गोंडा: सूबे की योगी सरकार हरे भरे पर्यावरण के लिए पौधरोपण अभियान चला रही है और इस अभियान के तहत प्रत्येक वर्ष करोड़ों की संख्या में पौधरोपण किया जा रहा है| वहीं अब गांव की बेटियों ने पेंड़ों को बचाने के लिए एक अनोखी पहल की है। यूपी के गोंडा में गाँव की बेटियों ने पेड़ों की कटान पर लगाम लगाने के लिए एक अनूठा तरीका ईजाद किया है जिससे लोग आस्था /दहशत में पेड़ों को न काटे।
इन बेटियों ने गाँव के पेड़ों पर पेंट से भगवान के प्रतीक चिन्ह बनाये हैं। पेंड़ पर कहीं डमरू बना है तो किसी में त्रिशूल तो किसी में चक्र शिवलिंग बनाकर इन बेटियों ने बेहद अनूठा प्रयास किया है। जिले के मुजेहना ब्लाक के पंडितपुरवा गांव निवासी रानी लक्ष्मीबाई वीरता पुरस्कार विजेता बिटिया फूल कुमारी उर्फ जूली पांडेय व उनकी टीम ने अपने गाँवों व आसपास के गाँवों में इसकी शुरुआत की है।
जूली ने बताया की पेड़ लग कम रहे है और कट ज्यादा रहे है। इसलिए पेड़ों की सुरक्षा के लिए उनपर भगवान का प्रतीक चिन्ह बनाया गया है ताकि इस दहशत से लोग पेड़ो़ को न काटे। उसका कहना है की पित्रपक्ष में वह अपने पूर्वजों से यह वादा कर रही है की उनके लगवाए गए पेड़ों को वह कटने नहीं देंगी।
पर्यावरण की सुरक्षा को लेकर चलाई जा रही इन अनूठी मुहिम को देखने के लिए आपको जिले के मुजेहना ब्लाक के पंडितपुरवा गाँव की टेढ़ी मेढ़ी पगडंडियों को पार करके आना पड़ेगा जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा रानी लक्ष्मीबाई वीरता से पुरस्कार से सम्मानित फूल कुमारी उर्फ जूली पांडेय अपने सहेलियों के साथ पित्रपक्ष में एक अनूठी मुहिम चला रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में पेड़ों की कटान रोकने के लिए वह पेड़ों पर भगवान के प्रतीक चिन्ह को पेंट से बनाती है।
इन बेटियों ने किसी पेड़ में त्रिशूल तो किसी में डमरू, कहीं सूरज कहीं शिवलिंग और किसी में ॐ की आकृति उकेरी है। जूली व उसकी सहेलियां पेड़ों पर पेंटिंग के साथ लोगों को पेड़ न काटने की बात भी बताती है। गांव की सुधा पांडेय का कहना है कि जब पेड़ों पर भगवान के प्रतीक चिन्ह बने रहेंगे तो लोग दहशत में पेड़ को नहीं काटेंगे। पित्रपक्ष में इन बेटियों ने अपने पूर्वजों से वादा भी किया है की वह उनके लगवाए गए पेड़ों को नहीं कटने देंगी। बहरहाल यह देखने वाली बात होगी कि इन बेटियों की यह मुहिम कितनी सफल होती है।
रिपोर्ट-अतुल कुमार यादव