नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में हर साल 2 करोड़ नौकरी का वादा किया गया था। इसके 8 साल बाद सरकार ने कुल 7.22 लाख नौकरियाँ दी गई हैं जबकि 22 करोड़ से ज़्यादा लोगों ने नौकरी के लिए आवेदन किए। मोदी सरकार ने संसद में एक सवाल के जवाब में बताया कि 2014 से लेकर अब तक 22 करोड़ युवाओं ने नौकरी के लिए आवेदन किया जबकि मोदी सरकार सिर्फ़ 7.22 लाख लोगों की ही नौकरी दे पाई !
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि 2019-20 में 1.47 लाख लोगों को रोजगार मिला। आंकड़ों में यह बात सामने आई है कि पिछले 8 सालों में कुल 22,05,99,238 लोगों ने नौकरी के लिए आवेदन किया, जिसमे से 7,22,311 लोगों का चयन हुआ। जोकि कुल आवेदन की तुलना में सिर्फ 0.33 फीसदी ही है।
इस आंकड़े में बताया गया है कि 2014 में जब नरेंद्र मोदी सत्ता में आए तब से अब तक अलग-अलग सरकारी विभागों में कुल 7 लाख 22 हजार 311 आवेदकों को सरकारी नौकरी दी गई है| सरकार की तरफ से दिए आंकड़ों में वर्ष 2014-15 में कुल 1,30,423 को, 2015-16 में 1,11,807 को, 2016-17 में 1,01, 333 , 2017-18 में 76,147 को , 2018-19 में 38,100 को, 2019 -20 में 1,47,096 को , 2020 -21 को 78,555 और 2021 -22 में 38,850 आवेदकों को नौकरी दी| इस तरह से इन वर्षों में जिनको नौकर मिली है ऐसे आवेदकों की कुल संख्या 7 लाख 22 हजार 311 है|
सरकार ने बताया कि वर्ष 2014-15 में नौकरी के लिए 2,32,22083 ने, 2015-16 में 2,95,51,844 ने, 2016-17 में 2,28,99,612 ने, 2017-18 में 3,94,76,878 ने, 2018 -19 में 5,09,36,479, 2019-20 में 1,78,39,752, 2020 -21 में 1,80,01, 469 और 2021-22 में 1,86,71,121 आवेदकों ने अलग-अलग नौकरियों के लिए आवेदन किया है| इस तरह से 2014 से 2022 तक कुल आवेदकों की संख्या 22 करोड़, 5 लाख, 99 हजार और 238 है|