-Red Mercury in Old TV Facts: रेड मर्करी, इन दिनों इसकी डिमांड लगातार बढ़ती जा रही है।
-सोशल मीडिया ( Social Media ) से लेकर कबाड़ियों के पास, हर रोज इसे खरीदने के लिए बोली लगाई जा रही है। -सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि तीन दशक पहले बंद हो चुके टीवी-रेडियो (शटर वाले) में रेड मर्करी ट्यूब है, जिसकी मार्केट में लाखों रुपये कीमत ( Red Mercury Price ) है।
-कई वायरल मैसेज में तो इसकी कीमत एक करोड़ रुपये भी बताई जा रही है।
नई दिल्ली।
Red Mercury in Old TV Facts: रेड मर्करी, इन दिनों इसकी डिमांड लगातार बढ़ती जा रही है। सोशल मीडिया ( Social Media ) से लेकर कबाड़ियों के पास, हर रोज इसे खरीदने के लिए बोली लगाई जा रही है। सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि तीन दशक पहले बंद हो चुके टीवी-रेडियो (शटर वाले) में रेड मर्करी ट्यूब है, जिसकी मार्केट में लाखों रुपये कीमत ( Red Mercury Price ) है।
कई वायरल मैसेज में तो इसकी कीमत एक करोड़ रुपये भी बताई जा रही है। हालांकि, तेजी से फैल रहे मैसेज के बाद पुलिस ( Police ) भी सतर्क हो गई है। पुलिस ने अफवाह फैलाकर धोखाधड़ी करने वालों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। ऐसे में अगर आप भी शटर वाले टीवी-रेडियो खोज रहे हैं तो सतर्क हो जाइए।
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What is trending old TV on social media is rumoured or right
What use is the red mercury that’s going out inside the old TV pic.twitter.com/2fyOopHfh6— Chandra prakash (@Chandu5122) September 9, 2020
रेड मर्करी को लेकर वायरल मैसेज
सोशल मीडिया पर रेड मर्करी को लेकर दावा किया जा रहा है कि 30 से अधिक दशक के पहले के पुराने मोनोक्रोम टेलीविज़न में कंटेनर जैसे छोटे कांच की बोतल में यह तरल पदार्थ होगा। इसको लेकर कई तरह के दावें किए जा रहे हैं।
कुछ के अनुसार, रेड मर्करी का उपयोग बम बनाने के लिए किया जा रहा है। वहीं, कुछ दावा कर रहे हैं कि COVID-19 को ठीक करने के लिए रेड मर्करी का इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन आपको बता दें कि अभी तक ऐसी कोई भी वैज्ञानिक पुष्टि नहीं है।
क्या है रेड मर्करी?
रेड मर्करी को लेकर कई तरह के दावें किए गए हैं। यह एक तरह का तरल पदार्थ है। इसको लेकर कथित रूप से परमाणु हथियारों के निर्माण में उपयोग की जाने वाली अनिश्चित रचना का एक पदार्थ बताया गया है, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं है। लॉस एलामोस नेशनल लेबोरेटरी के शोधकर्ताओं द्वारा संकलित रिपोर्ट से पता चलता है कि होक्सर्स और कॉनमैन के हाथों में, लाल पारा लगभग कुछ भी कर सकता है।
22 लाख की धोखाधड़ी
बेंगलुरु के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को रेड मर्करी के नाम पर 22 लाख की चपत लगी है। गिरोह के लोगों ने रेड मर्करी ट्यूब देने ने का वादा किया था। आठ सदस्यीय गिरोह को मालवल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है और रुपये जब्त किए हैं।
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क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
टीवी कारोबारी हरमीत सिंह का कहना है कि अगर ऐसा होता तो पुराने टीवी कबाड़ में नहीं बिकते और न ही इनको बनाने वाली कंपनियां बंद होतीं। ज्यादातर ये अफवाहें किसी गिरोह की करतूत हैं जो शायद प्रचार के माध्यम से पैसा कमाना चाहते हैं। पिछले कुछ महीनों से, व्हाट्सएप और टेलीग्राम सहित सोशल नेटवर्किंग साइटों पर अफवाह फैल रही है कि रेड मर्करी की लाखों रुपये में कीमत है।
पुलिस की चेतावनी
हैदराबाद एसीपी एसीपी (साइबर अपराध) केवीएम प्रसाद ने कहा कि इस तरह की घटनाओं की अब तक कोई शिकायत नहीं है, लेकिन लोगों को सतर्क रहना चाहिए और ऐसे घोटालों के शिकार होने से बचना चाहिए। अगर ऐसा कोई मामला सामने आता है तो तुरंत कार्रवाई की जाएगी। इसी तरह मुजफ्फरनगर के एसपी सिटी श्री सतपाल अंतिल ने कहा कि कुछ लोग पुराना टीवी, रेडियो, टेलीफोन तलाश रहे है। लेकिन, ये एक तरह का फ्रॉड हो सकता है। सोशल मीडिया पर ऐसे विज्ञापनों से सावधान रहने की जरूरत है।