हिसार: हरियाणा में किसानों और पुलिस के बीच 16 मई को हुई झड़प के विरोध में सोमवार को हिसार में किसान इकट्ठा हुए। इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भी मौजूद रहे। किसानों और पुलिस के बीच हुई झड़प के विरोध में हिसार में किसान प्रदर्शन कर रहे है|
सोमवार को हिसार में भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि,',''प्रशासन के साथ बातचीत हुई, उन्होंने एक महीने में सारे मुकदमें समाप्त करने की बात की है। आज IG, DIG, कमिश्नर और जिलाधिकारी मौजूद थे, उन्होंने सरकार से भी बात की होगी। 16 मई और उसके आस-पास के मामले हैं, उन्हें ख़त्म किया जाएगा|
यह विरोध प्रदर्शन 16 मई को पुलिस के साथ झड़प के बाद 300 से ज्यादा किसानों पर एफआईआर दर्ज किए जाने के खिलाफ हो रहा है। प्रदर्शन ऐसे समय में हो रहा है जब किसान आंदोलन का नेतृ्त्व करने वालों में से एक संयुक्त किसान मोर्चा ने ऐलान किया है कि वह 26 मई से अपना आंदोलन एक बार फिर तेज करेंगे। 26 मई को तीन कृषि कानूनों के खिलाफ शुरू हुए किसान आंदोलन को छह महीने पूरे होने वाले हैं।
सोमवार के प्रदर्शन को देखते हुए जिला प्रशासन ने हिसार में सुरक्षा बढ़ा दी है। किसानों ने ऐलान किया है कि वे पुलिस कमिश्नरी का घेराव कर के 350 अज्ञात किसानों पर केस दर्ज किए जाने का विरोध करेंगे। किसान उन पुलिस अधिकारियों पर भी कार्रवाई की मांग करेंगे, जिन्होंने 16 मई को हुई झड़प के दौरान उनपर लाठी चार्ज की थी।
बता दें कि 16 मई को कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के एक धड़े और पुलिस के बीच उस समय झड़प हो गई थी जब किसान उस जगह तक मार्च कर रहे थे, जहां हरियाणा के मुख्यमंत्री एक कोविड-19 अस्पताल का उद्घाटन करने पहुंचे थे। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले तक दागे और प्रदर्शनकारियों पर पत्थरबाजी का आरोप लगाया।
पुलिसिया कार्रवाई से गुस्साए किसानों ने कुछ लोगों की गिरफ्तारी के विरोध में हरियाणा के कई मुख्य हाईवे को बंद कर दिया था और हिसार के इंस्पेक्टर जनरल के घर का भी घेराव किया था। हालांकि, गिरफ्तार किए गए किसानों की रिहाई के बाद प्रदर्शनकारी हट गए।