गोंडा: गोण्डा जिले के थाना उमरीबेगमगंज क्षेत्र अंतर्गत खमरौनी गांव में सुनील शुक्ला हत्याकांड के दूसरे आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. सुनील शुक्ला की 01 फरवरी 2023 की रात में हत्या कर दी गई थी, जब वह खमरौनी गांव में हो रहे शतचंडी यज्ञ में कथा सुनकर लौट रहा था।उमरीबेगमगंज पुलिस ने मुख्य आरोपी प्रिंस तिवारी उर्फ प्रिंस प्रकाश तिवारी को 02 फरवरी को ही गिरफ्तारी कर लिया था, जबकि एक आरोपी बबलू उपाध्याय फरार चल रहा था। उसे (बबलू उपाध्याय को) गुरुवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
02 फरवरी को सूर्य कुमार शुक्ला पुत्र शिव प्रसाद शुक्ला ने थाना उमरीबेगमगंज पर सूचना दी कि दिनांक 01.02.2023 को रात्रि करीब 10.30 बजे मेरे पुत्र सुनील शुक्ला को छीनैती की नियत से विपक्षी प्रिंस तिवारी व उसके साथी द्वारा रोककर तमंचे से फायर कर हत्या कर दी गई हैं। सूचना पर थाना उमरीबेगमगंज में सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया था। घटना का तत्काल संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने क्षेत्राधिकारी तरबगंज के पर्यवेक्षण में घटना के सफल अनावरण हेतु टीमें गठित की गयी थी।
जिसके क्रम में थाना उमरीबेगमगंज पुलिस द्वारा पूछताछ के बाद 03 फरवरी को प्रिंस तिवारी उर्फ प्रिंस प्रकाश तिवारी को आलाकत्ल पेचकश के साथ गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने बताया कि, गुरुवार, 16 फरवरी को थाना उमरीबेगमगंज पुलिस ने उक्त हत्या के एक और वांछित अभियुक्त बबलू उपाध्याय पुत्र स्व0 रामप्रताप उपाध्याय नि0 तरबगंज, थाना तरबगंज को गिरफ्तार किया है।
बता दें, मृतक सुनील शुक्ला परसपुर थाना क्षेत्र के भोका पतिसा गांव का रहने वाला था| वह अपने ननिहाल उमरीबेगमगंज के सालपुर गांव आया था| बुधवार की रात (01 फरवरी 2023 को) बगल के गांव खमरौनी में आयोजित शतचंडी महायज्ञ के कार्यक्रम में सुनील कथा सुनने के लिए गया था। वहां से कथा सुनकर लौटते समय रास्ते में किसी बात को लेकर सुनील का कुछ लोगों के साथ विवाद हुआ, जिस पर युवकों ने उसकी हत्या कर दी|
उमरीबेगमगंज पुलिस द्वारा आरोपी प्रिंस तिवारी उर्फ प्रिंस प्रकाश तिवारी पुत्र शिवमगन तिवारी निवासी टनटनवापुर मौजा लिलोइकला थाना उमरीबेगमगंज को 02 फरवरी को हिरासत में लिया गया। पुलिस के मुताबिक,''मृतक सुनील शुक्ल व अभियुक्तगण की गाड़ी आमने- सामने आ जाने के कारण कहासूनी, गाली-गलौज व मारपीट होने लगी, मारपीट के दौरान आरोपियों द्वारा गाडी से पेचकश निकाल कर गर्दन पर वार कर दिये जिससे सुनील शुक्ला को अन्दरूनी चोटे आयी, जिसके कारण सुनील शुक्ला की मृत्यु हो गयी थी।