गोंडा: भारी बारिश के कारण सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने से गोंडा जिले के कई गांवों के लोगों को परेशानी हो रही है| खेतों में पानी भरा होने के कारण पशुओं के सामने चारे का संकट पैदा हो गया है। एक स्थानीय ने बताया,'' हमारी सारी फसल बर्बाद हो गई है। मुझे 5-6 लाख रुपये का मुनाफा हो सकता था। हजारों एकड़ जमीन बाढ़ से बह गई है।"
कटान की जद में आने से ऐलीपरसौली में चार और घर नदी में समा गए। जलभराव के कारण लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बाढ़ से तरबगंज तहसील के 17 गांव प्रभावित होने का दावा किया जा रहा है।
उधर विसुही नदी में उलटा जल प्रवाह होने से सदर तहसील के कई गांवों में पानी भर गया है। इटियाथोक, रुपईडीह व पंडरीकृपाल ब्लाक के गांव सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। कर्नलगंज तहसील के हलधरमऊ व कटराबाजार में भी टेढ़ी नदी में जल उत्प्लावन से मुश्किल बढ़ी है।
बारिश व जलभराव से करीब 60 कच्चे मकान गिर गए हैं। जलभराव के कारण लोगों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। अमदही बाजार : जलस्तर में गिरावट आने से एक बार फिर कटान शुरू हो गई है। बिहारीपुरवा में कटान होने से रामपाल, रघुनाथ, श्रीचंद व जगदंबा के घर नदी में समा गए हैं।
ऐलीपरसौली के 20 मजरे बाढ़ के पानी से घिरे हैं। करीब 700 परिवार बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। 14 नाव लगाई गई है। तरबगंज ब्लाक के ब्योंदामाझा में ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। यहां नाव ही आवागमन का सहारा है। नवाबगंज के साकीपुर, दत्तनगर, तुलसीपुरमाझा, जैतपुर में बाढ़ से लोग परेशान हैं।
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार एल्गिन ब्रिज पर घाघरा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 28 सेंटीमीटर व अयोध्या में सरयू नदी लाल निशान से 46 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। घाघरा नदी में सरयू, गिरिजा व शारदा बैराज से 3.72 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।