नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में एक हफ्ते के कंप्लीट लॉकडाउन (Delhi Lockdown) की घोषणा होते ही मजदूरों का पलायन शुरू हो गया है| इसी के चलते सराय काले खां और आनंद विहार बस अड्डे पर भारी संख्या में प्रवासी मजदूरों की भीड़ उमड़ पड़ी है| आलम ये है कि बसों में लोग बाहर लटक कर सफर कर रहे हैं|
प्रवासी मजदूरों के पलायन पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि,'प्रवासी श्रमिकों को एक बार फिर उनके हाल पर छोड़ दिया। क्या यही आपकी योजना है? नीतियां ऐसी हों जो सबका ख्याल रखें।प्रियंका गांधी ने गरीबों, श्रमिकों, रेहड़ी वालों को नकद मदद करने की मांग की है।
प्रवासी मजदूरों के पलायन की तस्वीरें शेयर करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया,''कोविड की भयावहता देखकर ये तो स्पष्ट था कि सरकार को लॉकडाउन जैसे कड़े कदम उठाने पड़ेंगे लेकिन प्रवासी श्रमिकों को एक बार फिर उनके हाल पर छोड़ दिया। क्या यही आपकी योजना है? नीतियां ऐसी हों जो सबका ख्याल रखें। गरीबों, श्रमिकों, रेहड़ी वालों को नकद मदद वक्त की मांग है। कृपया ये करिए
वहीं,प्रवासी मजदूरों के पलायन पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, 'प्रवासी एक बार फिर पलायन कर रहे हैं। ऐसे में केंद्र सरकार की ज़िम्मेदारी है कि उनके बैंक खातों में रुपय डाले। लेकिन कोरोना फैलाने के लिए जनता को दोष देने वाली सरकार क्या ऐसा जन सहायक क़दम उठाएगी? Lockdown
बता दें कि,''दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लॉकडाउन का एलान करते वक्त प्रवासी कामगारों से राजधानी न छोड़ने की अपील की थी, लेकिन अंतरराज्यीय बस अड्डों समेत दूसरी जगहों से उनके पलायन का सिलसिला तेज हो गया है। दोपहर बाद शुरू हुआ लोगों का पलायन देर रात कर्फ्यू लागू होने के बाद भी जारी रहा। आनंद विहार, सराय काले खां सहित सभी बस अड्डों और अलग-अलग इलाकों से निजी बसों में प्रवासी कामगार अपने घर को वापस लौटते हुए दिखाई दिए।
आनंद विहार से कौशांबी बस अड्डे को जोड़ने वाले फुटओवर ब्रिज पर भीड़ इतनी बढ़ गई कि हालात को काबू करने के लिए सुरक्षाकर्मियों को उतरना पड़ा। पुल पर पूरे दिन जनसैलाब ऐसा था, जैसे उन्हें लॉकडाउन जल्दी न खुलने की उम्मीद हो। इस दौरान तमाम जगहों पर उन्होंने कोरोना से बचाव के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाईं। आनंद विहार बस अड्डे पर उत्तर प्रदेश की ओर जाने वाली बसों में सवार होने के लिए हजारों लोग मौजूद थे। दोपहर बाद के हालात डरावने थे।
आनंद विहार आईएसबीटी से यूपी के शहरों में जाने वालों को कौशांबी फुटओवर ब्रिज पर भेजा गया था। यहां कुछ ही मिनटों में भीड़ इतनी बढ़ गई कि धक्का-मुक्की शुरू हो गई। इस दौरान कोरोना से बचाव के नियमों की कौन कहे, कई लोगों को शारीरिक चोटों से बचने के प्रयास करते देखा गया। आनंद विहार बस अड्डे से लोकल और यूपी के लिए बसों की आवाजाही बंद होने के बाद यात्रियों के लिए फुटओवर ब्रिज का इस्तेमाल मजबूरी थी। यहां लोगों की पुलिसकर्मियों और सिविल डिफेंस कर्मियों से जगह-जगह बहस भी हुई