नालगोंडा: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (K Chandrashekar Rao) ने जनसभा के दौरान प्रदर्शनकारियों के समूह की तुलना ' कुत्ते' से की| नालगोंडा ज़िले में जनसभा के दौरान कुछ लोगों के विरोध प्रदर्शन पर CM के चंद्रशेखर राव भड़क गए और उन्हें कुत्ता कहा।
मुख्यमंत्री के. चेंद्रशेखर राव ने नालगोंडा ज़िले में जनसभा को संबोधित करते समय कुछ लोगों के प्रदर्शन करने पर उन्हें कुत्ता कहा। CM ने कहा, "शांति से रहना है तो रहें नहीं तो चले जाएं। आपकी बेवकूफी से कोई बाधा नहीं पड़नी चाहिए। यहां से चले जाएं नहीं तो आपको पीटा जाएगा।"
गुरुवार को नालगोंडा जिले में नागार्जुन सागर एरिया में सरकारी योजना का नींव रखने के बाद मुख्यमंत्री वहां एकत्रित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान वहां कुछ लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया| जनसभा को संबोधित करते समय कुछ लोगों के प्रदर्शन करने पर के. चेंद्रशेखर राव ने उन्हें अपशब्द (कुत्ता) कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा, 'अब आपने मेमो दे दिया है, यहां से जाएं। यदि आप यहां रहना चाहते हैं तो शांति से रहें नहीं तो आपसब पिट जाएंगे। हमने कई लोगों को देखा है, आपसब जैसे कितने ही कुत्ते यहां हैं।' उपचुनावों को देखते हुए नागार्जुन सागर विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव की यह यात्रा अहम है। दिसंबर 2020 में सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति के विधायक नोमुला नरसिम्हैया की मृत्यु के बाद यह सीट खाली हो गई थी। इसके बाद 9,000 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली 13 लिफ्ट सिंचाई परियोजनाओं की शुरुआत हो जाएगी।
इस बीच मुख्यमंत्री के इस बयान पर ऐतराज जताते हुए तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के इंचार्ज ने वरिष्ठ नेता से माफी मांगने को कहा। उन्होंने कहा, 'तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने नागार्जुन सागर जनसभा में मौजूद महिलाओं को कुत्ता बुलाया। यह न भूलें कि यह लोकतंत्र है और आपको इन्हीं के बदौलत आज उस पद पर हैं। ये हमारे बॉस हैं। मांफी मांगिए चंद्रशेखर।'