गोंडा: पौष पूर्णिमा में पसका मेले में लाखों श्रद्धालु जुटे...श्रद्धालुओं ने सरयू नदी में लगाई आस्था की डुबकी| सरयू और घाघरा के संगम तट पर पूजा अर्चना रात्रि से ही है शुरू|प्रशासन ने किया सुरक्षा के व्यापक इंतजाम...पौराणिक मान्यता के अनुसार है यहीं हुआ था भगवान विष्णु का सुकर अवतार।
भगवान वाराह की अवतार स्थली पसका, सूकरखेत में लगने वाले मेले का शुभारंभ बुधवार को सरयू आरती के साथ हुआ। बुधवार की शाम सनातन धर्म परिषद व सूकरखेत विकास समिति की ओर से आरती का आयोजन हुआ।
तुलसी पीठाधीश डॉ स्वामी भगवदाचार्य ने बताया कि पसका, सूकरखेत राजापुर में श्रीरामचरित मानस के अमर रचनाकार गोस्वामी तुलसीदास का जन्म हुआ था। पसका सूकरखेत में ही तुलसीदास जी के गुरु नरहरिदास जी का आश्रम भी विद्यमान है। रामचरित मानस के बालकांड में इस स्थान का उल्लेख तुलसीदास ने किया है। कहते हैं गोस्वामी जी ने इस पुण्य भूमि पर अपने गुरु से दीक्षा ली थी।