रहा है। ये वही भाजपा है जिसने कभी किसानों को भरोसा दिलाया था कि सत्ता में आने पर वो सिर्फ कर्ज़ा माफ ही नहीं बल्कि किसानों की आय दोगुनी भी करेगी| लेकिन जबसे भाजपा सरकार आई है, तब से सबसे ज्यादा गरीब और किसान बर्बाद हुए हैं|