Ram Bahal Chaudhary,Basti
Share

बेरोजगारी में लगातार महंगाई की मार, महंगाई के 'म' को 'म' से मार बनाकर लगातार गरीब- मजदूर- जनता पर 'एक के बाद' एक वार कर रहे PM मोदी: महंगाई और बेरोजगारी को लेकर कांग्रेस का हमला

  • by: news desk
  • 02 May, 2022
बेरोजगारी में लगातार महंगाई की मार, महंगाई के 'म' को 'म' से मार बनाकर लगातार गरीब- मजदूर- जनता पर 'एक के बाद' एक वार कर रहे PM मोदी: महंगाई और बेरोजगारी को लेकर कांग्रेस का हमला

 नई दिल्ली:   कांग्रेस प्रवक्ता अलका लांबा ने बढ़ती महंगाई को लेकर ने मोदी सरकार पर हमला बोला है|  देश में बढ़ती महंगाई को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता अलका लांबा ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि बढ़ती महंगाई मोदी सरकार का उपहार या वार? साथ ही कांग्रेस ने मांग की है कि तुरंत इन बढ़ती कीमतों को वापस लिया जाए।  19 किलो के कमर्शियल रसोई गैस एलपीजी की कीमतों में हुई बढ़ोतरी पर अलका लांबा ने कहा,''एक मार्च, 2022 को कमर्शियल गैस सिलेंडर 19 किलोग्राम की कीमत 105 रुपए बढ़ाई गई, 1 मार्च, 2022 को, 105 रुपए। 1 अप्रैल, 2022 को 250 रुपए बढ़ाया गया और 1 मई को कमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत को 102 रुपए 50 पैसे बढ़ा दिया गया। 8 महीने में अगर आप देखेंगे एलपीजी कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत को मात्र 8 महीनों में 618 रुपए 50 पैसे बढ़ा दिया गया है।  एक अक्टूबर से 1 मई के बीच में सीधा ये महंगाई का वार उस आम और गरीब जनता पर है।



कांग्रेस नेत्री अलका लांबा ने कहा,''देश के प्रधानमंत्री कहते थे कि जब देश में डॉ. मनमोहन सिंह जी की सरकार थी, तो कहते थे हम महंगाई का 'म' नहीं बोलते है। आज आपने उसी महंगाई के 'म' को 'म' से मोदी, 'म' से मार बनाकर लगातार कर रहे हैं गरीब, मजदूर जनता पर एक के बाद एक वार।



आज चिंता इसलिए अधिक हो जाती है, जब सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी का सर्वे फिर चौंकाने वाले आंकड़े अपने सर्वे के माध्यम से पेश करता है और बताता है कि देश के अंदर 2.1 करोड़ के करीब नौकरियां घटी हैं। 45 करोड़ लोगों ने, जो बेरोजगार थे, रोजगार की तलाश में थे, उन 45 करोड़ लोगों ने रोजगार खोजना बंद कर दिया है, क्योंकि वो हताश और निराश होकर अब बैठ गया है। सबसे ज्यादा वार महिलाओं पर है, बेरोजगारी का; मात्र 9 प्रतिशत, इस देश की कुल आबादी में 9 प्रतिशत महिलाओं के पास ही अब रोजगार बचा है। 45 साल के रिकॉर्ड इस बेरोजगारी ने आपके और हमारे सपने तोड़े। इस बेरोजगारी में लगातार महंगाई की मार। लोग एक और एक परेशानी से जूझ रहे हैं, उम्मीद की जाती है कि मोदी सरकार गंभीरता दिखाएगी। अपना लालच, जो उगाही की जा रही है|  गरीब मजदूर के जेब से चंद सिक्के बच गए है क्योंकि बेरोजगार, अब उसकी जेब उतना पैसा नहीं है, जितना पूंजीपति मित्रों की, मोदी जी के पूंजीपति मित्रों की जेब में पैसा है, लेकिन वो जो चंद सिक्के उस गरीब मजदूर की जेब में बच गए हैं, उसकी भी जेब में वो डाका डालकर उसे छीन लेना चाहते हैं।



देशभर, आपदा से गुजर रहा है देश। ये मानव निर्मित आपदा है। ये मोदी निर्मित आपदा है कि आज देश में कोयले की भारी कमी महसूस की जा रही है। आज देशभर में एक मई, मई का महीना, गर्मी का महीना, लू और तप के बीच में लोगों को जो है, बिजली के कटौती का सामना करना पड़ रहा है। 600 ट्रेनें जो गरीब आदमी, वो हवाई चप्पल पहनने वाला हवाई यात्राएं, हवाई जहाज तो आपका बिक गया, अब वो ट्रेन से भी जो सफर करता था, आपने 600 ट्रेनें बिना उन्हें बताए वो रद्द कर दी। मैं ये परेशानी बता रही हूं कि आम आदमी कहाँ-कहाँ परेशान है और उसको राहत देने की बजाए, उसके जख्मों पर मरहम की बजाए उस पर नमक रगड़ने का काम केन्द्र की भाजपा और मोदी सरकार कर रही है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी का सर्वे ये भी कहता है कि देश में आज एक मई हम अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस मना रहे हैं। ऐसे समय पर 46 प्रतिशत जो कामगार थे 2017 में, वो 22 में आकर वो कामगारों की संख्या देश में मात्र 40 प्रतिशत रह गई है, यानी 2017 से 22 में देखेंगे तो 6 प्रतिशत कामगारों में भी गिरावट आई है।




मैं वापस आ रही हूं, पेट्रोल-डीजल के दाम कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। दोहराऊंगी, दोहराना जरुरी है। 70 साल में जो बार-बार कहते हैं कांग्रेस ने क्या किया, मैं दोहराना चाहूंगी और तब तक दोहराएंगे जब तक केन्द्र की मोदी सरकार अपना लालच, अपनी उगाही को रोककर पेट्रोल और डीजल की एक्साइज को उसी स्तर पर नहीं लेकर आ जाती, जो कांग्रेस के समय पर 2013 और 14 में थी। दोहरा रही हूं, देश की जनता को याद दिलाने के लिए कि दिलाइए याद केन्द्र की मोदी सरकार को, जो महंगाई पर वार करने की बजाए, हमारे नेता श्री राहुल गांधी जी या कांग्रेस पर वार करना उनकी प्राथमिकताओं  पर वार करने की बजाए, हमारे नेता श्री राहुल गांधी जी या कांग्रेस पर वार करना उनकी प्राथमिकताओं पर रहता है। 2013-14 में दोबारा याद दिला रही हूं, पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी जो ली जाती थी, वो 9 रुपए 48 पैसा थी। 



आज वही पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी के तौर पर केन्द्र 27 रुपए 90 पैसे वसूल कर रहे हैं, कहाँ 9 रुपए और कहाँ 27 रुपए। डीजल पर फिर याद दिलाऊंगी कि जब कांग्रेस की सरकार थी 2013-14 में डीजल पर 3 रुपए 56 पैसे एक्साइज केन्द्र की हमारी सरकार मनमोहन सिंह जी की सरकार लेते थे, लेकिन आज उसी डीजल पर एक्साइज ड्यूटी 21 रुपए 80 पैसे। कहाँ 3 रुपए और कहाँ 21 रुपए है। ये सीधे अगर कम करके डॉ. मनमोहन सिंह जी, कांग्रेस की सरकार के समय पर जो एक्साइज थी, वहाँ पर अगर लाया जाए तो लोगों को कितनी बड़ी राहत मिल सकती है, पर नीयत नहीं|



आज एलपीजी गैस कमर्शियल गैस सिलेंडर पेट्रोल-डीजल महंगा है, इसलिए मालवाहक, ढोने वाली गाड़ियां महंगी हैं। वो महंगा है तो उसके ऊपर जो कमर्शियल सिलेंडर जा रहा है, वो महंगा है। हलवाई की दुकान हो, छोटा-मोटा दुकानदार हो, पकौड़े तलने वाला ही मैं मान लूं, जो ग्रेजुएट बेचारा पकौड़े भी तलने गया है, वो कमर्शियल सिलेंडर उसकी पहुंच से आज बाहर हो गया है। तेल महंगा, सिलेंडर महंगा, आज तो पकौड़े तलना भी महंगा हो गया है।



आज एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत अगर मैं बताऊं आपको सबसे ज्यादा दिल्ली की बात कहूं, तो 2,355 रुपए पहुंच गया गया है एक 19 किलोग्राम का कमर्शियल गैस सिलेंडर और वहीं पर चेन्नई में इसकी कीमत 2610 रुपए, 2610 रुपए 50 पैसे बढ़ चुकी है। इतनी असंवेदनशील सरकार, मूकदर्शक बनी हुई है, तमाशबीन बनी हुई है।



आज आप मीडिया वाले साथियों से कहूंगी कि जब-जब महंगाई का वार देश पर होता है, कांग्रेस अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए हर माध्यम से उस गरीब मजदूर, बेरोजगार तक अपनी आवाज पहुंचा कर उसे ये भरोसा दिलाना चाहती है कि वो इस मार में अकेले नहीं हैं। हम इस मार के वार को जो उस पर हो रहा है, हम उसे महसूस कर रहे हैं उस दर्द और पीड़ा को और इसे लेकर कांग्रेस पूरी तरह से केन्द्र की भाजपा की सरकार के खिलाफ हर तरीका का मोर्चा हम संभालेंगे। मजबूर करेंगे केन्द्र की सरकार को कि अपने पूंजीपति मित्रों की चिंता छोड़ दीजिए कुछ समय के लिए।



आज सभी साथियों के माध्यम से एक बार फिर केन्द्र की भाजपा सरकार, देश के प्रधानमंत्री, नरेन्द्र मोदी जी से हाथ जोड़कर निवेदन करते हैं, वो म से महंगाई में जो म है, वो उस मां की भी शायद एक बार दोबारा याद दिला रहा होगा जिस मां को आप कहते थे आंखें लकड़ी के चूल्हे से अंधी हो रही हैं। ये महंगाई का म आपको उस मां की याद दिलाए, ताकि आप थोड़ा तरस खाएं, उज्जवला गैस योजना के तहत आपके दिए गए सिलेंडर आज खाली पड़े हुए हैं। म से महंगाई में म से वो माँ आज एक बार फिर प्रधानमंत्री जी आपकी तरफ देख रही है। हम, कांग्रेस मांग करती है कि तुरंत इन बढ़ती कीमतों को वापस लिया जाए। हर त्योहार से पहले हम देखते हैं कि उपहार की जगह वार मिलता है और ये इस बार भी देखने को मिल रहा है।




बढ़ती महंगाई को लेकर पूछे एक प्रश्न के उत्तर में अलका लांबा ने कहा कि, आप लंबे समय से पत्रकारिता कर रहे हैं, कांग्रेस के समय भी आपने कांग्रेस की सरकारों को,, महंगाई को, अंतर्राष्ट्रीय बाजार की कीमतों को कवर किया है। आप इस सच्चाई को भली-भांति जानते हैं कि आज अंतर्राष्ट्रीय बाजार की कीमतें कहाँ है। उस समय देश में एक्साइज पेट्रोल-डीजल पर क्या थी, अभी आपको बताया है, आज क्या है। 27 लाख करोड़ रुपया इस सरकार ने पिछले 8 सालों में उगाहा है, लगाया कहाँ हैं? सबकुछ बेच डाला आपने, देश की सारी संपत्तियाँ आपने बेच डाली हैं। महंगाई चरम पर है। युवा बेरोजगार है। कम से कम कांग्रेस के समय पर कितना था?



- मैं पूछना चाहती हूँ कि क्या कांग्रेस के शासन में कभी भी पेट्रोल सौ पार किया, हाँ या न? जवाब है- न। 

-क्या कांग्रेस की सरकार ने कभी भी एलपीजी गैस का सिलेंडर उस गरीब मजदूर के लिए हजार पार किया, हां या न? जवाब हैन। 

-बेरोजगारी की दर आज जिस स्तर को छ रही है, क्या कांग्रेस की सरकार के दौरान इतनी बेरोजगारी की दर थी, हां या न? जवाब है-न।



एक अन्य प्रश्न के उत्तर में अलका लांबा ने कहा कि कहते हैं न कि दूसरों को उपदेश देना बहुत आसान है। जरूरत है, देश के प्रधानमंत्री जी, आप अपने और अपने राज्यों के मुख्यमंत्रियों को अपने गिरेबान में झांकने के लिए बोलें, उदाहरण पेश करन के लिए बोलें। आप एक्साइज कम करिए, आपके जो राज्य हैं, सबसे ज्यादा वो कहते हैं, कांग्रेस तो मुक्त हो चुकी है, फिर आप उम्मीद करते हैं कि दो हमारी जो राज्य सरकार हैं, छत्तीसगढ़, राजस्थान में वो कुछ नहीं कर रही और यहाँ तक सुनने को आया, 1947 में देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू जी का लाल किले पर दिया गया भाषण आज की महंगाई के लिए जिम्मेदार है। ये कैसे तर्क दिए जा रहे हैं! साफ सी बात है, केन्द्र की भाजपा सरकार, मोदी सरकार के पास इस महंगाई को कम करने की कोई नीति या नीयत नहीं है। 



यही एक कारण है कि आज पूरा देश महंगाई के वार को एक के बाद एक झेल रहा है। वो हताश है, वो निराश है, वो घर में सदमें में बैठा हुआ है। खासतौर से मैं चाहँगी, बेरोजगारी वो आग है, जिसके साथ न खेला जाए, तो बेहतर होगा, क्योंकि ये बेरोजगारी की उस आग में महंगाई का तेल डालने की कोशिश कर रहे हैं। 



बेरोजगारी की आग में महंगाई का तेल पेट्रोल की तरह काम कर रहा है। युवा जो है, वो निराशा में है। अभी एक सेना की भर्ती थी, इंतजार में एक युवा ने, सेना में जाना है, देश की सेवा करनी है, भर्तीभर्ती-भर्ती के इंतजार में हताश होकर उसने गलत कदम उठा लिया। आज ये प्रधानमंत्री जी को कहँगी, इसकी गंभीरता को समझें। ये वार महंगाई का आपको रोकना ही होगा। वरना देश में हालात जो बने हैं उसके जिम्मेदार कोई और नहीं, केन्द्र में बैठी भाजपा और मोदी सरकार है। ये एजेंडे से भटकाने के लिए आज मुद्दा महंगाई है, आज मुद्दा बेरोजगारी है, आज मुद्दा देश में मानव निर्मित आपदा है। जो मैं संकट आपके सामने बिजली, कोयले सब चीजों का बता रही हैं। ऐसे समय पर मुद्दों से भटकाकर देश भर में एक साम्प्रदायिक राजनीति का आप सहारा ले रहे हैं। अधिकतर चैनल और डिबेट्स में हम देख रहे हैं, चर्चा इन मुद्दों पर नहीं चर्चा उन मुद्दों पर हो रही है, जो देश में शांति नहीं, आज भड़काने का काम कर रही है। ये भी एक खतरनाक खेल इस देश में चल रहा है, जो हम सब देख रहे हैं|




आप हमसे यहां भी जुड़ सकते हैं
TVL News

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें : https://www.facebook.com/TVLNews
चैनल सब्सक्राइब करें : https://www.youtube.com/TheViralLines
हमें ट्विटर पर फॉलो करें: https://twitter.com/theViralLines
ईमेल : thevirallines@gmail.com

स्टे कनेक्टेड

विज्ञापन