नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में कोरोना किट घोटाले को लेकर आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर करारा हमला बोला है| आम आदमी पार्टी ने कहा कि,''कोरोना किट के दामों में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार किया गया है। AAP ने आरोप लगाया,' CM योगी की सहमति से इतना बडा भ्रष्टाचार हुआ|
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा, उत्तर प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर के दाम को 300% से लेकर 500% तक बढ़ा कर बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार किया गया है। कैसे संभव है कि इतना बड़ा भ्रष्टाचार हो रहा था और योगी जी को पता ही नहीं चला? उनकी सहमति के बिना ये भ्रष्टाचार हो ही नहीं सकता।-
AAP विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा,जब कोरोना संकट में लोग एक दूसरे की मदद कर रहे है। डॉक्टर्स, नर्स अपनी जान की बाजी लगाकर लोगों की जान बच रहे है। वही उत्तर प्रदेश में 65 जिलों में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार किया गया है। योगी जी के CMO ने प्रतापगढ़ की कंपनी से चाइनीज हेमोटोलॉजी एनालाइजर 3 लाख 30 हज़ार रुपये प्रति एनालाइजर खरीदा है। जबकि उत्तर प्रदेश सरकार की ही जैम वेबसाइट पर भारत मे बना हुआ हेमोटोलॉजी एनालाइजर बस 1 लाख 45 हज़ार रुपये में उपलब्ध है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा, यूपी के 65 जिलों की 1 लाख ग्राम पंचायतों में कोरोना किट की खरीद में करोड़ों का भ्रष्टाचार हुआ। मार्केट में कोरोना किट (ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर, सैनिटाइजर और मास्क) 2700-2800 रु में मिल सकती है, लेकिन इसे 300-500 प्रतिशत अधिक कीमत में खरीदा गया। सौरभ भारद्वाज ने सवाल किया है कि, "क्या इसमें सीएम योगी की मिलीभगत नहीं है। एक मुख्यमंत्री जो रोज सुबह 11 बजे टीम की बैठक करते हैं, उसको पता ही नहीं चला कि प्रदेश में इतने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है।'
इससे पहले आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा था कि,''योगी सरकार घोटालों की सरकार बन चुकी है, उत्तर प्रदेश में रोज नए घोटाले निकल कर सामने आ रहे हैं। देश के सर्वोच्च सदन में योगी सरकार के कोरोना घोटाले को मजबूती से उठाऊँगा। CBI जाँच के लिए भी न्यायालय का दरवाजा खटखटाऊंगा
संजय सिंह ने कहा था कि,'योगी सरकार अपने 'कोरोना घोटाले' की जांच अपने ही अधिकारियों से करा रही है। ये बेहद हास्यास्पद है। सरकार का अधिकारी सरकार के घोटाले की जांच निष्पक्षता और ईमानदारी से नहीं कर सकता। घोटाले की जांच CBI और हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में होनी चाहिए।