गोरखपुर के सांसद रवि किशन शुक्ला ने लोकसभा में नियम 377 के तहत गोरखपुर में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) की स्थापना की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि गोरखपुर पूर्वांचल का सबसे बड़ा महानगर है और यह शिक्षा, व्यापार व पर्यटन का प्रमुख केंद्र है। पूर्वांचल व बिहार के लगभग 20 जिले अपनी विभिन्न आवश्यकताओं के लिए गोरखपुर पर निर्भर हैं।
रवि किशन शुक्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में देश और प्रदेश में अभूतपूर्व विकास और अकल्पनीयसे कार्य हुए हैं। उन्होंने सरकार की विकास योजनाओं की सराहना करते हुए दोनों नेताओं को बधाई दी और विश्वास जताया कि उनके नेतृत्व में गोरखपुर को और अधिक संसाधन मिलेंगे।
उन्होंने कहा कि गोरखपुर में रेलवे का बड़ा नेटवर्क और एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है, जिससे इस क्षेत्र की कनेक्टिविटी बेहतर है। इसके बावजूद यहां के मेधावी छात्र IIT की पढ़ाई के लिए दूरस्थ स्थानों पर जाने को मजबूर हैं। खासतौर पर आर्थिक रूप से कमजोर, दलित और वंचित वर्ग के छात्रों को संसाधनों की कमी के कारण अपने सपनों से समझौता करना पड़ता है।
**रवि किशन शुक्ला** ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि इस महत्वपूर्ण विषय पर तत्काल निर्णय लिया जाए और गोरखपुर में IIT की स्थापना की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएं। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि राज्य सरकार इस पहल के लिए हर आवश्यक सहयोग देने के लिए तत्पर है। यदि यह संस्थान गोरखपुर में स्थापित होता है, तो यह क्षेत्र के छात्रों के लिए उच्च स्तरीय तकनीकी शिक्षा का द्वार खोलेगा और संपूर्ण पूर्वांचल के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।