जलगांव: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बीजेपी पर बड़ा हमला बोलते हुए गोधरा जैसे कांड की आशंका व्यक्त की है। जलगांव में रैली को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, "...आने वाले दिनों में राम मंदिर का उद्घाटन होगा...संभावना है कि उद्घाटन के लिए देशभर से कई हिंदुओं को बुलाया जाएगा और समारोह खत्म होने के बाद लोगों के लौटने पर वे गोधरा कांड जैसा कुछ कर सकते हैं..."
वहीँ, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बयान पर राम जन्मभूमि के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा, "ऐसा कुछ नहीं होना...उद्धव ठाकरे द्वारा ऐसी कल्पना करना बिल्कुल गलत, बचकाना और नासमझी है। उन्हें ऐसा नहीं कहना चाहिए। बाल ठाकरे की राम मंदिर के लिए जो भावना थी उसके विपरीत भावना उद्धव ठाकरे की हो गई है...
आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा, ".प्रधानमंत्री कार्यालय से उनके आने की जब तक सूचना नहीं मिलती तब तक यह निश्चित नहीं है। जितने भी उद्घाटन और प्राण प्रतिष्ठा के कार्य हैं वह प्रधानमंत्री कार्यालय और प्रधानमंत्री के आगमन पर निर्भर करता है। यहां पूरी व्यवस्था की जा रही है, जितने भी श्रद्धालु आएंगे उनके रहने और भोजन की पूरी व्यवस्था की जाएगी|
इससे पहले, जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर बड़ा आरोप लगाया था। उन्होंने दावा किया था कि दोनों (पीएम मोदी और भाजपा) राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।
एक इंटरव्यू में सत्यपाल मलिक ने कहा था कि पीएम मोदी एक खतरनाक व्यक्ति हैं जो राजनीतिक लाभ पाने के लिए अपनी शातिर रणनीति के तहत राम मंदिर पर हमला भी करा सकते हैं या किसी भी शीर्ष भाजपा नेता की हत्या करवा सकते हैं। मलिक ने 2019 के पुलवामा हमले का जिक्र किया। उन्होंने दावा किया कि यह हमला पीएम मोदी ने जानबूझकर कराया था। उन्होंने कहा, “ऐसी घटनाओं को अंजाम देने में सक्षम कोई व्यक्ति राजनीतिक उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए कुछ भी कर सकता है।”
गौरतलब है कि, सत्यपाल मलिक को पुलवामा हमले पर चुप रहने के लिए कहा गया था। पूर्व राज्यपाल ने एक साक्षात्कार में यह टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि सीआरपीएफ के काफिले ने अपने लोगों को ले जाने के लिए विमान मांगे थे, लेकिन रक्षा मंत्रालय ने इनकार कर दिया। 2019 में जब हमला हुआ तब मलिक जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे।