Ram Bahal Chaudhary,Basti
Share

क्रोनोलॉजी समझें – मोदी सरकार ने बौखला कर “इलेक्शन मैनेजमेंट डिपार्टमेंट” के पीछे छिप सत्यनिष्ठा की आवाज पर हमला बोला, ये हमला....: राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ पर कांग्रेस का तीखा वार

  • by: news desk
  • 14 June, 2022
क्रोनोलॉजी समझें – मोदी सरकार ने बौखला कर “इलेक्शन मैनेजमेंट डिपार्टमेंट” के पीछे छिप सत्यनिष्ठा की आवाज पर हमला बोला, ये हमला....: राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ पर कांग्रेस का तीखा वार

नई दिल्ली: कांग्रेस ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ को ‘असंवैधानिक' करार देते हुए मंगलवार को कहा,''' मोदी सरकार को पार्टी के पूर्व अध्यक्ष से परेशानी इसलिए है कि उन्होंने किसानों, नौजवानों, मजदूरों की आवाज उठाई तथा कोरोना संकट एवं सीमा पर चीन की आक्रमकता को लेकर मोदी सरकार को घेरा|   जनता के मुद्दे उठाने वाली मुखर आवाज को दबाने का षड्यंत्र है ईडी की कार्रवाई, श्री राहुल गांधी मोदी सरकार द्वारा चंद धन्ना सेठों के हित साधने में रोड़ा बने हुए हैं| भाजपा सरकार हज़ारों करोड़ रुपए विज्ञापन पर खर्च कर, अपने 40-50 मंत्री लगाकर, सारे मीडिया पर दबाव डालकर केवल एक आवाज़- श्री राहुल गांधी पर इतनी ज्यादा हमलावर है|



भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने  कहा, ‘‘, जब चीन ने हमारे देश की सरज़मीं पर जबरन कब्जा किया और हमारे जवान शहीद हुए, तो देश के प्रधानमंत्री ने कहा कि 'न कोई घुसा है, न कोई आया है। तब विपक्ष की एकमात्र आवाज़, श्री राहुल गाँधी ने सरकार को इस झूठ पर घेरा और देश की माटी के लिए, शहीद जवानों के लिए आवाज़ उठाई। आज दो साल बीतने के बावजूद भी मोदी जी चीन को भारत की सीमा से वापस नहीं खदेड़ पाए। इसलिए, श्री राहुल गाँधी से परेशानी है।


महंगाई से हो रही जनता की बदहाली पर श्री राहुल गाँधी ने लगातार सरकार को घेरा।  पेट्रोल-डीज़ल हो, रसोई गैस हो, खाने-पीने का सामान हो, उन्होंने लगातार देश के मध्यम वर्ग, नौकरीपेशा, गरीबों, छोटे दुकानदारों, छोटे व्यापारियों के पक्ष में जोरदार आवाज़ उठाई। इसलिए, श्री राहुल गाँधी से परेशानी है। 



रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, ‘ डूबती अर्थव्यवस्था और गिरते रुपये को लेकर, एमएसएमई की बदहाली को लेकर, छिनती नौकरियों को लेकर, चौतरफा बेरोजगारी को लेकर, युवाओं के गुस्से को लेकर, श्री राहुल गाँधी ने लगातार आवाज़ उठाई। इसलिए, श्री राहुल गाँधी से परेशानी है।



उन्होंने कहा, ‘‘कोरोना में जब सरकार ने अपनी ज़िम्मेदारी से मुंह मोड़ लिया, उस समय श्री राहुल गाँधी ने न केवल सरकार को चेताया, बल्कि सरकार को देर से ही सही, कार्यवाही के लिए मजबूर किया। जब कोरोना के टीके से पैसा वसूली कर हजारों करोड़ का मुनाफा कमाया जा रहा था, तो श्री राहुल गाँधी ने आवाज़ उठाई और सरकार को मुफ्त टीकाकरण के लिए बाध्य किया। जब लाखों मज़दूर हज़ारों किलोमीटर पैदल चलकर दर दर की ठोकरें खा रहे थे, तो उन मेहनतकशों की आवाज़ भी श्री राहुल गाँधी ने उठाई। इसलिए, श्री राहुल गाँधी से परेशानी है।




उन्होंने कहा, ‘‘जब लाखों किसान न्याय की गुहार लिए राजधानी दिल्ली के बाहर आठ महीने तक बैठे थे, 700 किसान कुर्बान हो गए और मोदी सरकार उनके रास्ते में कील और काँटे बिछा रही थी, तो लगातार ट्रैक्टर यात्रा कर, किसान-मजदूरों की आवाज़ बनकर व सौ सांसदों को किसान संसद में ले जाकर श्री राहुल गाँधी ने देश के अन्नदाता की आवाज़ उठाई और तीन काले कानूनों को वापस लेने के लिए मोदी सरकार को मजबूर कर दिया। इसलिए, श्री राहुल गाँधी से परेशानी है।



कांग्रेस महासचिव ने कहा, देश में नफ़रत के माहौल के खिलाफ और भाईचारे व अनेकता में एकता के विचार के लिए एकमात्र आवाज़ जिसने सरकार की आँख में आँख डालकर कहा कि नफ़रत से देश का भला नहीं होगा, वह श्री राहुल गाँधी हैं। इसलिए, श्री राहुल गाँधी से परेशानी है।


सुरजेवाला ने कहा,प्रधानमंत्री जी कभी प्राइवेट कंपनियों के नुमाइंदे बन फ्रांस में राफेल का ठेका दिलवाते हैं, तो कभी प्राइवेट कंपनी को श्रीलंका में बिजली का ठेका देने का दबाव डालते हैं। श्री राहुल गाँधी ने मुट्ठीभर उद्योगपतियों और मोदी सरकार के इस गठजोड़ को बेनकाब किया। इसलिए, श्री राहुल गाँधी से परेशानी है। 



क्रोनोलॉजी समझें – मोदी सरकार ने बौखला कर "इलेक्शन मैनेजमेंट डिपार्टमेंट" – ED के पीछे छिप सत्यनिष्ठा की आवाज पर हमला बोला है|ये हमला विपक्ष की उस निर्भीक आवाज़ पर है जो जनता के सवालों को सरकार के सामने दृढ़ता से रखती है, जो जनता के मुद्दों को भयमुक्त होकर उठा रही है। 



भाजपाई सत्ता की एजेंसियों के डर से कितने ही लोगों ने समझौता कर, भाजपा में माफीनामा देकर, भाजपा में प्रवेश कर लिया। अब वो दूध के धुले हो गए हैं। कितनों ने घुटने टेक दिए। लेकिन श्री राहुल गाँधी ही हैं, जिन्होंने सरकार की आँख में आँख डालकर जनता के सवाल उठाए हैं। 



ये हमला उस निर्भीक आवाज़ पर है। ये हमला जनता के मुद्दों पर है। ये हमला बेरोज़गारों, गरीबों, छोटे दुकानदारों व व्यापारियों, मध्यम वर्ग व नौकरीपेशा, महिलाओं, दलितों, पिछड़ों व आदिवासियों के अधिकारों व संविधान से जुड़े सवालों पर है। हम न डरेंगे, न झुकेंगे, न दबेंगे, देश के लिए लड़ते रहेंगे।



आप हमसे यहां भी जुड़ सकते हैं
TVL News

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें : https://www.facebook.com/TVLNews
चैनल सब्सक्राइब करें : https://www.youtube.com/TheViralLines
हमें ट्विटर पर फॉलो करें: https://twitter.com/theViralLines
ईमेल : thevirallines@gmail.com

You may like

स्टे कनेक्टेड

विज्ञापन