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अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने की राकेश टिकैत से मुलाकात, कहा-हमारी पार्टी उनके साथ हैं

  • by: news desk
  • 31 January, 2021
अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने की राकेश टिकैत से मुलाकात, कहा-हमारी पार्टी उनके साथ हैं

नई दिल्ली:  दिल्ली-यूपी और दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का धरना लगातार जारी है। केंद्र सरकार की ओर से लाए गए  तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की कई सीमाओं पर बैठे किसानों का आंदोलन आज 67-68वां दिन है| गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद पंचायतों का दौर जारी है। वहीं, भाकियू नेता राकेश टिकैत के भावुक वीडियो के वायरल होने के बाद गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का हुजूम उमड़ गया है। दिल्ली पुलिस ने भी किसानों को राजधानी में जाने से रोकने के लिए सख्ती बढ़ी दी है। गाजीपुर बॉर्डर को किले में तब्दील किया गया है। गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस ने कई लेयर की बैरिकेडिंग की है। इसके साथ ही नुकीले तार भी लगाए हैं। नेशनल हाईवे 24 को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।



शनिवार को सर्वदलीय बैठक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आश्वासन दिया कि सरकार खुले दिमाग से कृषि कानूनों के मुद्दे पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार का रुख वैसा ही है, जैसा 22 जनवरी को था, और कृषि मंत्री द्वारा दिया गया प्रस्ताव अभी भी कायम है। उन्होंने दोहराया कि कृषि मंत्री को सिर्फ एक फोन कॉल करके बातचीत को आगे बढ़ाया जा सकता है।सरकार का प्रस्ताव अब भी वही है। कृपया इसे अपने अनुयायियों तक पहुंचाएं। इसका समाधान बातचीत के जरिए ही निकलेगा। हम सभी को राष्ट्र के बारे में सोचना होगा।'



प्रधानमंत्री के वार्ता संबंधी बयान पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि,'' हमारे जो लोग जेल में बंद हैं वो रिहा हो जाएं फिर बातचीत होगी। प्रधानमंत्री ने पहल की है और सरकार और हमारे बीच की एक कड़ी बने हैं। किसान की पगड़ी का भी सम्मान रहेगा और देश के प्रधानमंत्री का भी| किसान नेता नरेश टिकैत ने गणतंत्र दिवस के दौरान लालकिले पर हुई घटना पर कहा कि हम किसी को तिरंगे का अपमान नहीं करने देंगे, इसे हमेशा ऊंचा रखेंगे। 26 जनवरी को हुई हिंसा षड्यंत्र का परिणाम थी, इसकी समग्र जांच होनी चाहिए। किसान नेता नरेश टिकैत ने कहा कि सरकार को हमारे लोगों को रिहा करना चाहिए और वार्ता के लिए मंच तैयार करना चाहिए। हमें उम्मीद है कि बीच का कोई रास्ता निकलेगा।




अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने की राकेश टिकैत से मुलाकात

शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के साथ ग़ाज़ीपुर बॉर्डर  (दिल्ली-उत्तर प्रदेश बॉर्डर) पर मुलाकात की। उन्होंने कहा, "हम यहां राकेश टिकैत को बधाई और समर्थन देने आए हैं। हमारी पार्टी और सारे किसान उनके साथ हैं।"सुखबीर सिंह बादल ने सभी राजनीतिक दलों एकजुट होने का अनुरोध करते हुए कहा कि यह लड़ाई किसानों की लड़ाई है इसे किसी एक धर्म के साथ जोड़ना गलत होगा ।




हमें आशा है केंद्र सरकार और किसानों के बीच बातचीत होगीः के.सी. त्यागी
जेडीयू नेता के.सी. त्यागी ने कहा कि हम प्रधानमंत्री की उस बात का स्वागत करते हैं, जिसमें उन्होंने किसान संगठनों के साथ बातचीत करने की बात दोहराई है। हमें आशा है कि केंद्र सरकार और किसानों के बीच बातचीत होगी।



अगर धारा 370 हमारे पास होता तो नए कृषि कानून जम्मू-कश्मीर में लागू नहीं होतेः महबूबा मुफ्ती
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि दिल्ली में कृषि कानून पास हुआ। अगर धारा 370 हमारे पास होता तो नए कृषि कानून जम्मू-कश्मीर में लागू नहीं होते। हमारे यहां वही कानून लागू होता जो हम चाहते, जो दिल्ली चाहती वह यहां लागू नहीं होता।  




किसान शांति और अहिंसा के रास्ते पर चलकर सरकार से बातचीत करना चाहते: दीपेंद्र सिंह हुड्डा

कांग्रेस दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि,''किसानों ने मुझसे कहा कि वे शांति और अहिंसा के रास्ते पर चलकर सरकार से बातचीत करना चाहते हैं। केंद्र सरकार खुले मन से बातचीत के द्वार खोले। किसानों की मांगों को माने और इस गतिरोध को तुरंत समाप्त करे|




प्रधानमंत्री ने खुद बातचीत की पेशकश की है मुझे लगता है समाधान निकल जाएगा: CM खट्टर

हिरयाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि,'''किसानों और उनके नेताओं द्वारा जिस तरह का आंदोलन चलाया गया है उसकी ज़रुरत नहीं थी। लोकतंत्र में हर किसी को अपनी बात कहने की स्वतंत्रता होती है। प्रधानमंत्री ने खुद बातचीत की पेशकश की है। मुझे लगता है समाधान निकल जाएगा




गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने की बैरिकेडिंग, सुरक्षा में असामाजिक तत्व खलल न डाल सकें इसलिए किया ऐसा
गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने खुद की बैरिकेडिंग भी लगा दी है। दिल्ली-मेरठ हाईवे पर जहां पुलिस ने बैरिकेडिंग लगा रखी है, उससे करीब 60 मीटर पहले किसानों ने रास्ता बंद कर दिया है। बताया जा रहा है कि एहतियात के तौर पर यह किया गया है। किसानों का कहना है कि कोई भी असामाजिक तत्व पुलिस सुरक्षा में खलल न डाल सके इसलिए ऐसा किया गया है।




किसान आंदोलन को बातचीत करके जितनी जल्दी समाप्त करें यह उतना ही देश हित में होगाः सत्यपाल मलिक

मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि किसान आंदोलन को बातचीत करके जितनी जल्दी समाप्त करें यह उतना ही देश हित में होगा। सरकार से प्रार्थना है कि इसे हल करने की कोशिश करे। आंदोलन इस मामले में सफल हो गया है कि देश को किसानों के मुद्दे मालूम हो गए हैं। दोनो तरफ के लोग बात करें और हल करें।


मलिक ने कहा, 'मैं खुद किसानों के आंदोलन से निकला हुआ नेता हूं। इसलिए मैं उनकी समस्याओं को समझ सकता हूं। इस मसले का जल्द से जल्द समाधान निकालना ही देश के हित में है। मैं सरकार से अपील करता हूं कि किसानों की समस्या को सुनें। दोनों पक्षों को जिम्मेदारी के साथ बातचीत में शामिल होना चाहिए।'उन्होंने कहा, 'अधिकतर किसान शांतिपूर्वक ही रहे। मैं उनसे सरकार के साथ बातचीत करने और समाधान निकालने की अपील करता हूं। इसके साथ ही मैं सावधान करते हुए यह बताना चाहता हूं कि दुनिया के किसी भी आंदोलन को दबाकर और कुचलकर शांत नहीं किया जा सकता है।




हमारे जो लोग जेल में बंद हैं वो रिहा हो जाएं फिर बातचीत होगी: राकेश टिकैत

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि,''हमारे जो लोग जेल में बंद हैं वो रिहा हो जाएं फिर बातचीत होगी। प्रधानमंत्री ने पहल की है और सरकार और हमारे बीच की एक कड़ी बने हैं। किसान की पगड़ी का भी सम्मान रहेगा और देश के प्रधानमंत्री का भी|



भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि,''दबाव में कोई समझौता नहीं होगा। हम इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे, प्रधान मंत्री भी हमारे हैं, हम उनकी पहल के लिए आभारी हैं, हम इसका सम्मान करेंगे। हम चाहते हैं कि हमारे लोग रिहा हों|




हम किसानों के मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं: केंद्रीय मंत्री

केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि,''राष्ट्रपति जी के अभिभाषण पर चर्चा के समय जो भी मुद्दे वे(विपक्ष) उठाएंगे हम उस पर चर्चा के लिए तैयार है। उसमें खुद प्रधानमंत्री उत्तर देते हैं। सरकार उत्तर देने के लिए तैयार है। हम भी किसानों के मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं|



किसानों के कृषि कानूनों के विरोध पर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि मैं हमेशा एक शांतिपूर्ण संकल्प में विश्वास करता हूं। कल प्रधानमंत्री ने जो घोषणा की वह बहुत महत्वपूर्ण है। आपको बता दें कि पीएम मोदी ने कल कहा था कि 18 महीने के लिए तीन कृषि कानूनों को निलंबित करने के किसानों के लिए सरकार का प्रस्ताव अभी भी खड़ा है।




वीडियो केजरीवाल के टीवी इंटरव्यू का एडिटेड वर्जन: दिल्ली उपमुख्यमंत्री

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने कहा कि, कल भाजपा ने मुख्यमंत्री केजरीवाल का वीडियो जारी किया जिसमें उन्होंने दावा किया कि केजरीवाल जी कृषि कानूनों का समर्थन कर रहे हैं। यह वीडियो केजरीवाल जी के टीवी इंटरव्यू का एडिटेड वर्जन है। जिसमें बीच से लाईनें उठाकर फर्जी स्टोरी बनाने की कोशिश की गई है|





-सिंघु बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ हो रहे किसानों के प्रदर्शन की वजह से बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। एक व्यक्ति ने बताया, "मैं दिल्ली से आ रहा हूं और कुंडली में काम करता हूं। पुलिस हमें जाने नहीं दे रही है। प्रदर्शन की वजह से हमारा नुकसान हो रहा है।"





इस समय देश का अन्नदाता कष्ट में है: श्रीनिवास

यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास ने कहा कि इस समय देश का अन्नदाता कष्ट में है। सरकार ने इस आंदोलन को खत्म करने की कोशिश की थी। 26 जनवरी को जो हुआ वह सबके सामने आ चुका है। उन्होंने कहा राहुल गांधी किसानों के साथ हैं। कांग्रेस की सरकार आती है तो इस बिल को खत्म कर देंगे।




-गाज़ीपुर बाॅर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन आज 65वें दिन भी जारी है। इसे देखते हुए बॉर्डर पर पुलिस बल तैनात किया गया है। दिल्ली पुलिस ने भी किसानों को राजधानी में जाने से रोकने के लिए सख्ती बढ़ी दी है। गाजीपुर बॉर्डर को किले में तब्दील किया गया है। गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस ने 12 लेयर की बैरिकेडिंग की है। इसके साथ ही नुकीले तार भी लगाए हैं। नेशनल हाईवे 24 को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।






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