हमीरपुर: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में सरकारी के एंबुलेंस ड्राइवर ने एक हजार रुपए के लिए प्रेग्नेंट महिला को जंगल में उतार दिया।हमीरपुर जिले के सुमेरपुर ब्लॉक क्षेत्र भौंरा डांडा गांव से प्रसूता को लेकर मौहर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आ रहे एंबुलेंस ड्राइवर अभिषेक कुमार ने एक हजार रुपये न देने पर प्रसूता को जंगल में उतार दिया| आधे घंटे तक सड़क पर पड़ी तड़पती रही। परिजन अस्पताल छोड़ने को एंबुलेंस चालक से गिड़गिड़ाते रहे |घटना का वीडियो भी सामने आया है।
खबरों के मुताबिक,''कुछ राहगीरों ने पीछा कर एंबुलेंस को पकड़ा और फिर उसे अस्पताल भिजवाया। CMO अशोक कुमार रावत ने बताया, "महिला को मऊहर ANM सेंटर पर भर्ती कराया गया। यहां मंगलवार सुबह उसने बच्चे को जन्म दिया है। मामले की जांच कर एंबुलेंस चालक पर कार्रवाई की जाएगी।
भौंरा डांडा गांव निवासी उत्तम कुमार की पत्नी रेखा को प्रसव पीड़ा शुरू हुई। उत्तम कुमार ने फोन कर 112 एंबुलेंस को बुलाया। सूचना मिलने पर ईएमटी अजीत कुमार के साथ एंबुलेंस चालक अभिषेक कुमार एंबुलेंस लेकर गांव पहुंचे और प्रसूता को स्वजन व आशा बहू के साथ लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मौहर आ रहे थे। रास्ते में एंबुलेंस चालक और EMT ने 1 हजार रुपए मांगे। महिला के परिजनों ने देने से इनकार कर दिया।
चालक ने रास्ते में बीच जंगल उसको उतार दिया। परिजन चालक से अस्पताल छोड़ने को गिड़गिड़ाते रहे। इस दौरान रेखा दर्द से 30 मिनट तक तड़पती रही और रोती रही। मगर, एंबुलेंस ड्राइवर का दिल नहीं पसीजा। वह एंबुलेंस लेकर चला गया। पीड़िता को दर्द से तड़पते देख मौके पर भीड़ जुट गई। राहगीरों ने पीछा कर एंबुलेंस को रोका। घेरकर एंबुलेंस को मौके पर ले आए और उसको अस्पताल भिजवाया।"
वहीँ, एंबुलेंस चालक अभिषेक ने आरोपों को निराधार बताया। अभिषेक कुमार ने बताया कि प्रसूता की डिलेवरी में बहुत कम समय था। इसलिए वह महज एक किमी दूर पंधरी एएनएम सेंटर लाने लगे। तभी पारा गांव के पास प्रसूता के ससुर रामस्वरूप निषाद ने अचानक एंबुलेंस का दरवाजा खोल दिय। एंबुलेंस खड़ी करने के बाद उसने जबरिया प्रसूता को गाड़ी से उतार लिया और निजी वाहन से जाने की बात कहने लगा। बाद में समझाने-बुझाने के बाद गाड़ी में बिठाया और उन्हें मौहर पीएचसी पहुंचाया।