झालोद: गुजरात विधानसभा चुनाव 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए झालोद में जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि ये चुनाव बहुत ही महत्वपूर्ण चुनाव है। इसलिए महत्वपूर्ण है कि 27 साल से बीजेपी की सरकार यहाँ पर अस्तित्व में है और 8-9 साल से केन्द्र में मोदी जी प्रधानमंत्री बनकर बैठे हैं, इतना होते हुए भी, इतने साल हुकुमत करने के बावजूद भी क्यों यहाँ पर पानी कि किल्लत है? क्यों आदिवासियों पर अन्याय और अत्याचार बढ़ता जा रहा है? 2-3 साल के मुकाबले में अगर आप सोचेंगे, तो 17 प्रतिशत अत्याचार बढ़ गया है। राज्य में भी बीजेपी की सरकार, केन्द्र में भी बीजेपी की सरकार और मोदी जी तो हर वक्त आकर यही कहते हैं कि मुझे देखकर वोट दो, मोदी को वोट दो। तो लोग तो मोदी को ही वोट दे रहे हैं, 27-28 साल से, फिर भी अत्याचार क्यों कम नहीं हो रहे है, इसकी वजह क्या है? क्योंकि वो ये नहीं चाहते कि दीन, दलित, आदिवासी, इनकी समस्या हल हो जाए। वो सिर्फ अमीरों की तरफ देखते हैं, अडानी-अंबानी की तरफ देखते हैं। बड़े-बड़े जो अमीर लोग हैं, उनकी संपत्ति तो हर साल इनके दौर में बढ़ रही है और गरीब की संपत्ति रोज की रोज घट रही है। उसको जो मजदूरी मिलनी है, वो भी नहीं मिल रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि,''ये - शुक्र है कि इंदिरा गांधी जी, राजीव गांधी जी, डॉ. मनमोहन सिंह जी , ऐसे नेताओं ने गरीबों के लिए योजनाएं बनाईं, उसका फायदा गरीबों को हो रहा है, लेकिन मोदी जी का गरीबों के बारे में क्या काम है, अगर वो बताएंगे, तो हमको बड़ी खुशी होगी। वो सिर्फ हमेशा यही कहते हैं, कांग्रेस ने 70 साल में क्या किया? कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता, वल्लभभाई पटेल ने क्या गुजरात के लिए कुछ नहीं किया, क्या मोरारजी देसाई कांग्रेस के थे, उन्होंने भी कुछ नहीं किया? ऐसे मैं अनेक नाम गिना सकता हूँ। अमर सिंह जी, जिन्होंने 75 प्रतिशत नर्मदा का काम पूरा करके दिया और बाकी का 10 प्रतिशत काम इनके जमाने में हुआ, उसी को कहते हैं कि हमने नर्मदा का काम किया, हमने वल्लभ भाई पटेल का स्टेचु बनाया।
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि,'हम पूछते हैं कि नर्मदा का डैम किसने ये प्रारम्भ किया? ये तो पंडित जवाहरलाल नेहरू जी ने 1961 में 5 अप्रैल को इसकी बुनियाद रखी थी, तब से ये काम चलता रहा और 4 राज्यों में इस पानी का मसला होने की वजह से वो धीरे-धीरे चलता रहा, लेकिन अमर सिंह के जमाने में इसको खूब बढ़ावा मिला। कांग्रेस के जमाने में इसको ज्यादा से ज्यादा पैसा देकर आगे बढ़ाया, अब वो कंप्लीट हो गया है और कंप्लीट हुआ, लोगों को फायदा हो रहा है। एक तरफ पीने के पानी की व्यवस्था हो रही है, एक तरफ खेती के लिए इरीगेशन की एक सहूलियत मिल रही है।
उन्होंने कहा,''जिस गुजरात में 1960 से पहले अनाज का भंडार यहाँ पर खाने के लिए लोगों को 34 लाख टन चाहिए था और पैदावार कितनी होती थी- सिर्फ 16 लाख टन । तो ये जो लोगों का पेट भरने का काम, जो देश में ग्रीन रेवोल्यूशन और हरित क्रांति और पानी देने का काम किसने किया? जहाँ 16 लाख टन की उत्पादकता होती थी और 16 लाख वहाँ पर अनाज कम होता था, तो ये लोगों का पेट भरने का किसने काम किया- वो तो कांग्रेस ने किया न। फिर भी हमसे पूछते हैं कि आपने क्या किया? हमने तो यही किया, नर्मदा डैम शुरु किया, 75 प्रतिशत काम किया।
व्हाइट रेवोल्यूशन, हरित क्रांति के बाद हमने दूध का उत्पादन बढ़ाया। आज आनन्द डेरी सारे हिंदुस्तान में मशहूर है, क्या ये भी आपने शुरु किया है ? ये आनन्द डेरी, अमूल, ये सारी चीजें मोदी साहब के जमाने में हुई, मैं पूछता हूँ? मुझे नहीं, आपको मालूम है, मैं तो कर्नाटक से आता हूँ, क्या उनके जमाने में शुरु हो गई? तो ये भी मैंने किया, वो कहते हैं। कुछ भी पूछो, वो हमने किया। बीजेपी ने किया, मेरे आने के बाद हुआ, इसलिए मुझे वोट दो।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि,''मैंने इसलिए कहा परसों,- पंचायत के इलेक्शन हों, जिला पंचायत के इलेक्शन हों, भाईयों और बहनों, मुझे देखकर वोट दो, मेरी तरफ देखो, मेरे लिए वोट दो, अरे फिर यहाँ जिला पंचायत मेम्बर क्या काम करेंगे? फिर यहाँ पर तालुका पंचायत या पंचायत अध्यक्ष क्या काम करेगा, फिर एमएलए का क्या काम है? सब काम अगर मोदी जी को देखकर ही करना है, सभी जगह अगर वही आते हैं, तो फिर दूसरों की क्या जरुरत है, वो अकेले ही कर लें।
लेकिन अगर हम कहें, वो अकेले ही करना चाहते हैं, अकेले ही क्रेडिट लेना चाहते हैं, वो हमेशा, जरा अच्छा नहीं लगता उनको क्योंकि वो ये हम कुछ सच बात कहते हैं, तो जरा बुरा लगता है। और जो आदमी अपने काम में कमजोर होता है, उसको तो और बुरा लगता है। अगर आप सब कुछ ठीक करें, अगर आपने सब कुछ अच्छा किया है, तो फिर हर असेम्बली में 2-2 मीटिंग क्यों ले रहे हैं? गुजरात में, अहमदाबाद में, सूरत में, बड़ौदा में, और दूसरे सिटी में भी आप गली- गली घूम रहे हैं। आज उनका रोड़ शो है। कितना किलोमीटर घूम रहे हैं, 50 किलोमीटर ।
उन्होंने कहा,'एक प्राईम मिनिस्टर वोटों के लिए अगर 50 किलोमीटर की रैली अहमदाबाद में कर सकते हैं, तो उनकी हालत कैसी हो गई है, उनकी हालत पतली हो गई है। इसलिए तो फिर रहे हैं, नहीं तो एक प्रधानमंत्री दो जगह, चार जगह, छः जगह एक स्टेट में आते हैं, अपनी पॉलिसी मैटर बताते हैं, देश के लिए उन्होंने क्या किया वो कहते हैं या राज्य के लिए कुछ देना है, उसकी बात करते हैं। लेकिन यहाँ तो दिल्ली से लेकर अहमदाबाद तक वो फिरते ही रहते हैं और हमें बोलते हैं कि कांग्रेस ने क्या किया।
अगर हमारे मन की बात हम बोलें, क्योंकि उनके मन की बात तो हर 8 दिन में एक बार आती है| हम तो लोगों से जो चीजें हमें मालूम होती हैं, वो सुनकर, उनकी तकलीफ को सुनकर हम जनता के मन की बात उनको सुनाना चाहते हैं, लेकिन वो सुनने के लिए तैयार नहीं।
दूसरी चीज, अब मनरेगा जैसी योजना को भी, जब उनकी सरकार आई, हमेशा मजाक उड़ाते रहे। हमने एक बार अपने तकरीर में लोकसभा में कहा कि मोदी साहब, आपने मनरेगा योजना को बहुत कम पैसा दिया है। गरीब के आज हाथ में कोई काम है तो वो मनरेगा जैसी चीजें ही उनको बचा रही हैं, तो क्यों कम किया? तब उन्होंने उत्तर में क्या कहा, आपने सुना होगा, देखा होगा और जो टीवी देखते होंगे, उनको मालूम होगा, उन्होंने कहा- खरगे साहब, हम मनरेगा योजना को खत्म नहीं करेंगे, वो तो आपका जीता जागता स्मारक है। गरीबों के लिए हमने जो काम किया, वो योजना हमारे लिए स्मारक बनी, लेकिन कोविड में जब गुजरात में लाखों लोग मर रहे थे, अगर किसी ने बचाया, तो मनरेगा योजना ने बचाया, हमारी योजना ने बचाया। तीन लाख लोग, जिस जगह डबल इंजन की सरकार है, वो डबल इंजन फेल हुआ, तीन- चार लाख कोविड में मर गए और छोटा सा एक पुल वो बनाते हैं मोरबी में, तो उन्होंने उद्घाटन करने के जिसके बाद ही 137 लोगों की मृत्यु हुई। अब बोलिए, अपना कितना काम उनका अच्छा है। अरे पांच दिन में ही एक योजना का आप उद्घाटन करते हैं और इतने लोग मरते हैं, उनके लिए सिर्फ 4 लाख रुपए देने की घोषणा की, कंपनसेशन। इतना ही नहीं, बहुत सी ऐसी चीजें हैं, जो उन्होंने कुछ नहीं किया, लेकिन वो बताते रहते हैं, मैंने किया, मैंने किया।
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि,'' युवाओं को नौकरी नहीं है और आप कहते हैं कि मैं युवाओं को नौकरी दूंगा। इससे पहले तो आपने देश के लोगों को संबोधित करते हुए कहा था- सालाना मैं 2 करोड़ नौकरियां दूंगा। अरे भाई मेरे पास आंकड़े हैं। गुजरात, एक ही स्टेट में सरकारी नौकरियां, एडेड इंस्टीट्यूशन्स ये सब मिलाकर 5 लाख नौकरियां खाली हैं। कितने हैं - 5 लाख नौकरियाँ । फिर वो भर्ती क्यों नहीं कर रहे हैं? उसमें भर्ती किया अब तक 1,228, क्या है? ये मजाक है लोगों के साथ? लोगों को मरने दो। अगर पांच लाख नौकरी भर्ती करें, तो आदिवासियों को यहाँ पर कितना प्रतिशत है स्टेट में, 14 प्रतिशत, 14 प्रतिशत नौकरियां आपको मिलती हैं। 7 प्रतिशत नौकरियां दलितों को मिलती हैं। तो जब 22-23 प्रतिशत लोगों को सरकारी नौकरी मिलेगी, तो ये मजबूत हो जाएंगे, उनके बच्चे पढ़ेंगे, उनका घर अच्छा होगा, संपन्न होंगे। लेकिन मोदी जी ये नहीं चाहते। क्यों नहीं चाहते हैं? अरे, ये तो सरकारी नौकरी हैं ना। आपकी 2 करोड़ नौकरी नहीं हैं, ये जो वैकेंसी हैं, सरकारी वैकेंसी खाली पड़ी हैं, वो भर्ती नहीं करते हैं, सिर्फ इमोशनली बात करनी है कि देखो, मुझे ऐसा कह रहे हैं, वैसे कह रहे हैं, खरगे जी ने ऐसा बोला। मैं किसी को कुछ नहीं बोलता हूं। जो काम करता है, उसको मैं मर्यादा देता हूं, जो काम नहीं करता है, उसको मैं टोका करता हूं।
खरगे ने कहा कि,'' ये तो लोकतंत्र में दिया हुआ हक है। बाबा साहेब अंबेडकर जी ने संविधान में हमें जो हक दिए हैं, उन हक के लिए लड़ने के लिए हम हमेशा तैयार हैं और कांग्रेस पार्टी ये काम करती रही है। इन्होंने नहीं किया। देश को आजादी इन्होंने दिलाई ? देश को जो एससी/एसटी को रिजर्वेशन इन्होंने दिया? वो तो कांग्रेस पार्टी, पंडित जवाहरलाल नेहरु, वल्लभभाई पटेल, मौलाना आजाद, डॉ बाबा साहेब आंबेडकर इन्होंने दिया, भाई और वो भी उनको मिलने के हक आप अनुष्ठान में नहीं ला रहे हैं। तो ये है उनका एक चित्र और दूसरा, छोटी सी बात, सबको तो आप पढ़ाना चाहते हैं। भाईयों और बहनों, उनके शब्द हैं, इसलिए बोल रहा हूं, तो वो क्या कहते हैं, हमारी लड़कियों को पढ़ाना है।
उन्होंने कहा,' हमारे आदिवासी भाईयों के बच्चों को पढ़ाना है, हमारे दलित के बच्चों को पढ़ाना है, ये उनका कहना है, लेकिन गुजरात में 28 हजार टीचर की नौकरी खाली हैं, वो कहाँ पढ़ेंगे? कम से कम 20 हजार क्लासरुम कम हैं, फिर क्या वो अहमदाबाद में जाकर इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ेंगे, क्या सूरत में जाकर पढ़ेंगे, क्या बड़ौदा में जाकर पढ़ेंगे, क्या यहाँ जयपुर में जाकर पढ़ेंगे? अरे सरकारी टीचर की नौकरी आप नहीं भर रहे, क्लासरूम नहीं दे रहे, ये सब गरीबों के लिए है न? ये है मोदी साहब का अचीवमेंट और उसके साथ ही बोलेंगे, किसानों की मैं आमदनी दोगुनी करूँगा, हुआ किसी किसान का दोगुना आमदनी ? मैं एमएसपी दूँगा, मिनिमम सपोर्ट प्राइस, कहाँ है आपका मिनिमम सपोर्ट प्राइस । 700 किसान मारे गए, उनको जिसने कुचलकर मारा, वो मिनिस्ट्री में है और जो मर गए, उनको कोई आसरा नहीं है।
तो एक नहीं, मैं कईयों चीज, बच्चे एग्जामिनेशन की प्रिपरेशन करते हैं, पेपर लीक होता है, वो खत्म होता है, तो नकली शराब से लोग मर जाते हैं और जो ड्रग्स माफिया है, वो भी आज इस राज्य में बहुत चल रहा है। उससे भी लोग बहुत मर जा रहे हैं, स्कूल छोड़ रहे है, ये सारी चीजें कर रहे हैं। तो इसलिए भाईयों मैं ये वायदा करता हूँ कि मेरी पार्टी की ओर से, मेरी पार्टी को एक चांस दो।
अगर आप एक चांस दोगे मेरी पार्टी को तो मेरी पार्टी का चुनाव घोषणा पत्र आपके सामने है।
1. एलपीजी गैस सिलेंडर फिर हम 500 रुपए का देंगे। अब जो 1, 150 रुपए का है, हम उसको 500 रुपए का देंगे।
2. सरकारी कर्मचारियों को उनकी पुरानी पेंशन हम देंगे।
3. 10 लाख नौकरियाँ, जो खाली हैं 5 लाख और 5 लाख हम बनाकर 5 साल में 10 लाख नौकरियाँ दे देंगे।
4. 3,000 रुपए बेरोजगारी भत्ता हम देंगे।
5. नौकरी जो आज पक्की नहीं है, कॉन्ट्रैक्ट बेसिस मजदूर हैं, तो उनको पक्की नौकरी देने का हम वायदा करते हैं।
6. किसानों का बिजली का बिल हम माफ करने के लिए तैयार हैं।
7. लड़कियों को केजी से लेकर पीजी तक मुफ्त शिक्षा कांग्रेस पार्टी देगी और घरेलू बिजली 300 यूनिट मुफ्त होगी और आदिवासियों के लिए पेसा अधिनियम के अंतर्गत जिनका जंगल, जमीन और हमारा पानी, इसकी सारी हिफाजत हम करेंगे और इसके लिए राहुल गांधी जी पहले ही लड़ चुके हैं और उनकी कोशिशों की वजह से ही एक अच्छा बिल लैंड एक्विजीशन का आया और वैसा ही बिल दूसरी चीजों के लिए हम लाए।
तो भाईयों, कांग्रेस पार्टी गरीबों के लिए हमेशा काम करते हुए आई है, करेगी और आगे बढ़ेगी। सिर्फ हमको एक मौका दो, एक बार चुनकर लाओ, कांग्रेस की सरकार लाओ, फिर देखो। इनको तो देख-देखकर बहुत हो गया, 27 साल हो गए, डबल इंजन की बात अब कर रहे हैं मोदी जी । ये डबल इंजन में बार-बार इंजन फेल होता है, नया इंजन लगाते हैं, फिर इंजन फेल होता है, 6 साल में तीन चीफ मिनिस्टर बने, अगर इंजन अच्छे होते, काम अच्छा होता, कोविड में काम अच्छा करते, तो इंजन को बदलने की जरुरत नहीं होती, सरकार को लेकर चलती, तो ये इनका कहना एक है, काम करना एक है। इसके लिए मैं ज्यादा कुछ न कहते हुए इतना ही कहूँगा, आप मजबूती के साथ लड़ो।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि,'''हमारे जो कैंडिडेट हैं, यहाँ पर जितने भी इन कैंडिडेट्स को आप चुनकर लाओ। इनका निशान क्या है, इनका निशान हाथ है। हाथ को वोट देकर मजबूत बनाओ और ये हित में आपका काम करेंगे। अगर काम नहीं करेंगे, हम उसकी जिम्मेदारी लेंगे, हम कहेंगे भाई आप काम नहीं कर रहे हो, फिर हम आगे देखेंगे। तो इसलिए आप सभी लोग इनको वोट देकर, कांग्रेस को वोट देकर, सोनिया गांधी जी, राहुल गांधी जी, जो कार्यक्रम कांग्रेस पार्टी को दिया है, उसको हम आगे बढ़ाते हुए लेकर चलेंगे|