गोंडा: उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के खोडारे थाना क्षेत्र के मकोइया गांव में बुधवार सुबह बभनान पीएचसी में संविदा पर तैनात एएनएम (38) और उसके पति (42) का शव घर में मिला है| एएनएम का शव कमरे में फर्श पर पड़ा मिला, जबकि उसके पति का शव कमरे में ही छत के हुक से बंधे फंदे पर लटका मिला। कमरे से सुसाइड नोट भी मिला है। घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने सुसाइड नोट कब्जे में लेकर दोनों शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
खोड़ारे थाना क्षेत्र के मकोइया गांव निवासी चंद्रभान सिंह अपने पोते संजीव सिंह उर्फ मंटू के साथ गांव में ही रहते थे। चंद्रभान सिंह के मुताबिक,'' संजीव सिंह उर्फ मंटू पुत्र राजेंद्र सिंह फार्मासिस्ट था। वह घर पर रहता था। संजीव की पत्नी वंदना सिंह बभनान पीएचसी में संविदा पर एएनएम थी। मंगलवार रात दोनों में कुछ कहासुनी हुई थी, उसके बाद वह सोने के लिए छत पर बने कमरे में चले गए थे।
रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों ने आत्महत्या कर ली। एएनएम का शव कमरे में फर्श पर पड़ा मिला, जबकि उसके पति का शव कमरे में ही छत के हुक से बंधे फंदे पर लटका मिला। वही पुलिस के मुताबिक,'' पत्नी की गला दबाकर हत्या कर पति ने फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। पुलिस ने दोनों पति- पत्नी शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है। कमरे में पति का शव पंखे से टंगा था और पत्नी फर्श पर पड़ी थी।
संजीव और वंदना की मौत से परिवार में कोहराम मचा है। संजीव के यश (17) व बेटी छवि (15) हैं। दोनों बाहर रहकर पढ़ाई करते हैं। दंपती की मौत से दोनों बच्चे अनाथ हो गए हैं। संजीव की मां बलरामपुर के पचपेड़वा में नौकरी करती हैं। घटना के समय संजीव के पिता इलाज कराने लखनऊ गए थे। संजीव दो भाइयों में बड़ा था। छोटे भाई पुनीत सिंह, बेटी छवि, बेटा यश, बाबा चंद्रभान सिंह समेत अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।