नई दिल्ली: देश में कोरोना की दूसरी लहर ने बेहद खतरनाक रफ्तार पकड़ ली है। बुधवार को अब तक सारे रिकॉर्ड ध्वस्त हो गए हैं। देश में बीते 24 घंटे में 1.15 लाख से अधिक नए मरीज मिले हैं और 630 से अधिक की मौत हो गई है। कोरोना वायरस के नए मरीज और संक्रमण से होने वाली मौतों के इस आंकड़ों ने लोगों में दहशत पैदा कर दी है। देश में कोरोना की दूसरी लहर को लेकर कांग्रेस ने कहा,17 सितंबर 2020 को देश में कोरोना मरीजों की संख्या 97,894 थी। ये कोरोना की पहली लहर का पीक था। कल का आंकड़ा 1,15,776 मरीजों का है। इसे देखकर दुःख होता है|
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा,'पहले कोरोना के 10 मरीज 8 और लोगों में कोरोना फैलाते थे। इस नई लहर में कोरोना के 10 मरीज 14 और लोगों में कोरोना फैला रहे हैं। मैं सिर्फ कोरोना की खतरनाक स्थिति के बारे में देश को बता रहा हूँ। ये लहर कब सुनामी बन जाएगी, पता नहीं| पवन खेड़ा ने कहा,''अभी एक न्यूज चल रही थी कि वैक्सीन के अभाव में महाराष्ट्र में टीकाकरण केंद्र बन्द हो गए। आज आंध्र प्रदेश वैक्सीन न होने की घोषणा करने वाला है और केंद्र सरकार कह रही है कि वो 15 अप्रैल से पहले वैक्सीन की आपूर्ति नहीं कर पाएगी। ऐसी खबरें हर तरफ से आ रही है|
कांग्रेस नेता ने कहा,हिंदुस्तान में 6.5% वैक्सीन की बर्बादी हो रही है। हम लोगों को वैक्सीन नहीं दे पा रहे हैं; टीकाकरण के लिए 45 साल की उम्र सीमा तय कर रखी है। ऐसे में वैक्सीन की बर्बादी चिंता का विषय है। यह सरकार द्वारा योजना में कमी को दर्शाता | कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा,''हिंदुस्तान में अस्थमा, एंजाइना, डायबिटीज का बहुत बड़ा आंकड़ा है। इनको सरकार ने लिस्ट से बाहर रखा। इनको कब तक बाहर रखेंगे? इनके बारे में सरकार की क्या योजना है? किसने तय किया कि नौकरशाहों को वैक्सीन की जरूरत है लेकिन एक डिलीवरी बॉय को वैक्सीन की जरूरत नहीं है। किसने तय किया?
अगर हम ब्राजील, जर्मनी, अमेरिका, इंग्लैंड में टीकाकरण का आंकड़ा देखें तो इंग्लैंड में 55.4%; अमेरिका में 50%; जर्मनी में 17.2% और ब्राजील में 10.3% आबादी का टीकाकरण हो चुका है। जिन देशों ने अलग-अलग कम्पनियों को अनुमति दी, वो ज्यादा लोगों को वैक्सीन दे पा रहे हैं| हिंदुस्तान के वैक्सीन निर्माता अब फण्ड की कमी की शिकायत कर रहे हैं। क्या सरकार ने पहले इन कंपनियों की स्थिति के बारे में जानकारी नहीं ली थी| कुछ लोगों की आदत मिलकर काम करने की नहीं होती है, वो बांटकर काम करना जानते हैं। उनसे हमारा निवेदन है कि बांटने का काम स्थगित करें। आज मिलकर कोरोना से लड़ाई लड़ने का वक़्त है|