गोंडा: उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में कुँए में डूबे पाँच लोगों की मौत का मामला| गोंडा जिले में कुएं में डूबकर 5 मौतों के मामले में डीएम-एसपी से 5 बिंदुओं पर जवाब|
-कुएं में क्यों नहीं हुई ऑक्सीजन की सप्लाई
-किसके आदेश पर चला रेस्क्यू ऑपरेशन
-किसके आदेश पर कुएं में पानी भरा गया,
-सबसे पहले कौन अफसर मौके पर पहुंचा
-कुएं में पानी भरने का फैसला किसका था
जवाब मिलने के 3 दिन के भीतर होगी कार्रवाई| पोस्टमार्ट रिपोर्ट में 5 की डूबने से मौत की पुष्टि।
बता दें कि कुंए में गिरे बछड़े को निकालने के प्रयास में हुई 5 लोगो की मौत के मामले में बड़ा खुलसा था| जहरीली गैस से नहीं पानी मे डूबने से हुई थी पांचो लोगो की मौत| 10 सितंबर को आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फेफड़े में पानी होने की पुष्टि हुई थी| जिससे पता चलता है की जहरीली गैस से नहीं, बल्कि पानी मे डूबने से पांचो लोगो की मौत हुई थी | इस मामले में जिला प्रशाशन की बड़ी लापरवाही आई थी सामने|
बताते चले कि 8 सितंबर को बछड़े को बचाने के लिए एक के बाद एक 5 युवकों कुए में उतरे और बेहोश होने से हड़कंप मच गया था। सूचना पर पहुंची पुलिस व फायर की टीम रेस्क्यू कर 5 युवक को बिहोसी की हालत में निकला गया जिसके बाद जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित किया।
जहरीली गैस के प्रभाव को कम करने और बॉडी को ऊपर लाने के लिये के लिये कुँए में भरा गया था पानी| घंटो चला था कुँए में पानी भरने और निकालने का ड्रामा| नगर के महराजगंज मोहल्ले में हुई थी सनसनीखेज घटना।
रिपोर्ट-अतुल कुमार यादव