नई दिल्ली: कांग्रेस 17 से 23 अगस्त तक सभी विधानसभा क्षेत्रों में सभी मंडियों, खुदरा बाजारों और अन्य स्थानों पर "महंगाई चौपाल" का आयोजन करेगी और इसका समापन 28 अगस्त को दिल्ली के रामलीला मैदान में पार्टी की "महंगाई पे हल्ला बोल" रैली में होगा। इससे पहले कांग्रेस ने 5 अगस्त को भी महंगाई, बेरोज़गारी और खाद्य पदार्थों पर लगी GST के खिलाफ देशव्यापी प्रदर्शन किया था। उस दिन कांग्रेस के नेता राहुल गांधी समेत कई नेताओं नेताओं ने काले कपड़े पहनकर प्रदर्शन में भाग लिया था।
‘मँहगाई पर हल्ला बोल’ रैली के संबंध में कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि,' मोदी सरकार की जन विरोधी नीतियों के विरुद्ध भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा 5 अगस्त, 2022 को आयोजित आन्दोलन ने सामान्य जनभावनाओं को पूर्णतया प्रतिबिंबित किया। एक राष्ट्रव्यापी जायज विरोध को 'काला जादू' के रूप में कलंकित करने का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का हताशापूर्ण प्रयास बेतहाशा बढ़ती कीमतों और बेरोजगारी को नियंत्रित करने में भाजपा सरकार की पूर्ण विफलता के कारण जन्म ले रही असुरक्षा की भावना को उजागर करता है।
जयराम रमेश ने कहा कि,"काँग्रेस पार्टी आने वाले हफ्तों में इस लड़ाई को मूल्य वृद्धि और बेरोजगारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों की श्रृंखला के रूप में आगे लेकर जाएगी। कांग्रेस पार्टी 17 से 23 अगस्त, 2022 के दौरान सभी विधानसभा क्षेत्रों की मंडियों, खुदरा बाजारों और अन्य स्थानों पर आपसी विचार-विमर्श के लिए 'मँहगाई चौपाल' आयोजित करेगी। जिसका समापन 28 अगस्त, 2022 को नई दिल्ली के रामलीला मैदान में 'मँहगाई पर हल्ला बोल' रैली के रूप में होगा, जिसे वरिष्ठ काँग्रेस नेता संबोधित करेंगे। सभी प्रदेश काँग्रेस समितियाँ एक साथ राज्य, जिला और ब्लॉक स्तर पर 'मँहगाई पर हल्ला बोलदिल्ली चलो' कार्यक्रम आयोजित करेंगी।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि,‘भारत के लोग मोदी सरकार के आर्थिक कुप्रबंधन का खामियाजा भुगत रहे हैं। दही, छाछ, पैक किए हुए खाद्यान्न जैसे आवश्यक सामानों पर अत्यधिक करों के कारण मँहगाई बढ़ रही है, जबकि सार्वजनिक सम्पत्ति को मित्र पूँजीपतियों को हस्तांतरित करने और दिशाहीन अग्निपथ योजना की शुरुआत से रोजगार की स्थिति को बद से बदतर हो रही है। भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस इन जनविरोधी नीतियों पर लोगों में जागरूकता फैलाती रहेगी और भाजपा सरकार पर इसकी गलत नीतियों को बदलने के लिए दबाव बढ़ाएगी।