नई दिल्ली: दिल्ली की कई सीमाओं पर कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों का आंदोलन आज 33वां दिन है। इस बीच किसानों समर्थन में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सिंघु बॉर्डर के पास गुरु तेग बहादुर स्मारक पहुंचे। केजरीवाल ने कहा,'इतनी ठंड में रात को पिछले 32 दिनों से हमारे भाई, माताएं सड़क पर सोने को मजबूर है। 40 से ज्यादा किसान शहीद हो गए है। मैं केंद्र सरकार से विनती करता हूँ कि आप तीनों काले कानूनों वापिस ले लो। और कितने किसानों की शहादत लोगे..?
दिल्ली CM अरविंद केजरीवाल ने कहा,'केंद्र सरकार आरोप लगा रही है कि किसानों को गुमराह किया जा रहा हैं। मैं केंद्र सरकार को चुनौती देता हूं, केंद्र सरकार अपने सबसे बड़े नेता को लेकर आ जाए और हमारे किसान नेता आ जाएं और पब्लिक में चर्चा हो जाए, पता चल जाएगा किसको कितनी जानकारी है|
केजरीवाल ने कहा,''मैं केंद्र सरकार से अपील करता हूं, इनकी बातें सुनकर कृषि के तीनों क़ानूनों को वापस ले लीजिए। किसानों को राष्ट्रद्रोही कहा जा रहा है, अगर किसान राष्ट्रद्रोही हो गया तो तुम्हारा पेट कौन भरेगा? किसानों की खेती चली गई तो किसान कहां जाएगा? किसानों के पास क्या बचेगा?
केजरीवाल ने कहा,''ये तीन क़ानून (नए कृषि क़ानून) लेकर आए हैं, इन तीनों क़ानूनों के जरिए अब ये इनकी खेती भी छीनना चाहते हैं। उनकी खेती भी उठाकर अपने 2-3 बड़े-बड़े पूंजीपति दोस्तों को देना चाहते हैं। अगर किसान की खेती भी चली गई तो किसान कहां जाएगा|
केजरीवाल ने कहा,दिल्ली के बॉर्डर पर जो किसान बैठे है वो हमारे ही देश के लोग है। दिल्ली में 2 डिग्री तापमान में सोना बहुत मुश्किल है। 40 से ज्यादा किसान शहीद हो चुके है। सरकार अपनी जिद्द छोड़े, किसानों को तकलीफ ना दे। तीनों कानून वापिस ले।मैं भाजपा वालों से कहना चाहता हूँ, जो मर्जी प्रयास कर ले, आम आदमी पार्टी आखिरी सांस तक किसानों के साथ खड़ी रहेगी। क्योंकि जिस देश का किसान दुखी है वो देश कभी सुखी नहीं रह सकता।-