गोरखपुर: गोरखपुर कोर्ट में पेशी पर आए कैदी ने चाकू से अपनी गर्दन काटकर आत्महत्या करने की कोशिश की। कैदी को आनन-फानन मेडिकल जिला अस्पताल भेजा गया। हालत गंभीर होने पर उसे BRD मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है।
विधाता नाम के कैदी को सेशन लॉकअप में रखा गया था। वहीं पर उसने चाकू से अपनी गर्दन काटी। चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर पुलिसवालों को इस बात का पता चला। विधाता भाई की हत्या के मामले में ढाई साल से जेल में बंद है। लॉकअप में चाकू कहां से आया, पुलिस इसकी जांच कर रही है।
गोरखपुर सिटी के SP के कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा, “विधाता नाम के कैदी ने सदर न्यायालय के अंदर अपना गला काटकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी। उसको ज़िला अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी हालत स्थिर है। मामले में कार्रवाई जारी है। यह पिछले 30 महीने से एक हत्या के आरोप में सज़ा काट रहा था|
बता दें, 26 अक्टूबर, 2022 को कोतवाली इलाके के मियां बाजार के विधाता ने अपने छोटे भाई हेमंत उर्फ हूटर के साथ मिलकर बड़े भाई प्रेमशंकर की लोहे की रॉड और डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। प्रेमशंकर की हत्या में मां कलावती भी शामिल थी।
मृतक प्रेमशंकर बक्शीपुर में बच्चा बैंड चलाते थे। रेलवे में कार्यरत रहे पिता की मौत के बाद प्रेमशंकर को रेलवे में संविदा पर नौकरी भी मिल गई। इसके बाद से ही प्रेमशंकर (मृतक) से प्रॉपर्टी को लेकर उनकी मां कलावती और दो भाई विधाता और हेमंत आए दिन झगड़ा करने लगे थे।